Faadu Shayari




नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू जब भी तुम ख्वाबों में मेरा हाथ छोड़ देती हो..


वफ़ा की कीमत कोई मुझसे आकर पूछे जिंदगी बेच दी मैंने इसे पाने की खातिर.


दुश्मनों के ख़ेमे में चल रही थी,मेरे क़त्ल की साज़िश , मैं पहुँचा तो ” वो बोले यार तेरी उम्र बहुत लंबी है।


छोड दो तन्हाई मे मुझको यारो, साथ मेरे रहकर क्या पाओगे, अगर हो गई आपको भी मोहब्बत कभी, मेरी तरह तुम भी पछताओगे…।।


मेरा क्या रिश्ता नवंबर दिसंबर जनवरी से, सब महीने जालिम है इश्क़ के फकीरों पर।


तकदीर लिखने वाले एक एहसान लिख दे,मेरे दोस्त की तकदीर में मुस्कान लिख दे,ना मिले जिंदगी में कभी भी दर्द उसको,चाहे उसकी किस्मत में मेरी जान लिख दे।


उस दिन गर कोई पूछे मुझसे बताओ जन्नत की हुर्र देखि है तो में कहूँगा हो न हो पर वो बिलकुल मेरी जान सी होगी.


शान से हम तेरे दिल में रहेंगे, तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे, देख के जलेगी हमें दुनिया सारी, इस कदर बेपनाह तुझे प्यार करेंगे…


हमसे रूठ जाने की खता कब तक याद करोगे हम मर जाएंगे तेरी याद में तो याद करोगे फिर ना हम यहाँ लोट कर आएगें रो–रोकर मिलने की फरियाद करोगे


मुझे वो रिश्ते पसंद है, जिनमें मैं " नहीं " हम " हो !! इंसानियत दिल में होती है, हैसियत में नही, उपरवाला कर्म देखता है, वसीयत नही.


वो पूछते हैं क्या नाम है तेरा, मैंने कहा बस अपना कहकर पुकार लो..


जिस दिन बंद कर ली हमने आंखें, कई आँखों से उस दिन आंसु बरसेंगे, जो कहते हैं के बहुत तंग करते है हम, वही हमारी एक शरारत को तरसेंगे.


तोड़ दो न वो क़सम जो खाई है, कभी कभी याद करलेने मैं क्या बुराई है, याद आप को किये बिना रहा भी तो नहीं जाता, दिल में जगा अपने ऐसी जो बनाई है.


ऐसे सजी होगी बनके दुल्हन मेरी जान उस दिन यारो जैसे मोतियों से सजी पारी कोई परिष्टां की होगी..


ये जरुरी नहीं की इंसान दिखने में अच्छा हो बहुत ही ख़ूबसूरत और सुन्दर हो कमाई में ज्यादा और नामी हो असल में वही इंसान अच्छा होता हैं जो जरुरत पड़ने पे सदा आपके साथ हो


तक़दीर का ही खेल है सब, पर ख़्वाहिशें है, की समझती ही नहीं..


यादों मैं हमारी वो भी खोये होंगे, खुली आँखों से कभी वो भी सोए होंगे, माना हँसना है अदा ग़म छुपाने की, पर हँसते-हस्ते कभी वो भी रोए होंगे.


ऐ आईने तेरी भी हालत अजीब है, मेरे दिल की तरह तुझे भी बदल देते हैं यह लोग तोड़ने के बाद..


आ मौत बनके मेरे मेहबूब, तू ही लगा गले के बस अब और ज़िन्दगी मुझसे संभाली नहीं जाती


साला जहाँ जाऐ ‪वहाँ‬ लडकींयाँ देखती है हमें, ‪ दिल‬ किसी से नहीँ लगाऊँगा पर राज हर एक के दिल में करूंगा.


कौन कहता है कि हम उसके बिना मर जायेगे.हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेगे.वो तरस जायेगे एक बूँद के लिये.हम तो बादल है प्यार के किसी और पे बरस जायेगे.


उसके दुश्मन बहुत है गालिब, आदमी अच्छा ही होगा..


जिसको हम पा सके वो जनाब हो आप, मेरी जिंदगी का पहला ख्वाब हो आप, लोग चाहे कुछ भी कहे आपको, लेकिन मेरे लिए सुन्दर सा गुलाब हो आप.


मेरी आँखों से बहते अश्क भी अब सूखने लगे हैं, क्या बताये तुम्हे की किस कदर हम टूटने लगे हैं, जिंदगी में जो वजह थी मेरे मुस्कुराने की, आज वही वजह बनी हैं मेरे टूटकर बिखर जाने की.


एक आंसू तेरा गिरता है, उस लम्हा यहाँ कोई मरता है, तेरी सिसकियों की आवाज़ पे, “मन” उसका बहुत तड़पता है.


तेरे चेहरे में मेरा नूर होगा, फिर तू कभी ना मुझसे दूर होगा, सोच क्या ख़ुशी मिलेगी जान मुझे उस पल, जिस पल मेरी मांग में तेरे नाम का सिंदूर होगा.