Barish Shayari




ऐ बरसात 😴 तुझे प्रेमिका की 😑 तरह बरसने को 🍇 कहा था.. तुम तो बीबी की 🍊 तरह बरस पड़ी..!!


बारिश 😪 के जीतने क़तरे गीरें 🍌 उतनी ही दफ़ा आप स्लिप 🍉 हो कर गीरें….


कहीं 🐱 फिसल ना जाओ ज़रा संभल के रहना, 🍈 मौसम बारिश का भी है 🍌 और मुहब्बत का भी.


बरसात 🍇 का बादल तो दीवाना है क्या जाने 🍊 किस राह से बचना है किस छत 😴 को भिगोना है !!


किस 🍇 को ख़बर थी साँवले बादल बिन बरसे 🍊 उड़ जाते हैं सावन 🍍 आया लेकिन अपनी क़िस्मत 😴 में बरसात नहीं


इन 🍈 बारिशों से दोस्ती अच्छी नही , 🐱 कच्चा तेरा मकान है, 🍋 कुछ तो ख्याल कर..


जब 😪 तेज़ हवायें चलती है तो जान हमारी 🍉 जाती है, मौसम है बारिश का और याद 🍋 तुम्हारी आती है.


बारिश 🐱 की बूँदों में 😑 झलकती है तस्वीर 🍈 उनकी‬‎ और हम उनसे 🍋 मिलनें की चाहत में भीग जाते हैं‬..!!


खुद 🍈 भी रोता है, मुझे भी रुला के जाता है, 🐱 ये बारिश का मौसम, 🍌 उसकी याद दिला के जाता है।


जब 🍉 जब गरजते हे ये बादल मेरे 🍍 दिल की धड़कन बढ़ जाती है| 😪 ओर मेरे दिल की हर एक धड़कन 🍌 से आवाज़ आती है|


बारिश 😴 का मौसम बहुत तडपता है; उनकी याद हैं 🍇 जिन्हें दिल चाहता है; 🍏 लेकिन वो आए भी तो 🍊 कैसे; ना उनके पास रैन कोट है 🍍 और ना छाता है।


अब्र 🍉 के चारों तरफ बाढ लगा दी जाये 😪 मुफ्त बारिश में नहाने पे सजा 🍋 दी जाए।


ये 😴 बारिश ज़रा थम के बरस, जब मेरा यार 🍇 आ जाए तो जम के बरस, 🍏 पहले ना बरस 🍊 की वो आ ना सके, फिर इतना 🍍 बरस की वो जा ना सके……


बरसात 🐱 का मज़ा तेरे गेसू दिखा गए, 🍋 अक्स आसमान पर जो पड़ा 🍈 अब्र छा गए !!


तैरना 😪 तो आता था हमे 😑 मोहब्बत के समंदर मे लेकिन, 🍉 जब उसने हाथ ही नही पकड़ा 🍌 तो डूब जाना अच्छा लगा


हम 🍇 तो समझे थे के बरसात में बरसेगी 🍊 शराब आई बरसात तो बरसात ने 😴 दिल तोड़ दिया !!


Ab 🐱 Kon Se Mausam Se Koi Aas Lagaye 🍈 Barsaat Mein Bhi Yaad Na Jab Un 🍋 Ko Hum Aye..


Khyalon 😴 mein wahi, sapno mein wahi, Lekin 🍇 unki yaadon mein hum the hi nahi, 🍊 Hum jaagte rahe duniya soti 🍍 rahi, Ek baarish hi thi 🍑 jo humare sath roti rahi.


Teri 😪 galiyo mein 😑 kadam nahi rakhe ge 🍉 hum aaj ke bad kyoki 🥝 kichad ho gaya 🍌 hai barsat ke bad..


Har 🍉 barish mein yehi dua hai meri..ki, 😪 Barish ki jitni 🥝 bunden zameen par gire, 🍌 Utni baar aap slip ho ke gire 🍏 Khushiyo ke samandar mein.


Koshishen 🍇 tmaam nakam ho gayi, 🍊 Ankhon se ansuon ki barish aam ho gayi,😴 Bewafai humse karke wo chale gaye 🍍 aur wafa hamari 🍑 badnaam ho gayi…


मेरे 🍈 घर की मुफलिसी को देख कर बदनसीबी सर 🐱 पटकती रह गई और एक दिन की 🍍 मुख़्तसर बारिश के बाद छत कई 🍋 दिन तक टपकती रही..


ye 🍉 barish jra 😑 tham k baras, jb mera 😪 yaar za jae to jam k baras,🍌 pehle na baras ki woh aa na 🍒 sake, phir itna 🥝 baras ki wo jaa na sake…


Bin 🍈 badal barsaat nahin hoti, 🐱 Suraj doobe bina raat nahin hoti, 🍋 Ab kuchh aise haalat hain hamare ki 🍏 Aapko dekhe bagair din 🍒 ki shuruwat nahin hoti.


Kal 🐱 Raat Barasti Rehi 🍍 Sawan Ki Ghata Bi, 🍈 Aur Ham Bi Teri Yad Main 🍋 Dil Khol Ke Roye.


Theharta 😴 ek bhi manzar nai veran ankho 🍇 mai hamary shehar sy badal bhi 🍊 be barsy nikalta hy..


Aaj 😑 aasman mein tare kam dikhe, 🍉 Barish me patte nam dikhe, 🍌 Jinki najaro me jagah nahi 🍒 ti hamare 🍏 liye, Khuda ki kasam aaj unki 🍑 aankho me hum dikhe.


Muhabat 🍇 Tu Barish Hai 😑 Jisay Chohne Ki Khawish Main, 🦊 Hathalian Gheli Ho Jati Hain Magar,🍊 Haath Hamesha Khali 🥝 He Rahte Hain..