Zindagi Shayari




ज़रूरी तो 🍕 नहीं के शायरी वो ही करे 🌮 जो इश्क में हो, 🍲 ज़िन्दगी भी कुछ ज़ख्म बेमिसाल 🍳 दिया करती है।


यूँ तो 🌭 ए ज़िन्दगी तेरे सफर से शिकायते बहुत थी, 🌮 मगर दर्द जब दर्ज कराने पहुँचे तो 🍟 कतारे बहुत थी !!


हम 🍟 भी दरिया हैं, हमें अपना हुनर 🌯 मालूम है, जिस तरफ़ भी चल पड़ेगे, रास्ता 🌭 हो जाएगा।


यह दिन 🍟 रात यह लम्हे मुझे अच्छे से 🌯 लगते हैं, तुम्हें सोचूँ तो सारे सिलसिले 🍔 अच्छे से लगते है.


अपनी 🍕 जिंदगी के अलग असूल हैं, 🍔 यार की खातिर तो कांटे भी कबूल हैं, 🍳 हंस कर चल दूं कांच के टुकड़ों पर भी, 🌯 अगर यार कहे, यह मेरे बिछाए 🌮 हुए फूल हैं.


दिल 🌮 से दुआ है ज़िंदगी तुम्हारी सुधर जाए, 🍳 हर नज़र मे बस प्यार ही प्यार नज़र आए, 🍟 तुम्हे जिसकी तलाश है आए 🌯 मेरे दोस्त, खुदा करे वो खुद तुम्हारी 🍔 तलाश मे आए


बहुत 🍟 कुछ सिखाया जिन्दगी के सफ़र अनजाने 🌭 ने, वो किताबों में दर्ज था 🌮 ही नहीं जो पढ़ाया 🍕 सबक ज़माने ने.


मेरी 🍳 ज़िन्दगी का मकसद पूछते है लोग ! 🍔 सुनो बेवजह भी जीते हैं हम 🍳 जैसे लोग !!


जीवन 🍕 की सुबह में कभी सांझ न हो 🍟 जो मिल न सके रब से वो मांग न हो 🌭 खूब चमकें सितारे खुशियों 🍳 के ज़िन्दगी कभी अमावस 🌯 का चाँद न हो


सुबह 🌮 सुबह उठना पड़ता है…, 🌯 कमाने के लिए,, 🍲 आराम कमाने निकलता हूँ…, 🍟 आराम छोड़कर..


रख हौसला 🤔 वो मन्ज़र भी आएगा, 😏 प्यासे के पास चल के समंदर भी आयेगा, 😐 थक कर ना बैठ ऐ मंज़िल के मुसाफिर, 😶 मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का 😑 मजा भी आयेगा


चलो! 🍔 थोड़ी मुस्कुराहट बाँटते है.. 🌭 थोड़ा दुख तकलीफों को डाँटते है.. 🌮 क्या पता ये साँसे चोर कब 🍕 तक हैं? क्या पता ‘ 🍳 जिन्दगी की चरखी’ में ड़ोर 🌮 कब तक हैं?


Zindagi 🍏 Nikli Musalsal 💣 Imtihaan Dar Imtehaan 🍑 Zindagi Ko Daastan Hi Daastaan Samjha 🍒 Tha Main


जी भर 🍔 के रोते है तो करार मिलता है 🍟 इस जहाँ में कहा सबको प्यार मिलता है 🍕 ज़िन्दगी गुज़र जाती है इम्तिहान के दौर 🌭 में एक ज़ख्म भरता है तो दूसरा 🌮 तैयार मिलता है !!


मालूम है 🙄 मुझे वो ना मेरी थी ना कभी होगी ! 😏 बस इक शौक था उसके "पीछे "जिदंगी 😏 बर्बाद करने की !!


तकदीरें 😐 बदल जाती हैं, जब ज़िन्दगी का कोई 😑 मकसद हो; वर्ना 😶 ज़िन्दगी कट ही जाती है ‘तकदीर’🤔 को इल्ज़ाम देते देते….


ज़िन्दगी 😶 तो अपने दम पर ही जी जाती हे 🙄 दूसरो के कन्धों पर तो सिर्फ जनाजे 😏 उठाये जाते हैं


अपनी 🤔 तो ज़िन्दगी है अजीब कहानी है, 😐 जिस चीज़ की चाह है वो ही बेगानी है, हँसते भी है 😶 तो दुनिया को हँसाने के लिए, 🙄 वरना दुनिया डूब जाये इन आखों में 😑 इतना पानी है।


नींद 😶 मुझे न आती है तो कैसे तुम सो जाते हो, 🙄 मेरे जायज़ सवालों पे तुम चुप कैसे हो जाते हो, 😏 दिनभर मुझे रुलाते हो बस ये बता दो किस हक से, 😏 तुम पत्थर दिल हो जाते हो बस ये बता दो किस 😏हक से..


ज़िन्दगी 😐 तुझ से एक सबक सीखा है मैंने, 😑 वफ़ा सब से करो, वफ़ा की उम्मीद किसी 🤔 से न करो.


मेरी 🙄 ज़िन्दगी में खुशियाँ तेरे बहाने से है 😏, आधी तुझे सताने से है, आधी 😶 तुझे मनाने से है..


चौराहे 🤔 पर खड़ी ज़िन्दगी, बीच रास्ते पड़ी ज़िन्दगी, 😐 बच्चों सी है शायद आज अपनी जिद पर 😑 अड़ी ज़िन्दगी….


किस्मत 😏 पर नाज़ है तो वजह तेरी रहमत.. 🙄 खुशियां जो पास है तो वजह तेरी रहमत.. 😶 मेरे अपने मेरे साथ है तो वजह तेरी रहमत. 🤔. मैं तुझसे मोहब्बत की तलब कैसे न करूँ. 😑 चलती जो ये सांस है तो वजह तेरी रहमत..


कहते हे.. 😣 प्यार की शुरूआत आँखो से होती है ,😥 यकीन मानो दोस्तो, प्यार 🤐 की कीमत भी आँखो को ही 😮 चुकानी पङती है..


ज़िन्दगी 🤐 एक हसीन ख्वाब है जिसमें जीने की 😯 चाहत होनीचाहिये गम खुद ही खुशी में बदल 😏 जायेंगे सिर्फ मुस्कुराने की आदत 😯 होनी चाहिये


इस 😣 बनावटी दुनिया में कुछ सीधा सच्चा रहने दो, 😥 तन वयस्क हो जाए चाहे, दिल तो बच्चा रहने दो, 😮 नियम कायदो की भट्टी में पकी तो जल्दी 🤐 चटकेगी, मन की मिट्टी को थोडा सा तो गीला, 😏 कच्चा रहने दो|


हद-ए-शहर 🤐 से निकली तो गाँव गाँव चली कुछ 🤐 यादें मेरे संग पांव पांव चली सफ़र जो धूप 😏 का किया तो तजुर्बा हुआ वो जिंदगी ही क्या जो 😣 छाँव-छाँव चली।।


कैसे 😣 कहें कि ज़िंदगी क्या देती है; 😥 हर कदम पे ये दगा देती है; जिनकी जान से 😏 भी ज्यादा कीमत हो दिल में; उन्ही से दूर रहने की 😮 सज़ा देती है।


आरज़ू, 😯 हसरत,तमन्ना और ख़ुशी कुछ भी नही, 😏 ज़िन्दगी में तू नही तो ज़िन्दगी 🤐 कुछ भी नही…


किस 😥 से सीखू मैं खुदा की बंदगी, 😮 सब लोग खुदा के बँटवारे किए बैठे है, 🤐 जो लोग कहते है खुदा कण कण में है, 😯 वही मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारे 😣 लिए बैठे हैं !


लफ्ज़ 🤷 वही हैं, माईने बदल गये हैं, किरदार वही, 😂 अफ़साने बदल गये हैं, 🔥 उलझी ज़िन्दगी को 🤔 सुलझाते सुलझाते, ज़िन्दगी जीने के 😍 बहाने बदल गये हैं..


तेरी 🤔 मुहब्बत की तलब थी तो हाथ फैला दिए वरना, 🔥 हम तो अपनी ज़िन्दगी के लिए भी 😊 दुआ नहीं करते…


गलतफहमी 😍 में जिंदगी गुजार दी ! 🤔 कभी हम नहीं समझे कभी तुम 🤷 नहीं समझे !!


Ziske 😂 Paas Sirf Sikke The Wo Maze 😊 Se Bhigte Rahe 😍 Barish Me ! Jiske Jeeb Me Note The 🤔 Wo Chat Tlashte Rah Gaae


Jab 🤔 Bhi Yaad Aata Hai Maazi Ashaq Ankhoon 😊 Se Tapak Parte Hai Verane Chaye 🔥 Hai Zindagi Pe Aise 😘 Baharo Ke Bhi Rukh Palat 😂 Parte Hai..!!!


Ek aur 😂 zindagi maang lo khuda se, 😍 ye wali to daftar me hi kat 😊 jaani hai Naa khushi khareed pata 😘 hun, na hi gum baich pata hun. 🔥 fir bhi na jaane kun mai har roz 🤔 kamane jata hun.


Yeh 🤔 Ek Baar Ki Maut 😘 Ab Use Mili Warna 🤷 Zara Zara Sa Toh 😘 Hiddat Se Mar Raha 😂 Tha Koi!