Aansoo Shayari




तुझे bachapan मेँ ही मांग lete हर cheej मिल jatee थी… do आँसू बहाने से..!!!


बहुत rokta हूं मगर तेरी yaad आते ही kuch बेबस आंसू aankhon से jate हैं छलक


पढ़ने walo की kami हो गयी है aaj इस jamane में नहीं तो गिरता huwa एक-एक aansoo puri किताब है।


खुद के liye इक सज़ा मुकर्रर kar lee मैंने ! teri खुशियो की खातिर tujse दूरियां चुन ली मैंने !!


पलकों में आँसू or dil में दर्द सोया है, हँसने walo को क्या पता rone वाला kis कदर रोया है, ye to बस वोही jaan सकता है, meri तन्हाई का आलम, जिसने ज़िंदगी में, kisee को paane से पहले खोया हो.


जिन्हें saleeka है ग़म samajhne का उन्हींके rone में aansoo नज़र nahi आते ख़ुशी की आँख में aansoo की भी जगह rhna बुरे ज़माने kabhi पूछकर नहीं आते…


क्या dukh है समुंदर को btaa भी nahi सकता; aansoo की तरह आँख tak आ भी नहीं सकता।


वो नदियां nahi आँसू थे मेरे jin पर वो कश्ती चलाते रहे, मंज़िल mile उन्हें ये चाहत थी meri इसीलिए हम aansoo बहाते रहे


मेरा इल्ज़ाम है tuj पर कि to बेवफा था; दोष तो tera था मगर तू हमेशा ही खफा था; zindagee की is किताब में बयान है teree मेरी कहानी; यादों से सराबोर uska एक एक सफा था।


नीँद मेँ bhee गिरते है मेरी आँखो से aansoo जब भी tum ख्बाबो मे mera हाथ छोड देती हो..!!


लगता है मैं bhool चुका हूँ मुस्कुराने का hunar कोशिश jab भी करता हूँ आँसू nikal आते हैं।


अलग बैठे te fir भी आँख sakee की पड़ी mujh पर ager है तिश्नगी kamil तो पैमाने भी आयेंगे।


जो मेरा tha वो mera हो नहीं पाया ! आँखों में aansoo भरे थे pr मैं रो नहीं पाया !!


जिनके pyaar बिछड़े है unka सुकून से क्या ताल्लुक़, unki आँखों में नींद nahi सिर्फ aansoo आया करते है।


ना वो sapna देखो जो toot जाये, na wo हाथ थामो जो छुट jaye, मत आने दो kisee को करीब itna, कि उससे दूर jane से इंसान khuda से रूठ जाये|


रोकने की koshish तो bahut की पलकों ने ! pr इश्क में pagel थे aansoo खुदकुशी करते रहे !


पड़ रहा हुं मैं ishk की kitaab अगर बन गया wakeel तो, बेवफओं की खैर nahi


ऐ हवा unko कर दे खबर meri मौत की or कहेना, के kafan की ख्वाहिश में meri लाश unko आँचल का intazar करती है.


कहां वह खल्वतें din-raat की और ab यह aalm है कि jab मिलते हैं dil कहता है, koi तीसरा होता।


प्यार किया badnaam हो गए, चर्चे hamare सरे आम हो गए jalim ने dil उस वक्त तोड़ा, jab हम uske गुलाम हो गए?


कहाँ maag ली थी कायनात maine, जो itnaa दर्द मिला, zindagee में पहली baar खुदा, tujhe ज़िन्दगी ही तो मांगी थी।।


इश्क में isliye भी धोखा khane लगें हैं लोग, dil की जगह jism को चाहनें log हैं लोग..!!


देख कर mera नसीब meri तक़दीर रोने लगी, लहू के alphaaz देख kar तहरीर रोने लगी, हिज्र में dewane की हालत kuch ऐसी हुई, सूरत को dekh कर खुद तस्वीर रोने लगी..!!


दिल कि aavaaz को इजहार khate है, झुकी निगाह को इकरार khate है सिर्फ पाने का naam इश्क नही. kuch खोने को भी pyaar कहते है


इन पलकों में क़ैद kuch सपने है, बेगाने है kuch, तो कुछ aapne है, ना जाने कैसी कशिश सी है इन ख्यालो में kuch लोग दूर हो kar भी कितने अपने है!!!


रात को jab चाँद सितारे चमकते हैं, hum हरदम फिर teri याद में तड़पते हैं, aap तो चले गए हो छोड़कर hum को, मगर hum मिलने ko तरसते है।


बिन baat के ही रूठने की aadat है; किसी aapne का साथ pane की चाहत है; आप खुश रहें, mera क्या है; मैं तो आइना हूँ, mujhe तो टूटने की आदत है।


कल रात maine अपने सारे ग़म. कमरे की dewaar पर लिख डाले।। बस fir hum सोते रहे और दीवारे रोती रही।।


उसकी पलकों से aansoo को चुरा रहे थे hum, usko ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हम, जलाया usee दिए ने मेरा हाथ, jisko लो को हवासे बचा रहे थे हम..!!


अजीब dastoor है, mohabbat का रूठ koi जाता है, टूट koi जाता है।


कश्ती ज़रा kinare के करीब ही rhna बिखरी हुई लहरों में abhi तूफान बाक़ी है


डूब रही हैं साँसे mager ये गुमान baki है आने का किसी शख्स के abhi उम्मीद बाक़ी है


होने लगा है hisaab, नफे और nuksaan का मासूम सी mohabbat, व्यापार ho गई ...!!


अपने हाथों से यूँ चेहरे को छुपाते kyu हो, मुझसे शर्माते हो तो samne आते क्यूँ हो, तुम भी मेरी तरह कर लो इकरार-ए-वफ़ा ab, pyaar करते हो तो fir प्यार छुपाते क्यूँ हो?


तुम्हारी aankhon से छलकता है pyaar, जैसे हो phlee बारिश की धार


काश की खुशियो की dukaan होती, उनमे hamaree थोरी पहचान होती, saree खुशियाँ डाल 🥁 देता teri दामन मे चाहे, unki कीमत हमारी jaan क्यो न होती.


आरजू ये है कि इज़हार-ए-मोहब्बत kar दें, अल्फाज़ chunate है तो लम्हात badal जाते हैं।


मौसम भी badal लेता है मिज़ाज़, jab वो देखता है tumara अंदाज


काँच का तोहफा na dena कभी, रूठ कर log तोड दिया करते हैं, जो bahut अच्छे हो unse प्यार मत karna, अकसर अच्छे log ही dil तोड दिया करते है


दिल churana हरकत है, dil जितना आदत है, dil में बसे रहते ab तक, तो maan लेता की मोहब्बत है