UPSC Full Form in Hindi, UPSC का Full Form क्या हैं, यू. पी. एस. सी. का फुल फॉर्म क्या है, Full Form of UPSC in Hindi, UPSC Form in Hindi, UPSC का पूरा नाम क्या है, यू. पी. एस. सी. क्या होता है, यू. पी. एस. सी. की शुरुआत किसने की थी, UPSC का Syllabus क्या है, UPSC के लिए Eligibility क्या होती है. दोस्तों क्या आपको पता है UPSC की Full Form क्या है, और UPSC होता क्या है, अगर आपका answer नहीं है, तो आपको उदास होने की कोई जरुरत नहीं है, क्योंकि आज हम इस post में आपको UPSC की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में देने जा रहे है, तो फ्रेंड्स UPSC Full Form in Hindi में और UPSC की पूरी history जानने के लिए इस post को लास्ट तक पढ़े.
UPSC की फुल फॉर्म "Union Public Service Commission" होती है. UPSC को हिंदी में “संघ लोक सेवा आयोग” कहते है. UPSC को भारत का सबसे प्रतिष्ठित कमीशन माना जाता है. यह civil services के बड़े अधिकारियों का तीन चरणों के कठिन इम्तहान के द्वारा selection करता है. UPSC केद्रीय सरकार के अधीन कार्य करने वाली एक संस्था है और इसका कार्य भिन्न departments के लिए कर्मचारियों की भरती करना है.
UPSC का फुल फॉर्म संघ लोक सेवा आयोग है. यूपीएससी परीक्षा का अर्थ समझने के लिए, उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा पृष्ठ पर जा सकते हैं. UPSC भारत के केंद्र और राज्य सरकार के तहत 24 सेवाओं के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा आयोजित करता है. यूपीएससी को भारतीय संविधान द्वारा अखिल भारतीय सेवाओं और केंद्रीय सेवा समूह ए और बी में नियुक्तियां करने के साथ-साथ विभिन्न विभागों से इनपुट के साथ इन भर्ती के लिए परीक्षण पद्धतियों को विकसित और अद्यतन करने के लिए अनिवार्य किया गया है. इसके अलावा, यूपीएससी से कर्मियों के पदोन्नति और स्थानांतरण से संबंधित मामलों के साथ-साथ सिविल क्षमता में सेवारत एक सिविल सेवक से जुड़े किसी भी अनुशासनात्मक मामलों पर भी परामर्श किया जाता है. UPSC केन्द्रीय सरकार के अधीन Group A व Group B के लिए कर्मचारियों को नियुक्त करने का काम करती है. UPSC के द्वारा national level के कई बड़े-बड़े exams कराये जाते है, आपको पता होना चाहिए ये भारत सरकार द्वारा संचालित संस्था है, यह सिविल सर्विस, इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा, Naval Academy, भारतीय वन सेवाक्षेत्र, संयुक्त रक्षा सेवा, संयुक्त चिकित्सा सेवा, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की परीक्षाओं को आयोजित करती है.
आज के समय में हर किसी को सरकरी नौकरी चाहिए है, और लोग सरकरी नौकरी पाने के लिए कड़ी मेहनत भी करता है. दोस्तों अगर आप भी भारत सरकार के अधीन अच्छी Post पर कार्य करना चाहते है, और अगर आपने IAS, UPSC, PCS आदि के लिए तैयारी करने कि सोची है, तो आप ये तो जानते ही होंगे इन सबके लिए भर्तिया निकलना का काम UPSC करता है. आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे UPSC भारत सरकार के भिन्न विभागों के लिए भर्तिया निकलता है. आइये जानते है UPSC Full Form in Hindi क्या होती है और UPSC क्या होता है.
यूपीएससी क्या है? यूपीएससी सिलेबस क्या है? यूपीएससी का फुल फॉर्म क्या है? UPSC द्वारा कौन सी परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं? यूपीएससी परीक्षा तिथि क्या है? यूपीएससी ऑनलाइन आवेदन कैसे दर्ज करें? यूपीएससी अधिसूचना कब प्रकाशित होगी? संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के बारे में वह सब कुछ जानें जो आपको जानना आवश्यक है. अगर आपका ड्रीम करियर आईएएस या आईपीएस जैसी प्रतिष्ठित केंद्र सरकार की नौकरी है, तो आपको यूपीएससी के बारे में जरूर पता होना चाहिए. संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) शीर्ष स्तर की केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए भर्ती एजेंसी है. संघ लोक सेवा आयोग आमतौर पर केवल ग्रुप-ए और कुछ ग्रुप-बी स्तर की नौकरशाही रिक्तियों के लिए भर्ती करता है. ग्रुप सी और ग्रुप डी भर्तियां अन्य एजेंसियों / आयोगों द्वारा आयोजित की जाती हैं.
यूपीएससी एक स्वतंत्र संगठन होता है . यह भारत में Level A & Level B के कर्मचारियों की नियुक्ति करने के लिए जिम्मेदार होता है. इसके किसी भी काम में कोई बाहरी पावर दखल अंदाजी नहीं कर सकता है . अतः यह संस्था मुख्य रूप से सब कार्य स्वतंत्र होकर करता है . कोई भी निकाय या संस्था इसके कार्य में बाधा नहीं डाल सकता है
UPSC Kya Hai: यूपीएससी भारत के संविधान द्वारा बनाया गया एक निकाय यानी की आयोग है! UPSC को भारत की प्रमुख केंद्रीय भर्ती एजेंसी माना जाता है! जो भारत सरकार के लोकसेवा आयोग के पदों की नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का संचालन करता है! जिसके माध्यम से देश में सरकार द्वारा कई प्रकार के Competitive Exams का आयोजन किया जाता है! 2021 में अक्टूबर माह में यूपीएससी का रिजल्ट घोषित किया गया था! परिणाम आप upsc.gov.in Website में जाकर चेक कर सकते हैं! यह भारतीय सेवाओं व केंद्रीय सेवाओं के ग्रुप A और ग्रुप B अर्थात प्रथम और द्वितीय समूह के लिए नियुक्तियां उपलब्ध कराता है! संविधान के भाग 14 के अंदर अनुच्छेद 315 और अनुच्छेद 323 में संघीय लोक सेवा आयोग और राज्यों के लिए राज्य लोक सेवा आयोग के गठन का नियम है!
भारत में प्रथम लोक सेवा आयोग की स्थापना 1926 में की गयी थी! संवैधानिक अधिकार मिलने के बाद 1950 में लोक आयोग की स्थापना हुई! भारत के संघ लोक सेवा आयोग का Headquarter शाहजहाँ रोड धौलपुर हाऊस (नई दिल्ली) में है! इस हाऊस का निर्माण 1920 में किया गया था! वर्तमान में आईएएस अधिकारी वसुध मिश्रा को UPSC की नई सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है! UPSC के सदस्यों की नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा की जाती हैं! इसमें लोक सेवा आयोग के सदस्य शामिल होते हैं जो सभी अनुभव वाले होते हैं! इनका कार्यकाल 6 वर्ष तक होता है!
भारत में जब ब्रिटिश सरकार का शासन था तब उस समय 1923 में फरेहम के लॉर्ड ली की अध्यक्षता में एक रॉयल सिवल सेवा रॉयल कमीशन की स्थापना की गई. आयोग ने ब्रिटिश सरकार के सामने 1924 में एक रिपोर्ट जारी की जिसमें यह प्रस्ताव रखा गया की सिविल सेवा में 40% ब्रिटिश, 40% भारतीय और 20% वह लोग जो भारत की प्रांतीय सेवाओं में कार्यरत हैं उनको पदोन्नत कर सिवल सेवा में भर्ती किया जाए. ब्रिटिश सरकार ने रिपोर्ट के प्रस्ताव को मानते हुए 1 अक्टूबर 1926 में यूपीएससी की स्थापना की जिसे आज हम संघ लोक सेवा आयोग के रूप में जानते हैं. वर्तमान में यूपीएससी का मुख्यालय दिल्ली में है. यूपीएससी के हेड Commission executive होते हैं. इस समय यूपीएससी के हेड “Prof. (Dr.) Pradeep Kumar Joshi जी” हैं. UPSC केंद्र सरकार के Ministry of Personnel, Public Grievances and Pensions के आधीन कार्य करती है.
हम आपको बता दें देश में केंद्र सरकार के लेवल A और लेवल B के पदों के लिए योग्य कर्मचारियों की भर्ती हेतु कार्य करने संस्था है यूपीएससी जिसका पूरा नाम हिन्दी में “संघ लोक सेवा आयोग” और अंग्रेजी में “Union Public Service Commission” है. यूपीएससी एक प्रकार से देश की बहु प्रतिष्ठित , लोकप्रिय तथा स्वतंत्र रूप से कार्य करने वाली संस्था है.
डाक का पता: संघ लोक सेवा आयोग, धौलपुर हाउस, शाहजहां रोड, नई दिल्ली – 110069
सुविधा काउंटर: 011-23098543/23385271/23381125/23098591
ईमेल: feedback-upsc@gov.in
संघ लोक सेवा आयोग के काम के घंटे केंद्र सरकार के सभी कार्य दिवसों में सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक हैं.
हालांकि यूपीएससी के पास विभिन्न परीक्षाओं के लिए कार्यशील हेल्पलाइन हैं, जब भी कोई विशेष आवेदन प्रक्रिया चल रही होती है, तो उम्मीदवारों को उनसे संपर्क न करने की सलाह दी जाती है, जब तक कि प्रक्रिया के बारे में उनके प्रश्नों के उत्तर ऑनलाइन उपलब्ध न हों.
UPSC हर साल सिविल सेवा परीक्षा (CSE) आयोजित करता है. चूंकि सीएसई उम्मीदवारों को आईएएस में भी भर्ती करता है, इसे अक्सर आईएएस परीक्षा कहा जाता है. IAS का फुल फॉर्म जानने के लिए और IAS अधिकारी बनने का तरीका जानने के लिए, लिंक किए गए लेख को देखें.
UPSC CSE में तीन चरण होते हैं:
सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा: सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा, परीक्षा का पहला स्तर है. इसमें दो पेपर होते हैं जिनमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न होते हैं.
GS पेपर – यूपीएससी प्रीलिम्स के बारे में लिंक किए गए लेख में गहराई से जानें.
CSAT पेपर या GS पेपर -2 – लिंक किए गए लेख में CSAT के बारे में जानें.
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा: नीचे दिए गए लिंक से यूपीएससी मेन्स में पूछे गए संबंधित जीएस पेपर के बारे में जानें:
यूपीएससी मेन्स GS 1
यूपीएससी मेन्स GS 2
यूपीएससी मेन्स GS 3
यूपीएससी मेन्स GS 4
सिविल सेवा साक्षात्कार: यूपीएससी साक्षात्कार, परीक्षा का अंतिम स्तर है. केवल वे उम्मीदवार जो यूपीएससी द्वारा निर्धारित कट-ऑफ को पार करते हुए मुख्य परीक्षा को पास करने में सफल रहे हैं, उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा. इसके बाद यूपीएससी मुख्य परीक्षा और व्यक्तित्व परीक्षण में उम्मीदवारों के अंकों की गणना करते हुए अंतिम मेरिट सूची तैयार करता है. फिर उम्मीदवारों को उनकी प्राथमिकताओं, योग्यता सूची के साथ-साथ उम्मीदवार की श्रेणी और प्रत्येक श्रेणी में रिक्तियों के आधार पर सेवाएं आवंटित की जाती हैं. व्यापक UPSC Syllabus in Hindi को विस्तार से जानें और नवीनतम यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पाठ्यक्रम पीडीएफ दी गई लिंक से डाउनलोड करें.
UPSC के लिए क्या योग्यता चाहिए आइये जानते है, कोई भी exams देने के लिए आपके पास उस exams के लिए योग्यता होनी चाहिए, UPSC एक बड़े स्तर का exam होता है, लेकिन UPSC के अधिकतर exams देने के लिए आपके पास किसी बड़ी degree या फिर diploma की जरूरत नहीं होती, इसके लिए आपका graduate होना ही काफी है, दोस्तों अगर आप स्नातक के तीसरे वर्ष में है, और आप इसके तीसरे वर्ष के exam दे चुके हैं, तो आपको जान के खुसी होगी आप भी UPSC का exam दे सकते हैं, और अगर आप 12th क्लास तक अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके हैं और आप UPSC का exam देने की सोच रहे हैं तो हम आपको बताना चाहेंगे की ऐसा possible नहीं है, क्योंकि इसके लिए आपकी Under graduate degree यानी स्नातक की शिक्षा का होना अनिवार्य है.
Preliminary Test − इस Exam में आपको दो तरह के Paper देने होते है. दोस्तों दोनों ही Paper 200 Marks के होते है और इन दोनों Paper को करने के लिए 2- 2 घंटे का समय दिया जाता है. इन Papers में कम से कम 33% अंक लाना बहुत ही आवश्यक है.
Mains Exam − इस Exam में आपको दो qualifying पेपर और सात Main पेपर देने होते है.
दोस्तों अगर आप UPSC के लिए Apply करना चाहते है, तो निचे देये गये योग्यता के Parameters जानना आपके लिए जरूरी है −
आपका भारतीय नागरिक होना आवश्यक है.
आपकी आयु कम से कम 21 वर्ष और अधिकतम 30 वर्ष होनी आवश्यक है
Height (पुरुष- 5.4 ft (165 CM), महिला- 4.9 ft (150 CM))
आपके पास किसी भी मान्यता प्राप्त University से स्नातक की Degree होना जरूरी है.
UPSC की स्थापना 1 अक्टूबर, 1926 को हुई थी. यह धौलपुर हाउस, शाहजहाँ रोड, नई दिल्ली में स्थित है. UPSC विभिन्न परीक्षाओं को आयोजित करने के अलावा भर्ती के नियमों, पदोन्नति, नियुक्तियों और एक सेवा से दूसरी सेवा में स्थानांतरित करने के लिए भी जिम्मेदार है.
UPSC Full Form) – यूपीएससी फुल फॉर्म जानने के बाद अगर आपको UPSC की परीक्षा के लिए तैयारी करनी है तो यह करने से पहले उम्मीदवारों को निम्नलिखित बातों का जरूर ज्ञान होना चाहिए.
आयु – UPSC की परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 22 वर्ष होनी चाहिए. जबकि सामान्य वर्ग के लिए अधिकतम आयु 32 वर्ष, ओबीसी के लिए 35 वर्ष है. एससी / एसटी के लिए 37 वर्ष निर्धारित है.
राष्ट्रीयता – भारत के नागरिक, नेपाल, भूटान, तिब्बती शरणार्थी जो 1962 से पहले भारत में बस गए हैं, वे इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं.
शिक्षा – उम्मीदवार के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय, पत्राचार शिक्षा, मुक्त विश्वविद्यालय या भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी समकक्ष यूनिवर्सिटी से डिग्री होनी चाहिए.
प्रयासों की सीमा – यदि आप सामान्य श्रेणी (GEN) से हैं तो आपको 6 बार परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा. यदि ओबीसी के तहत, आपको 9 प्रयास और SC/ ST के उम्मीदवार 37 वर्ष की आयु तक असीमित प्रयास कर सकते हैं.
आपको बता दें की इस संस्था द्वारा चयनित किए गए उम्मीदवार भारतीय पुलिस सेवा(आईपीएस) भारतीय प्रशासनिक सेवा(आईएएस), भारतीय विदेश सेवा(आईएफ़एस) भारतीय राजस्व सेवा(आईआरएस),आदि विभागों में सेवा प्रदान करते हैं . कॉमर्स,साइंस, और ह्यूमैनिटीज की विभिन्न शाखाओं से 48 ऑप्शनल सब्जेक्ट प्रदान करता है.
संविधान के अनुच्छेद 320 के द्वारा इसमें अन्य बातों के साथ-साथ सिविल सेवाओं तथा अन्य पदों के लिए भर्ती से संबंधीत सभी जिम्मेदारियां आयोग के पास होती है, ऐसे किसी भी तरह के भी मामले में योग का परामर्श लिया जाना अनिवार्य है. संविधान के अनुच्छेद 320 के अंतर्गत यूपीएससी के प्रकार्य इस प्रकार हैं:
आपको बता दें की संविधान के अनुच्छेद 320 के द्वारा अन्य सभी बातों के अलावा इसमें सिविल सेवा और उसके पदों के लिए भर्ती संबंधी जिम्मेदारियाँ आयोग के पास निहित है . इस अनुच्छेद में आयोग के कार्यों और जिम्मेदारिओ का वर्णन किया गया . संघ के सेवाओं के लिए नियुक्ति के लिए यूपीएससी- Union Public Service Commission द्वारा परीक्षाओं का आयोजन कराना .
आपको बता दें की यह सर्वविदित है की UPSC द्वारा चयनित होकर भारत सरकर के अंतर्गत भारत के किसी भी कोने में में नंबर वन की नौकरी पाना एक बहुत ही सम्मानजानक स्थिति को जन्म देता है. साथियों इसके अंतर्गत न केवल बढ़िया वेतन ही मिलता है बल्कि , प्रतिष्ठा, मान, सम्मान आपका, आपके परिवार का, आपके गाँव का और आपके जिले का नाम रोशन होता है . अतः आप लक्ष्य बनाकर अपने जीवन को सवारिए . आने वाली पीढ़ी भी आपको याद करती रहेगी . आपके वंश का नाम रोशन होगा . इसके अलावा आपको समाज में जो मान सम्मान तो मिलेगा ही आपका बेहतर भविष्य भी बनेगा . हालांकि आपको बता दें की यह परीक्षा इतना आसान नहीं है फिर भी बहुत कठिन भी नहीं है . अगर उम्मीदवार अपने जीवन के मूल्य को समझकर इसकी तैयारी करे तो निश्चित तौर पर सफल हो जाएगा . इसके तैयारी के लिए आपको पूरी तरह से समर्पण की भावना को लेकर पढ़ना पड़ेगा . इसके लिए आप किताबों का चयन करें उसका अध्ययन करें और साथ ही उसमें अपनी पकड़ मजबूत करें . साथ ही आप हर विषय को अच्छे से समझें और उसपर नोट्स बना लें जरूरत पड़े तो कोचिंग भी जॉइन करें . नियमित पढ़ें भले ही कम पढ़ें . समय का सदुपयोग करें और इसकी महत्व को समझते हुए अपनी तैयारी में पूरे जोर से लग जाएं . साथियों आपको मजा भी आएगा . एक यह चेलेंज जॉब होता है .
निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न हैं जिन्हें आपको स्वयं से पूछने और ईमानदारी से उत्तर देने की आवश्यकता है. यदि आपको नहीं लगता कि आप अच्छी तरह से तैयार हैं तो बेहतर होगा कि आप प्रयास न करें और व्यर्थ प्रयास करें. छात्रों को एक बात ध्यान में रखने की जरूरत है कि वे सीमित समय के लिए ही परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं.
मुख्य परीक्षा के लिए आपकी तैयारी कैसी है - ऐसे छात्र हैं जो पहले चरण पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं और आवश्यक परीक्षाओं की उपेक्षा करते हैं. यदि आप भी वही गलती दोबारा करते हैं तो आपको अधिक सटीक और सावधान रहने की आवश्यकता है. संशोधित परीक्षा पैटर्न में छात्रों को प्रीलिम्स और मेन के बीच केवल लगभग 3 महीने का लाभ मिलता है. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने स्मार्ट हैं और आपकी याददाश्त कितनी अच्छी है, प्राथमिक परीक्षण पूर्णता का एक और स्तर है. मुख्य पठन तीन महीने में पूरा नहीं किया जाएगा, अधिमानतः समीक्षा के लिए. फिर से सोचें यदि आपने मुख्य पाइप तैयार करना भी शुरू नहीं किया है.
क्या आप प्रतिस्पर्धा जानते हैं - कभी-कभी नए उम्मीदवारों के लिए कॉलेज से बाहर निकलना प्रतियोगी परीक्षा के प्रकार और एक अलग दृष्टिकोण की आवश्यकता को समझना मुश्किल होता है? ध्यान रखें कि जो लोग अंतरिक्ष की तुलना में परीक्षण करना चाहते हैं, उनके लिए 100 से अधिक बार हैं. उम्मीदवारों की अधिकतम संख्या बढ़ाने के लिए टेस्ट आयोजित किए गए थे. प्रतियोगिता हर स्तर पर भयंकर होती है, कई छात्र कई बार परीक्षा में शामिल होते हैं, और जिनमें से कई ने इसे पहले ही हटा दिया है, अपने ग्रेड में सुधार के लिए दान कर रहे हैं. ऐसी प्रतियोगिता से निपटने के लिए आपकी तैयारी पर्याप्त होनी चाहिए.
क्या आपको IAS बनने के लिए अत्यधिक प्रोत्साहित किया जाता है? - अगर आप आईएएस अधिकारी बनने में रुचि रखते हैं, तो सही कारण बताकर शुरुआत करें. कभी-कभी लाल या नीली बालकनी वाली कार और अधिकारी मुख्य कारण होते हैं. यह महत्वपूर्ण है कि आप जिस जॉब प्रोफाइल से जुड़ना चाहते हैं, उसके बारे में आपके पास पर्याप्त जानकारी हो और आपके पास सही मकसद हों.
क्या आप अपने सपने से ज्यादा कड़ी मेहनत पर ध्यान केंद्रित करने के लिए तैयार हैं? - बहुत से लोग जो चाहते हैं, लेकिन कुछ हासिल करने के लिए खुद को उस सीमा तक धकेलने के लिए तैयार रहें. कड़ी मेहनत में 'स्मार्ट वर्क' शामिल है. अपनी ताकत और कमजोरियों को पहचानें, इस मुद्दे पर आप कहां खड़े हैं, यह देखने के लिए नियमित रूप से खुद की जांच करें. अतीत को भूल जाओ, यहां सफलता के बाद आपकी असफलताएं मायने नहीं रखतीं और यदि यह आपका सबसे बड़ा सपना है तो पिछली सफलता इस ट्रॉफी से पहले भी व्यर्थ होगी.
UPSC का पूर्ण रूप संघ लोक सेवा आयोग है. सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक, सिविल सेवा, भारत के प्रमुख नियामक निकाय संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाती है. यूपीएससी भारत सरकार के लिए विभिन्न सिविल सेवा रिक्तियों को भरने के लिए कई प्रतियोगी परीक्षाएं भी आयोजित करता है. UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) आयोजित करता है, जिसे IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) परीक्षा के रूप में जाना जाता है. यह दो चरणों में आयोजित किया जाता है- यूपीएससी प्रीलिम्स और यूपीएससी मेन्स. प्रीलिम्स परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होते हैं, जबकि मुख्य में पूछे जाने वाले प्रश्नों में वर्णनात्मक और निबंध-प्रकार के उत्तर की आवश्यकता होती है. UPSC IAS, IPS, IFS आदि जैसे पद के लिए विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन करने के लिए जिम्मेदार है.
UPSC का पूर्ण रूप संघ लोक सेवा आयोग है, जो विभिन्न सरकार में भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित करता है. नौकरियां और कई नौकरियां हैं जहां उम्मीदवारों को एक पद मिल सकता है. इसलिए, उम्मीदवारों को यह तय करने की आवश्यकता है कि किसे चुनना है. हालांकि, आईएएस/आईपीएस सभी की सर्वोच्च प्राथमिकता है. हम आपको UPSC के बारे में हर विवरण प्रस्तुत करेंगे. UPSC देश में प्रतिष्ठित सिविल सेवाओं और विभिन्न अन्य शीर्ष केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए केंद्रीय भर्ती एजेंसी है. यह IAS/IPS/IFS जैसी शीर्ष सेवाओं में उम्मीदवारों की भर्ती के लिए सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है. यूपीएससी परीक्षा को देश में सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है क्योंकि लगभग 800 सीटों के मुकाबले लगभग 10 लाख छात्र आवेदन करते हैं. प्रतिष्ठित सिविल सेवाओं का हिस्सा बनने के लिए हर साल लाखों छात्र इस परीक्षा में शामिल होते हैं जो उन्हें इस समाज में बदलाव लाने का मौका देता है.
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1854 में सिविल सेवा परीक्षा की अवधारणा पेश की. प्रारंभ में, भारतीय सिविल सेवा की परीक्षाएं केवल लंदन में आयोजित की गईं. 1864 में, पहले भारतीय, श्री रवींद्रनाथ टैगोर के भाई श्री सत्येंद्रनाथ टैगोर इस परीक्षा में सफल हुए. मोंटेग्यू चेम्सफोर्ड सुधारों के बाद ही भारतीय सिविल सेवा परीक्षाएं भारत में आयोजित होने लगीं. भारत में पहली बार लोक सेवा आयोग की स्थापना 1 अक्टूबर, 1926 को हुई थी. गृह सिविल सेवा, यूनाइटेड किंगडम के सदस्य सर रॉस बार्कर आयोग के पहले अध्यक्ष थे. 26 जनवरी 1950 को भारत के संविधान की शुरुआत के साथ, संघीय लोक सेवा आयोग को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के रूप में मान्यता मिली. इसलिए, सरकारी नौकरी की परीक्षा आयोजित करने के लिए केंद्रीय आयोग के रूप में यूपीएससी का गठन किया गया था.
1. पंजीकरण
सबसे पहले, आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और सिविल सेवाओं के लिए आवेदन करने के लिए लिंक पर क्लिक करें. दूसरे, नाम, लिंग, श्रेणी, राष्ट्रीयता आदि जैसे विवरण दर्ज करें. इसके बाद इसे जमा करें और आप भुगतान पृष्ठ पर होंगे. परीक्षा फॉर्म के लिए पंजीकरण करने का यह पहला चरण है.
2. भुगतान चरण
आप ऑनलाइन या ऑफलाइन भुगतान करना चुन सकते हैं. हालांकि, ऑनलाइन भुगतान में डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से भुगतान शामिल है. सबसे पहले, डेबिट कार्ड के लिए कार्ड नंबर, वैधता और सीवीवी नंबर दर्ज करें. दूसरे, यदि आप क्रेडिट कार्ड चुनते हैं तो कार्ड नंबर, वैधता और 6 अंकों का विशेष पिन नंबर दर्ज करें. इसके अलावा, नेट बैंकिंग के लिए खाता विवरण दर्ज करें और वेतन पर क्लिक करें. अब, आपको यूपीएससी फॉर्म के भाग II पर पुनः निर्देशित किया जाएगा.
3. पंजीकरण
शुल्क भुगतान की प्राप्ति के बाद, आवेदन पत्र का विवरण भरें, और परीक्षा केंद्र की पसंद दर्ज करें. इसके अलावा, योग्यता और अन्य विवरण दर्ज करें. वेरिफिकेशन के बाद सबमिट पर क्लिक करें.
4. छवि अपलोड करें
सबसे पहले, फोटो अपलोड करने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें. दूसरे, छवि ढूंढें और चुनें. हालाँकि, छवि का आकार JPG, आकार 20KB - 300KB होना चाहिए. इसके अलावा, जांचें कि क्या छवि सही और स्पष्ट है. अब, हस्ताक्षर की तस्वीर अपलोड करने के लिए उसी चरण को दोहराएं. साथ ही, प्रारूप और आकार फोटोग्राफ के समान ही हैं. अंतिम आईएएस फॉर्म को स्वीकृत और जमा करने के लिए "मैं सहमत हूं" पर क्लिक करें.
UPSC का एग्जाम भारत के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक होता है.इसके माध्यम से देश की सर्वोच्च प्रशासनिक पद को प्राप्त किया जा सकता है. यह समान्यता केंद्र स्तर के लेबल ए तथा लेबल बी के अधिकारियों के चयन के लिए एक स्वतंत्र संगठन है. यह हर साल परीक्षाओं का आयोजन कर आता रहता है. जिसमें पूरे भारतवर्ष के लाखों छात्र आवेदन कर के अपने सपने को साकार करते हैं. लेकिन हम आपको एक बात यहां क्लियर कर दें, कि यह परीक्षा इतनी आसान नहीं होती है. इस परीक्षा को पास करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है.सिविल सेवा की तैयारी करने वाले हर छात्र के मन में यही ख्याल होता है, कि वह यूपीएससी का एग्जाम क्लियर करके प्रशासनिक सेवा में अपना योगदान दें.
यूपीएससी यानी संघ लोक सेवा आयोग द्वारा पूरे वर्ष अनेक परीक्षाओं का आयोजन किया जाता रहता है. इन परीक्षाओं में अखिल भारतीय सेवा की परीक्षा ,केंद्रीय सेवाओं की परीक्षा ,भारतीय संघ के सशस्त्र बलों की परीक्षा, के साथ-साथ अन्य कई परीक्षाएं जोकि केंद्र स्तर की होती है.लेकिन कभी-कभी कई राज्य सरकारों के अनुमोदन पर राज्य स्तर की परीक्षाएं भी संघ लोक सेवा आयोग आयोजित कर आता है. जैसे कि झारखंड राज्य की पीसीएस की परीक्षा भी संघ लोक सेवा आयोग ही कराता है. वर्तमान समय में यूपीएससी द्वारा कुल 24 एग्जाम कंडक्ट करवाए जाते हैं.
वैसे तो यूपीएससी , आईएएस की परीक्षा के लिए विख्यात है. परंतु इसके साथ-साथ यूपीएससी दूसरे एग्जाम्स भी कराता है. जोकि केंद्र स्तर के तथा कभी-कभी राज्य स्तर के भी होते हैं.इन पदों में भारतीय प्रशासनिक सेवा(आईएएस),भारतीय पुलिस सेवा(आईपीएस), भारतीय राजस्व सेवा(आईआरएस), भारती विदेशी सेवा(आईएफएस), इंडियन स्टैटिकल सर्विसेज ,नेशनल डिफेंस एकेडमी एग्जाम, इंडियन इकोनामिक सर्विसेज आदि के एग्जाम शामिल होते हैं.
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 320 में संघ लोक सेवा आयोग के कार्यों तथा जिम्मेदारियों का वर्णन है. आइए हम आपको इनके बारे में थोड़ा विस्तार से एक-एक करके बताएं…
केंद्र स्तर के प्रशासनिक सेवाओं के लिए परीक्षा का आयोजन करना.
केन्द्र तथा राज्य स्तर के चयनित अधिकारियों की प्रोन्नति तथा प्रतिनियुक्ति करना.
साक्षात्कार के माध्यम से सीधी भर्ती करना.
संघ सरकार तथा कुछ राज्य स्तर के विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं के सापेक्ष भर्ती के नियम और निर्णय में संशोधन करना.
संघ स्तर पर राष्ट्रपति द्वारा आयोग को प्रेषित अनुशासनात्मक मामलों पर भारत सरकार को परामर्श देना.
संघ लोक सेवाआयोग वैसे तो अनेक एग्जाम्स को कंडक्ट कराता है. लेकिन हम मुख्यता संघ लोक सेवा आयोग को आईएएस की परीक्षा के लिए जानते हैं. आईएएस की परीक्षा में मुख्यतः तीन चरण संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित किए जाते हैं. एक-एक कर इन परीक्षाओं को पास करके आप देश के सर्वोच्च पद को प्राप्त कर सकते हैं. आइए हम इस लेख में आगे इनके बारे में एक-एक कर जानकारी प्राप्त करें…..
यूपीएससी द्वारा कंडक्ट की जाने वाली यह परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक है इसकी तैयारी कोई 1 दिन की 1 महीने की बात नहीं होती बल्कि इसकी तैयारी में निरंतर लगे रहने धैर्य पूर्वक कठिन परिश्रम करने से पूरी होती है हर व्यक्ति की छमता अलग अलग होने के कारण कोई हम निश्चित मानक नहीं है कि आप यूपीएससी की तैयारी कब प्रारंभ करें लेकिन एक सामान्य था सलाह दी जाती है कि यदि आप अपने ग्रेजुएशन प्रथम वर्ष द्वितीय वर्ष में तैयारी प्रारंभ कर देंगे तो आपको ग्रेजुएशन पास करते-करते इतनी तैयारी हो जाएगी कि आप यूपीएससी देने के लिए तैयार रहेंगे.
यूपीएससी के परीक्षाओं की तैयारी आप अपनी क्षमता, के अनुसार खुद कर सकते हैं. जिसके लिए आप शुरुआत में कक्षा 6 से 12 तक की एनसीईआरटी का अध्ययन करके अपना बेस मजबूत कर सकते हैं. उसके पश्चात आप टेस्टबुक को पढ़ सकते हैं इसके अलावा आपके पास दूसरा विकल्प यह होता है. आज अनेक ऐसी महत्वपूर्ण कोचिंग हैं, जो कि यूपीएससी की तैयारी करवाती हैं. आप उन कोचिंग का सहारा लेकर के भी यूपीएससी के एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं.
छात्र को भारत का नागरिक होना जरूरी है. छात्र की न्यूनतम आयु 21 वर्ष होना आवश्यक है. तथा अधिकतम आयु जातिगत आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है.इसमें यदि छात्र सामान्य वर्ग का है, तो वह 32 वर्ष तक के आयु तक यूपीएससी की परीक्षा दे सकता है. वहीं यदि छात्र ओबीसी का है, तो वह 35 वर्ष तक यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए पात्र है. जबकि अगर छात्र अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति का है, तो वह 37 वर्ष तक परीक्षा को दे सकता है. यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए छात्र का स्नातक होना आवश्यक है. लेकिन यहां पर हम आपको एक बात बता दें कि स्नातक पास करने के लिए कोई न्यूनतम क्राइटेरिया डिसाइड नहीं है.
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) हर साल सिविल सेवा परीक्षा (CSE) नामक एक परीक्षा आयोजित करता है. इस परीक्षा को आमतौर पर यूपीएससी परीक्षा या आईएएस परीक्षा के रूप में जाना जाता है. उम्मीदवारों को वेबसाइट http://www.upsconline.nic.in का उपयोग करके यूपीएससी परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन करना आवश्यक है.
यूपीएससी संघ लोक सेवा आयोग का संक्षिप्त रूप है जो राष्ट्रीय स्तर पर उम्मीदवारों को अखिल भारतीय और केंद्रीय सेवाओं के लिए ग्रेड ए और बी में अधिकारियों के रूप में भर्ती करता है. एमपीएससी महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग का संक्षिप्त रूप है जो राज्य स्तर पर अधिकारियों के रूप में उम्मीदवारों की भर्ती करता है. ग्रेड ए और बी में महाराष्ट्र राज्य सेवाओं के लिए. एमपीएससी एक लोक सेवा आयोग परीक्षा है.
आईएएस अधिकारियों को विशेष वेतन अग्रिम पर 7वें सीपीसी की सिफारिशों के अनुसार प्रशिक्षण के दौरान वेतन मिलता है. एक आईएएस अधिकारी एलबीएसएनएए (LBSNAA) में स्टाइपेंड के रूप में प्रति माह 45000 रुपये का हकदार है, जिसमें से 38500 रुपये इन-हैंड कंपोनेंट है. भोजन, आवासीय सुविधाओं और परिवहन के लिए 10000 रुपये की कटौती की जाती है.
एक आईएएस अधिकारी किसी राज्य के मुख्य सचिव बनने की ख्वाहिश तब रख सकता है जब वे राज्य कैडर में तैनात हों, जबकि केंद्रीय कैडर के आईएएस अधिकारी भारत सरकार के मुख्य सचिव बनने की ख्वाहिश रख सकते हैं. भारत सरकार के मुख्य सचिव को भी प्रदर्शन के आधार पर राज्य सरकारों के मुख्य सचिवों में से चुना जाता है. लिंक किए गए लेख में यूपीएससी पदों के बारे में और जानें .
आयोग में 11 सदस्य हैं जिनमें अध्यक्ष भी शामिल है. UPSC की स्थापना भारत के संविधान के अनुच्छेद 315 के तहत की गई थी, इस प्रकार यह एक संवैधानिक निकाय है. यूपीएससी सिविल और रक्षा सेवाओं दोनों के लिए परीक्षा आयोजित करता है, पार्श्व प्रविष्टि के माध्यम से उम्मीदवारों की भर्ती करता है, पदोन्नति उद्देश्यों के लिए सिविल सेवकों की उपयुक्तता का आकलन करने के लिए परीक्षा और साक्षात्कार आयोजित करता है. यह अपनी वार्षिक रिपोर्ट और सिफारिश राष्ट्रपति को प्रस्तुत करता है.
सामान्य उम्मीदवारों के पास 6 प्रयास हैं. अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए प्रयासों की संख्या की कोई सीमा नहीं है. सीमा केवल उनकी उम्र पर है. वहीं, ओबीसी और अन्य पिछड़ा वर्ग को 9 प्रयास मिलते हैं.
संघ लोक सेवा आयोग अपने कार्य की वार्षिक रिपोर्ट राष्ट्रपति को प्रस्तुत करता है. इसके अलावा, राष्ट्रपति एक ज्ञापन के साथ रिपोर्ट को संसद के समक्ष रखता है. साथ ही, यह स्वीकृति और गैर-स्वीकृति के बारे में विवरण देता है. इन परीक्षाओं के सभी परिणाम यूपीएससी के आधिकारिक पेज पर प्रकाशित किए जाते हैं. रिपोर्ट जनता के लिए भी उपलब्ध कराई जाती है यदि वे कट-ऑफ के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, किस माध्यम में उपस्थित होने वाले छात्रों का प्रतिशत आदि. यह रिपोर्ट उम्मीदवारों को योजना बनाने में भी मदद करती है.
UPSC परीक्षा को क्रैक करना बहुत कठिन है, लेकिन सही मार्गदर्शन और उचित रणनीति के साथ आप इस परीक्षा को बहुत ही प्रयास में पास कर सकते हैं. आपको अपनी तैयारी के प्रति पूरी तरह से समर्पित होने और स्मार्ट वर्क के साथ-साथ आवश्यक कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है, पाठ्यक्रम का अच्छी तरह से अध्ययन करें और अपनी ताकत और कमजोरियों के अनुसार इसे प्राथमिकता दें. परीक्षा की बुनियादी मांगों का अंदाजा लगाने के लिए पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को ध्यान से देखें. अंतिम परीक्षा से पहले पर्याप्त अभ्यास प्राप्त करने के लिए नियमित रूप से मॉक टेस्ट श्रृंखला में भाग लें. संक्षेप में, हमने यूपीएससी पात्रता से लेकर दिलचस्प तथ्यों तक सब कुछ कवर किया है. साथ ही, हमने फॉर्म को भरने का तरीका भी शामिल किया है ताकि आप भ्रमित न हों कि आप इसे सही तरीके से कर रहे हैं या नहीं. UPSC द्वारा दी जाने वाली सभी सेवाओं की जाँच करें और उसके अनुसार तैयारी करें.
UPSC सिविल सेवा परीक्षा में 3 चरण होते हैं - (1) प्रारंभिक परीक्षा (वस्तुनिष्ठ परीक्षा) (2) मुख्य परीक्षा (लिखित परीक्षा) (3) व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार).
प्रारंभिक परीक्षा - सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में 200 अंकों के दो अनिवार्य पेपर शामिल हैं (सामान्य अध्ययन पेपर- I और सामान्य अध्ययन पेपर- II). प्रश्न बहुविकल्पीय, वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे. प्रीलिम्स के अंकों को अंतिम रैंकिंग के लिए नहीं, बल्कि मुख्य परीक्षा के लिए योग्यता के लिए गिना जाएगा.
मेन्स - लिखित परीक्षा (मुख्य) में नौ पेपर होंगे, लेकिन अंतिम मेरिट रैंकिंग के लिए केवल 7 पेपर ही गिने जाएंगे. शेष दो पेपरों के लिए, उम्मीदवार को प्रत्येक वर्ष आयोग द्वारा निर्धारित न्यूनतम अंक प्राप्त करने चाहिए.
साक्षात्कार - उम्मीदवार का साक्षात्कार एक बोर्ड द्वारा किया जाएगा जिसके पास उसके करियर का रिकॉर्ड होगा. उनसे सामान्य हित के मामलों पर प्रश्न पूछे जाएंगे.
प्रारंभिक परीक्षा के अंकों को अंतिम रैंकिंग के लिए नहीं गिना जाता है. प्रीलिम्स मुख्य परीक्षा के लिए उम्मीदवारों का चयन करने के लिए एक स्क्रीनिंग टेस्ट है. सिविल सेवा परीक्षा में एक उम्मीदवार की अंतिम रैंक केवल मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों पर निर्भर करती है. मुख्य परीक्षा में 1750 अंक होते हैं जबकि साक्षात्कार में 275 अंक होते हैं. कुल अंकों की गणना 2025 से की जाती है.
इतना कहने के बाद, पर्याप्त तैयारी के बिना प्रारंभिक परीक्षा को पास करना आसान नहीं है. संघ लोक सेवा आयोग द्वारा मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए 100 में से केवल शीर्ष 3 उम्मीदवारों का चयन किया जाता है.