Jhakaas Shayari




आप के 😮 बाद ये महसूस हुआ है हमको 👋 जीना मुश्किल नहीं और मरना ☝️ भी दुश्वार नहीं.


जा 😮 माफ़ किया जी ले 💅 अपनी मर्ज़ी की ज़िन्दगी, 🙏 हम मोहब्बत के बादशाह है, बेवफाओं 👊 को मुँह नहीं लगाते।


ना 💅 वक्त इतना हैं कि सिलेबस पूरा किया जाए; 👊 ना तरकीब कोई की एग्जाम 😮 पास किया जाए; ना जाने कौन 👃 सा दर्द दिया है इस पढ़ाई ने; ना 👣 रोया जाय और ना सोया जाए।


होकर ☝️ भी नहीं हूँ जैसे, 👋 कुछ इस तरह 😣 आजकल हूँ मैं..


तन्हाईयों ☝️ में मुस्कुराना इश्क है, एक बात को 😣 सबसे छुपाना इश्क है, यु तो नींद नहीं आती हमें 👋 रात भर, मगर सोते-सोते 💅 जागना और जागते-जागते 👂 सोना इश्क है.


हमे भी 😣 आते हैं अंदाज़ दिल तोड़ने के 👋 हर दिल में खुदा बसता है यही ☝️ सोचकर चुप हू मै ।।


होठों ☝️ की ज़ुबान ये आंशु कहते हैं जो चुप रहते हैं 😣 फिर भी बहते हैं और इन आंशु की 👋 किस्मत तो देखिए ये उनके ✍️ लिए बहते हैं जो इन 🙏 आँखो मे रहते हैं


ज़ख़्म 👇 च्छुपाने के लए बहाना 👣 चाहिए, दर्द सुनने ✍️ के लए ज़माना चाहिए, हर शक्ष 🙌 करीब आकर चला जाता है, 🙏 एक वो ही नही आता 🙏 जिनको आना चाहिए


खुदा ✍️ मुझे किसी तूफ़ान से आश्ना कर दे की तेरे 🙌 बेहर की मौजों में इज़्तराब नहीं तुझे किताब 🙏 से मुमकिन नहीं फराग की 🙏 तू किताब- खावण है मगर 👇 साहिब -ऐ-किताब नहीं


उस 👇 के छोड जाने के बाद अब मोहब्बत नहीं 🙌 करते किसी से, ए दोस्त 🙏 थोड़ी सी तो उम्र है, 👂 किस किस 😮 को आजमाते फिरे,


ख्वाबों ✍️ की ताबीर में जिंदगी उलझा ली 🙌 इतनी की हकीकत में 🙏 रहना का सलीका 👇 ही हम भूल गए


दिल 👊 की किताब में गुलाब उनका था; 😮 रात की नींदों में ख्वाब उनका था; 💅 कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा; 👂 मर जायेंगे तुम्हारे बिना यह 👃 जवाब उनका था!


किस्मत 👇 ने मुझे कैसी सज़ा डी यारो, दर्द की यादे ✍️ फिर से जगा डी यारो, अपनी बेगुनही 🙏 का सबूत मैं देता ज़रूर, 🙏 लेकिन उसके आँसुओं ने 🙌 आग लगा डी यारो.


मोम ✍️ की तरह पिघलती जा 💅 रही है जिंदगी क्यों इस तरह 👇 हाथ से फिसल रही है 👣 जिंदगी हम तुम्हे पाना 🙌 चाहते है दिल में बसाना चाहते है 🙏 पर क्यों अनचाहे सदमों 🙏 से गुजर रही है जिंदगी


कभी 👊 ख़ामोशी भी बहुत कुछ कह जाती है, 😮 तडपने के लिए बस एक याद रह जाती है, 👂 क्या फरक पड़ता है विल्स हो या 👃 गोल्ड फ्लेक, जलने के 👣 बाद सिर्फ राख रह जाती है.


नफ़रत 👊 हो जायेगी तुझे अपने ही किरदार पे, 🙄 अगर में तेरे ही अंदाज मे तुझसे बात करुं…


मासूमियत 🙄 का कुछ ऐसा अंदाज़ था मेरे 👋 सनम का, उसे तस्वीर में भी देखूं तो ☝️ पलकें झुका लेती थी .


मैंने 😮 अपने ख्वाहिशों को दीवार में चुनवा 👃 दिया, खामखाँ जिंदगी में अनारकली 👊 बनके नाच रही थी !!


तमन्ना ☝️ थी कि तेरे हाथों का रुमाल 🙄 बनूँ लेकिन तेरी जुकाम देखा 👋 तो इरादा बदल गया।


आज 👇 तेरा दिन है कल मेरा होगा 🙌 लेकिन जब 🙏 मेरा दिन होगा, वो तेरा ✍️ आखरी दिन होगा.


हमें 👊 पता था की उसकी मोहब्बत 🙏 के जाम में जहर है, 👃 पर उसका पिलाने 😮 का अदाज़ ही इतना प्यारा था 💅 की हम ठुकरा न सके.