Sharabi Shayari




दोस्तो 💥 की महफ़िल ऐसे जमाई जाती हे, 💦 खोलने से पहेले बॉटल हिलाए जाती हे. 🐵 फिर एक आवाज़ लगाई जाती हे, 🐵 आ जाओ टूटे दिलवालो,यहा दर्द की दावा 🙈 पिलाई जाती हे..


कभी 💥 सोचते है की इस मुकाम पर जाएंगे, 💦 कभी सोचते है उस मुकाम पर जाएंगे 🙈 चार पैग के बाद सोचते है की कैसे अपने मकान 🐵 तक जाएंगे…………???


पानी 🙈 में विस्की मिलाओ तो नशा चड़ता है, 💥 पानी में रम मिलाओ तो नशा चड़ता है, 🐵 पानी में ब्रेंड़ी मिलाओ तो नशा चड़ता है, साला पानी में ही 💦 कुछ गड़बड़ है…


तुम्हारी 🙈 प्यारी सी नज़र अगर इधर नहीं होती, 💥 नशे में चूर फ़िज़ा इस कदर नहीं होती, 🐵तुम्हारे आने तलक हम को होश रहता है, 🐵 फिर उसके बाद हमें कुछ 💦 ख़बर नहीं होती.


दूरियां 🙈 आसानी से मिटाती है शराब, मजबूरियों 💥 को नशे में नचाती है शराब, 🐵 आँसुओं को मिला दे तू 💦 अपने हर एक जाम में, 🐵 फिर देख कैसे यादों को और 🐵 करीब लाती है शराब...


रातों 💥 को चलती रहती है मोबाईल पर उँगलियाँ 💦 सीने पर किताब रखकर सोए ज़माना 🙈 गुज़र गया…….


काश 💦 हमें भी कोई समझाने वाला होता तो 🙈 आज हम इतने नासमझ ना होते काश कोई 💥 इश्क का जाम पिलाने वाला 🐵 होता तो आज हम भी 💦 शराब के दीवाने ना होते


जो 💥 पिला दे वो आँखों से वो एक जाम काफी है, 💦 जो गुज़रे वो साथ मेरे वो एक शाम काफी है, 🙈 ये दौलत ये शौरत मैं क्यों मांगूँ तुझसे मौला, 🐵 मेरे हाथों की लकीरों में बस उसका 🐵 नाम काफी है...


हो 🙈 चुकी मुलाकात अभी सलाम बाकी है 💥 तुम्हारे नाम की दो घूँट शराब बाकी है तुमको मुबारक 🐵 हो खुशियूं का शम्याना मेरे नसीब मे अभी दो गाज़ 💦 ज़मीन बाकी है…


मे 💥 तोड़ लेता अगर तू गुलाब 🐵 होती मे जवाब बनता अगर 🙈 तू सबाल होती सब जानते है मैं नशा नही करता, 💦 मगर में भी पी लेता अगर तू शराब 💦 होती!


महफ़िल 💦 में इस कदर पीने का दौर था हमको पिलाने के 💥 लिए सबका जोर था, पी गए 🐵 हम इतनी यारो के कहने पर, न अपना गौर था न 🙈 ज़माने का गौर था…


दुनिया 🙈 में रहने के लिए दो ही जगह 🐵 अच्छी है , किसी के ‘दिल’ 💦 में या किसी की दुआ मे 🐵 दिल तो हमारे नसीब नही, बस दुआ मे 💥 याद रखना !


इतनी 💥 पीता हूँ कि मदहोश रहता हूँ, 🐵 सब कुछ समझता हूँ 🙈 पर खामोश रहता हूँ, जो लोग करते 🐵 हैं मुझे गिराने की कोशिश, 💦 मैं अक्सर उन्ही के साथ रहता हूँ।


मदहोश हम हरदम रहा करते हैं, 💥 और इलज़ाम शराब को दिया करते हैं, 💦 कसूर शराब का नहीं उनका है यारों, 💦 जिनका चेहरा हम हर जाम में तलाश 🙈 किया करते हैं...


बदनामी 🙈 का डर होता तो, हम जहा मे आते ही 💦 क्यो, होंश मे आने का शौक होता तो, हम पी कर 💥 डगमगाते ही क्यो.


हर 💦 रोज़ पीता हूँ तेरे छोड़ जाने के ग़म में, 💥 वर्ना पीने का मुझे भी कोई शौंक नहीं, 🐵 बहुत याद आते है तेरे साथ बीताये हुये लम्हें, 🐵 वर्ना मर मर के जीने का मुझे भी 🙈 कोई शौंक नहीं |


जाम 💥 से कभी इतनी नफरत ना करो, 🙈 कि पीना चाहो तो कभी पी ना सको, 💦 किसी को भी इतना प्यार ना करो,🐵 की बिछड़ कर जीना चाहो 💦 तो जी ना सको...


हर 💦 बात का कोई जवाब नही होता… 💦 हर इश्क़ का नाम खराब नही होताआ.. 💥 या तो जूम लेते है नशे मे पीने वेल मगर हर नशे का 🙈 नाम शराब नही होता…


शराब 💥 चीज़ ही ऐसी हाए ना छोडी 🐵 जाए ये मेरे यार के जैसी हाए 💦 ना छोडी जाए


नशा-ए-गम 🙈 में शायरी, लिखने का अलग मज़ा आता है, 💦 मैं नहीं डलता शायरी के रस में, 🐵 ये तो शराब के संग 💥 आ जाता है...


प्रिय 💥 गाव मेरे तू चल तेरे शहर में क्या धरा है 🐵 वहाँ बोली में शहद है यहाँ बोतॉलों में 💦शराब भरा है


तेरी 💦 आँखों से यून तो सागर भी पिए हैं मैने, 💥 तुझे क्या खबर जुदाई के दिन कैसे जिए 🙈 हैं मैने…


होंठों 🙈 पे आज उनका नाम आ गया, 🐵 प्यासे के हाथ में आज जाम आ गया, डोले कदम तो गिरे 💦 उनकी बाहों मैं जाके, आज तो पीना भी हमारे 💥 काम आ गया...


कसूर 🐵 शराब का नहीं उनका है 💥 जिनका चहेरा हम जाम मै तलाश 💦किया करते है


आशिकों 💥 को मोहब्बत के आलावा अगर कुछ काम होता, 🐵 तो मैंखाने जाके हर रोज़ यूँ बदनाम ना होता, 🙈 मिल जाती चाहने वाली उसे भी कहीं राह में कोई, 💦 अगर क़दमों में नशा और हाथ 🐵 में जाम ना होता...


Dard 💥 ki mehfil me ek sher 🐵 hum bhi arz kiya karte hai 💦 Na kisi se marham Na duaon 🐵 ki Ummed kiya karte hai 🐵 kayi chehre lekar log yaha jiya karte hai 🐵 hum in aasunao ko ek chehre ke liye peeya 🙈 karte hai…


Kashti 🙈 ke musafir ne samandar nahi dekha 💥 Ankho me rahe dil me utarkar nahi dekha.💦 Patthar samjhte 🐵 hai mere chahne wale mujhe 🐵 Par mom hu main kisi ne chu kar 🐵 nahi dekha


Tu 💥 kya jane kaise pilayi jati hai,Kholne 🙈 se pehle botal hilayi jati hai, 💦 Fir awaz lagayi jati hai,aa jao tute dil 🐵 walo,Yahan darde dil ki dwa pilayi jati hai


Dard 🙈 Ki Mehfil Me Ek Sher Hum Bhi 💦 Arz Kiya Karte Hai, Na Kisi Se 🐵 Marham Na Duaon Ki Ummed Kiya Karte Hai, 🐵 Kayi Chehre Lekar Log Yaha Jiya Karte Hai, 🐵 Hum In Aasunao Ko Ek Chehre Ke Liye Peeya 🐵 Karte Hai.


Ek 💦 bewda terrace pe se niche gir gaya. 🙈 Sab log aye aur puchne lage ke Kya hua?? Bewda 🐵 pata nahi bhai Me bhi just abbhi 🐵 niche aya.


Gham 💥 is kadar mila ki ghabra ke pee gaye, 💦 Khushi thodi si mili to mila ke pee gaye 🐵 Yun to naa thi janam se peene ki aadat 🐵 Sharab ko tanha dekha to taras khaa ke 🙈 pee gaye


Be 🙈 khudishi jindgi hum jiya nahi karte 💥 Jam dusro se chin kar hum piya nahi karte, 💦 Unko mohobbat hai to aake Izhar kare 🐵 Pich hum bhi kisi ka kiya 🐵 nahi karte.


Ho 🙈 chuki mulakaat abhi salaam baaki hai 💥 Tumhare naam ki do ghoont sharaab baki 💦 hai Tumko mubarak ho khushiyoon ka 🐵 shamyaana Mere naseeb me abhi do gaz zameen baki hai…