C language In Hindi




C language In Hindi

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अगर आप C programming language की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में प्राप्त करना चाहते है, तो हम आपको ये कहना चाहेंगे की आप सही लेख पर है. क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको C programming language की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में देने जा रहे है. यह लेख आपको C language की बेसिक नॉलेज के साथ-साथ C language की कुछ Advanced फंक्शनलिटी के बारे में भी जानकारी देगा. इस लेख की सहायता से आप C प्रोग्रामिंग को आसानी के साथ सीख सकते है, तो चलिए दोस्तों ज्यादा समय बर्बाद ना करते हुए हम सीधे देखते हैं, की C programming language क्या है, और इसका इस्तेमाल किस लिये होता है, दोस्तों C language की पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को आप आखिर तक पड़े।

C language क्या है - What is C language in Hindi?

C एक general purpose high level programming language है. C programming का इस्तेमाल portable applications और firmware को develop करने के लिए किया जाता है. C programming language को मूल रूप से system software और operating system को develop करने के लिए बनाया गया है. C एक हाई लेवल programming language है, इस language को आप आसानी से और बहुत ही काम समय में सिख सकते है।

C Programming language को Dennis Ritchie ने सन 1970 के दशक में Bell Labs में develop किया था. अगर बात की जाये इस language की सबसे पहली application की तो हम आपको बताना चाहेंगे, UNIX Operating System, इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की सबसे पहली application है, और इस language के Main features में low-level access to memory, simple set of keywords, और clean style सम्मिलित हैं. दोस्तों इन फीचर्स की वजह से ही इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को ऑपरेटिंग सिस्टम डेवलपमेंट करने के लिए एक suitable language माना गया है,. वर्तमान समय में ऐसी बहुत सी language मौजूद है, जिनको C language के बाद में develop किया गया है, और ये languages C का ही syntax follow करती हैं, जैसे PHP, Java, JavaScript etc।

सी एक कंप्यूटर कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है अगर हम आसान शब्दों में कहे तो ये कंप्यूटर की भाषा है. जिसका इस्तेमाल करके आपका कंप्यूटर समझ पता है, की हम उसे क्या कमांड और क्या निर्देश देना चाहते है. C एक Middle Level प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है. यह एक Structure Oriented Programming Language है. इस Language सहायता से आप Software, Firmware, और Mobile Application भी बना सकते है. सी एक बहुत ही Usefull Programming Language है, इस Language को मुख्य रूप से एक system programming language के तौर पर develop किया गया था, आपकी जानकारी के लिए बता दे operating system के programs को लिखने के लिए, इस Language का उपयोग किया जाता है।

सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिखने के फायदे ?

सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिखने के बहुत से फायदे है जिनमे कुछ निम्न है −

  • सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एक हाई लेवल लैंग्वेज है.

  • इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के इस्तेमाल से आप बहुत ही efficient programs लिख सकते है.

  • सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को आप आसानी के साथ सिख सकते है.

  • यदि आप सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सिख लेते है, तो आपको और दुसरी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिखने में कोई दिक्कत नहीं होगी

  • इस Programming Language को सीखे के बाद आप कंप्यूटर के System software और एप्लीकेशन software दोनों बना सकते हो

C programming Language को दुनिया की सबसे हाई लेवल computer language माना गया है, और यह Language बहुत ही पुरानी है. C प्रोग्रामिंग का use आज भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. C programming Language की सहायता से प्रोग्रामर कंप्यूटर या अन्य मशीनो के लिए प्रोग्राम्स लिखकर उन्हें आसानी के साथ Operate कर सकता है. आज के समय में जितनी भी Advanced programming Language जैसे की Java, Python, .NET, PHP, Visual Basic JavaScript, आदि, ये सभी Programming languages कहीं ना कहीं C Language पर आधारित है, दोस्तों यदि आप C प्रोग्रामिंग को एक बार सिख लेते है, तो आपके लिए अन्य सभी प्रोग्रामिंग भाषाएँ को सीखना काफी सरल हो जायेगा।

C एक मध्य स्तर की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे की C Programming High Level Language और Low Level Language दोनों के Features को Support करती है. इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल करके एक प्रोग्रामर Software और Web Application बना सकता है. शुरुवात मे इस Language को Unix Operating System में Programming करने के लिए इस्तेमाल किया गया था. इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की सहायता से एक प्रोग्रामर Computer application software और Operating System software दोनों को विकसित कर सकता है इस लैंग्वेज में program लिखना बहुत ही आसान है, C प्रोग्रामिंग का इस्तेमाल करके आप Mathematical, Scientific, Business और System Software Develop कर सकते है।

Features of C Programming ?

  • C Programming Language में बनाये गये प्रोग्राम्स के Execute होने की गति बहुत ही fast होती है।

  • C Programming Language को Assembly Language मे लिखा गया है, इसलिए ये प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बहुत ही secure मानी जाती है।

  • C प्रोग्रामिंग को सीखना बहुत ही आसान होता है, क्योंकि यह सरल अंग्रेजी भाषा में होता है।

  • C Programming Language में Command देने के लिए Lower Case Letters का उपयोग किया जाता है।

  • C एक structured programming language है, C लैंग्वेज में किसी प्रोग्राम को छोटे-छोटे टुकड़ों के रूप में बनाया जाता है, जिन्हें आप और हम functions के नाम से जानते है, दोस्तों ऐसा इसलिए किया जाता है, जिससे programs को आसानी के साथ manage और debug किया जा सके और ऐसा करने से बड़ी-बड़ी problem को भी आसानी से solve किया जा सकता है।

  • C Programming Language की Library Function की वजह से आप इससे बड़े बड़े program आसानी से develop कर सकते हो।

  • C Programming Language एक ऐसी प्रोग्रामिंग भाषा है, जिसमें सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर दोनों प्रकार के सॉफ्टवेयर को बिना किसी रूकावट के आसानी के साथ बनाया जा सकता है।

  • C Programming Language एक System Independent Language है, इसका मतलब यह होता है, Program C में लिखे गये प्रोग्राम को आप सारे Computers में Run करा सकते हैं।

  • C प्रोग्राम एक control Structure Follow करता है, दोस्तों यही वजह है जिसके कारण इसे Structure Programming Language बोला जाता है.

C प्रोग्रामिंग की बुनियादी अवधारणा ?

  • Basic Syntax − C Language एक Structured प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, और ये लैंग्वेज ऊपर से नीचे की और काम करती है. अगर हम सरल शब्दों में, कहे तो जब तक आपके प्रोग्राम का टॉप क्लियर excecut नही होगा तब तक वह बॉटम पर नही आ सकता है. C प्रोग्रामिंग का बेसिक सिंटेक्स कुछ इस प्रकार है Header, Body और Code (Statements) इन तीनों चीज़ से मिलकर आपका एक बेसिक प्रोग्राम बनता है।

  • Functions − C Programming Language में किसी भी प्रोग्राम को छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित किया जाता है. जिन्हें हम functions कहते है, दोस्तों ऐसा इसलिए किया जाता है, प्रोग्रामिंग के दौरान कुछ ऐसे Statements होते है, जो कि किसी टास्क के रूप में सम्मिलित होती है, दरअसल, इन फंक्शन का संग्रह C प्रोग्राम बनाता है।

  • Variable − Variable एक Memory space का नाम है, और इस का इस्तेमाल प्रोग्राम में किसी भी तरह की Value को स्टोर करने के लिए होता है, यह उन Variables को refers करता है, जिनका उपयोग फ़ंक्शन में किया जाना है. कृपया ध्यान दें कि C प्रोग्राम में, कोई भी variable घोषित किए बिना उपयोग में नहीं लाया जा सकता, C प्रोग्राम में भी, फ़ंक्शन में किसी भी ऑपरेशन से पहले variable declared करना होता हैं।

  • Data types − अगर बात की Data types की तो C प्रोग्रामिंग में Data Type Variable डिफाइन और फंक्शन डिफाइन की Type डिफाइन करती है।

  • Operators − Operators एक सिम्बल होता है, और इसका काम कंपाइलर को यह बताना है कि इस जगह Mathematical operations करना है, या Logical operations करना है।

  • Loops − जब आप प्रोग्रामिंग करते है, तो कभी कभी ऐसी स्थिति भी आपके सामने उत्पन्न हो जाती है, जब आपको आपने कोड में किसी एक लाइन को या कुछ ज्यादा लाईन को बार-बार रन कराने की जरुरत होती है. ऐसी स्थिति में आप Loops का इस्तेमाल कर सकते है, Loops भी एक तरह की प्रोग्रामिंग स्टेटमेंट है।

  • Array − बहुत सारी Information को एक सिंगल डाटा टाइप्स में स्टोर करने के लिए Array का उपयोग किया जाता है. Arrays C प्रोग्रामिंग भाषा में एक डाटा टाइप हैं, जो primitive type के डेटा को store कर सकते हैं, जैसे int, char, double, float, आदि।

  • Strings − C प्रोग्रामिंग में Character के Array को Strings कहते है, और यह String Null Character (\0) से समाप्त होता है, character array या स्ट्रिंग का उपयोग text या sentences जैसे पाठ में हेर फेर करने के लिए किया जाता है, Array में प्रत्येक character स्मृति के एक बाइट पर कब्जा कर लेता है, और अंतिम character हमेशा 0. होना चाहिए।

History Of C in Hindi

C Programming Language के अविष्कार से पहले Martin Richards ने सन 1966 में BCPL का अविष्कार किया यह भी एक Programming Language थी. कुछ समय बाद Ken Thompson ने BCPL को और develop करके BCPL के पहले अक्षर का मतलब B Language का अविष्कार किया. आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे की B Language के चलते Ken Thompson ने Basic तरह की एक Unix Operating System को innovate, किया. दोस्तों उसके बाद Dennis Ritchie ने B Language को Bell Laboratory में और develop किया, और इसके बाद जो Language वज़ूद में आई उसका नाम C Programming Language था, C Programming को बनाने के बाद Dennis Ritchie और Ken Thompson ने मिलकर UNIX Operating System को develop किया।

इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को B language से निकल कर बनाया गया है. जैसा की आप जानते है, इसका language का अविष्कार KEN Thompson ने किया था, AT और T Laboratories में B को BCPL(Basic Combined Programming Language) से ग्रहण करके बनाया गया. इसका innovation Martin Richard ने Cambridge University में पढ़ाई करते समय सन 1978 में Dannis Ritche और Brian Kernighan के साथ मिलकर किया था. C Programming Language” को 1982 में Publish किया गया था, इस Language का मानवीकरण करने के लिए ANSI(American National Standard Institute) द्वारा एक Community बनाई गई, और सन 1989 में C को Standardize किया गया जिसका नाम था “ANSI C”।