CAG Full Form in Hindi




CAG Full Form in Hindi - सीएजी क्या है?

CAG Full Form in Hindi, CAG का Full Form क्या हैं, सीएजी का फुल फॉर्म क्या है, Full Form of CAG in Hindi, CAG किसे कहते है, सीएजी क्या होता है, CAG का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, CAG की Powers क्या है, दोस्तों क्या आपको पता है CAG की Full Form क्या है, और CAG होता क्या है, अगर आपका answer नहीं है, तो आपको उदास होने की कोई जरुरत नहीं है, क्योंकि आज हम इस post में आपको CAG की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में देने जा रहे है. तो फ्रेंड्स CAG Full Form in Hindi में और CAG की पूरी history जानने के लिए इस post को लास्ट तक पढ़े।

CAG की फुल फॉर्म “Comptroller and Auditor General of India” होती है, CAG भारत की संवैधानिक संस्था है, CAG का नाम अक्सर Newspaper में आता रहता है, प्रसिद्ध कोयला खदान आंवटन व 2G Spectrum आंवटन घोटाले का पता लगाने में CAG का सबसे बड़ा हाथ था. आइये अब इसके बारे में अन्य सामान्य जानकारी प्राप्त करते हैं।

CAG एक authority है जिसको भारतीय संविधान के अनुच्छेद 148 के तहत स्थापित किया गया है. इसकी मुख्य भूमिका केंद्र सरकार, राज्य सरकार और उन संगठनों के सभी खर्चों का लेखा-जोखा करना है जो सरकार द्वारा financed हैं, इसका मुख्यालय नई दिल्ली, भारत में है।

CAG की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा और भारत के प्रधान मंत्री की सिफारिश पर 6 वर्ष की अवधि के लिए की जाती है. सन 2016 तक, शशि कांत शर्मा भारत के CAG हैं, उन्हें 23 मई 2013 को नियुक्त किया गया था, और वह भारत के 12 वें सीएजी थे।

CAG के सर्वोच्च अधिकारी को भी CAG कहते है, जैसा की आप जानते है इसकी नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है. CAG से संबद्ध व्यवस्थाएं हमारे संविधान के अनुच्छेद 148 से 151 तक की गई है, देश के वरीयता अनुक्रम में CAG का नौवां स्थान है जो सुप्रीम कोर्ट के एक न्यायाधीश के बराबर है. CAG का कार्यकाल 6 वर्ष या 65 वर्ष की उम्र,जो भी पहले हो, की Period के लिए होता है, CAG को उसके पद से केवल उसी रीति से और उन्हीं आधारों पर हटाया जा सकता है. जिस रीति से और जिन आधारों पर Supreme court के जज को हटाया जाता है, आपकी जानकारी के लिए बता दे एक बार अपने पद से हटाये जाने के पश्चात् वह केंद्र सरकार के या किसी राज्य सरकार के अधीन किसी और पद का पात्र नहीं होगा।

CAG की Powers ?

कंपनी Act 1956 के अनुसार, CAG को कुछ अधिकार दिए गए है जो निंम्न है −

  • सरकारी कंपनी के ऑडिटर की नियुक्ति और पुन: नियुक्ति,

  • CAG किसी भी सरकारी कंपनी के खातों के हिसाब-किताब की जांच कर सकता है,

  • खातों का परीक्षण ऑडिट आयोजित करें,

  • वैधानिक लेखा परीक्षकों की ऑडिट रिपोर्ट को पूरक,

CAG का वेतन ?

अगर बात करे CAG के वेतन की तो CAG का वेतन और अन्य सुविधाएँ देश के संसद में 1971 CAG Act के तहत तय की जाती है. इनका वेतन सुप्रीम कोर्ट के जज के वेतन के सामन होता है. जैसा की आप जानते है, इस कार्यभार को संभालने के बाद CAG अन्य किसी भी सरकारी अथवा ग़ैर सरकारी कार्यों से नहीं जुड़ सकता है. फिलहाल एक CAG का वेतन 90,000 रूपए है।