Accountant Kya Hai, Accountant in Hindi, What is an Accountant? Accountant का क्या काम, Accountant Responsibilities in Hindi, Accountant Salary in Hindi.
Accountant के पद को केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, departments, various educational institutions, क्षेत्र विकास परियोजनाओं, सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों. आदि के अंतर्गत लेखा department या प्रशासनिक department में लेखा से संबंधित कार्यों को निपटाने के लिए किया जाता है. आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे की Accountant के पद को संबंधित department की रिक्ति के अनुसार Third grade के Staff के रूप में रखा गया है. एक Accountant का कार्य होता है, की वह संबंधित department में एकाउंट्स से जुड़े कार्यों का Performance संबंधित अधिकारियों (जैसे- लेखा अधिकारी, आदि) के निर्देशों के अनुसार सही टाइम पर पूरा करे. दोस्तों जैसा की हम जानते है, किसी भी संगठन या संस्थान से वित्तीय मामलों का रिकॉर्ड रखने के लिए और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा Directed Guidelines के अनुसार रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक Accountant को किसी संगठन या संस्थान में रखा जाता है.
एक Accountant किसी भी व्यवसाय में मुख्य players के तौर पर काम करता है. दोस्तों चाहे वह एक बड़ा निगम हो या एक छोटा व्यवसाय, Accountant एक व्यवसाय या संगठन के माध्यम से धन के लेन-देन का पूरा रिकॉर्ड रखने का काम है. सभी पैसे के लेन-देन की सटीकता को सत्यापित करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि ये सभी लेनदेन कानूनी हैं और वर्तमान दिशा निर्देशों का पालन करना Accountant की जिम्मेदारी है, हो सकता है कि लेखाकार किसी कंपनी के लिए अनुबंध के आधार पर किताबों या टैक्स रिटर्न के लिए काम करता हो. वे निजी व्यक्तियों के लिए काम करना चुन सकते हैं और उन्हें अपने वित्तीय निर्णयों, कर रिटर्न या अन्य धन-संबंधी मुद्दों के साथ मदद कर सकते हैं।
किसी भी विभाग में अकाउंटेंट की भूमिका बहुत बड़ी और अहम मानी जाती है, एक अकाउंटेंट एकाउंट्स एवं फाइनेंस से जुड़े कार्यों के संचालन के संदर्भ में बहुत बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसलिए अकाउंटेंट बनने के लिए आवश्यक स्किल्स में से जरूरी है, अगर आप एक अकाउंटेंट बनना चाहते है तो आपको इसके लिए एकाउंट्स, फाइनेंस से जुड़े ऑफिशियल कार्यों एवं दायित्वों का पूरी जानकारी होनी चाहिए, इस संगठन के अंतर्गत यदि आपको काम करना है तो आपको अधिकारियों के निर्देश पर कार्यों को तय-सीमा में निपटाने में पारंगत होना चाहिए और संबंधित कंप्यूटर एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर को चलाने में सक्षम होना पड़ेगा.
एक लेखाकार वह व्यक्ति होता है जो किसी संगठन की ओर से व्यावसायिक लेनदेन रिकॉर्ड करता है, कंपनी के प्रबंधन के प्रदर्शन पर रिपोर्ट करता है और वित्तीय विवरण जारी करता है। लेन-देन के प्रकार के कई उदाहरण यहां दिए गए हैं जिसमें एक एकाउंटेंट शामिल हो सकता है −
एक अकाउंटेंट का काम ग्राहक को एक चालान जारी करना, जिसमें बिक्री और खाता प्राप्य दर्ज करना शामिल है।
एक अकाउंटेंट सप्लायर से एक चालान प्राप्त करता, जिसमें एक व्यय या संपत्ति की रिकॉर्डिंग और देय एक खाता शामिल है।
किसी कर्मचारी को वेतन या वेतन भुगतान जारी करने का काम भी एक अकाउंटेंट के द्वारा किया जाता है
अकाउंटेंट का काम एक बैंक स्टेटमेंट को फिर से समझना, जो नकदी खाते में समायोजन का उत्पादन करता है।
एक Accountants की प्रमाणित सार्वजनिक खातों की honest होने और अपने कर्तव्यों में लापरवाही से बचने के लिए एक कानूनी जिम्मेदारी भी होती है। वर्तमान समय में CPAs का उनके ग्राहकों पर वास्तविक प्रभाव है, और उनके निर्णय और कार्य न केवल एक व्यक्ति बल्कि एक संपूर्ण कंपनी को प्रभावित कर सकते हैं, जिसमें उसके कर्मचारी, उसके बोर्ड और उसके निवेशक आदि शामिल हैं। गलत विवरण, लापरवाही या धोखाधड़ी के मामले में लेनदारों और निवेशकों को बिना किसी नुकसान के भुगतान के लिए Accountants को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। Accountants को दो अलग-अलग प्रकार के कानून के तहत उत्तरदायी ठहराया जा सकता है: सामान्य कानून और वैधानिक कानून। सामान्य कानून दायित्व में लापरवाही, धोखाधड़ी और अनुबंध का उल्लंघन शामिल है, जबकि वैधानिक कानून में किसी भी राज्य या संघीय प्रतिभूति कानून शामिल हैं।
एक Accountant बनने के लिए उम्मीदवार के पास कितनी योग्यता का होना जरूरी है आइये जानते है, दोस्तों इसके लिए उम्मीदवार के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से बीकॉम डिग्री का होना बहुत ही आवश्यक है. Accountant बनने के लिए निम्नलिखित योग्यता रखने वाल उम्मीदवारों को Preference दी जाती है −
वित्त एवं लेखा से संबंधित Computer software पर कार्य करने में निपुणता.
वित्त एवं लेखा / लागत लेखा के क्षेत्र में पूर्व कार्य का अनुभव.
एक Accountant बनने के लिए आवेदक के लिए कितनी आयु सीमा राखी गई है, चलिए ये भी जान लेते है, दोस्तों एक अकाउंटेंट बनने के लिए जरूरी है, आवेदक की आयु 21 वर्ष से 27 वर्ष के बीच में होनी चाहिए. हालांकि, कुछ संस्थानों में अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष या अधिक भी हो सकती है. इसमें Reserved range के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के As per rules छूट दी जाती है।
Accountant के पद पर काम करने वाले व्यक्ति को सातवें वेतन आयोग के पे-मैट्रिक्स के लेवल-6 के अनुसार रु. 25123/- की सैलरी दी जाती है. यदि Accountant के पद पर काम करना वाला व्यक्ति संविदा के आधार पर काम कर रहा है तो आमतौर पर रु. 25000 प्रति माह तक वेतन दिया जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दे की state governments के विभागों और संस्थानों में वेतनमान संबंधित state के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है, जो कि state के अनुसार विभिन्न-विभिन्न होता है।