UNESCO Full Form in Hindi




UNESCO Full Form in Hindi - यूनेस्को की पूरी जानकारी हिंदी में

UNESCO Full Form in Hindi, UNESCO Kya Hai, UNESCO Full Form, Full Form UNESCO In Hindi, यूनेस्को की फुल फॉर्म इन हिंदी, दोस्तों क्या आपको पता है UNESCO की full form क्या है, UNESCO का क्या मतलब होता है, UNESCO Ka Poora Naam Kya Hai, UNESCO Kya Matlab Hota Hai, अगर आपका answer नहीं है तो आपको उदास होने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि आज हम इस post में आपको UNESCO की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में देने जा रहे है तो फ्रेंड्स UNESCO Full Form in Hindi में और UNESCO की पूरी history जानने के लिए इस post को लास्ट तक पढ़े।

UNESCO Full Form in Hindi

UNESCO की फुल फॉर्म “United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization” होती है, UNESCO को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन के नाम से जाना जाता है, दोस्तों इस पोस्ट में हम इस के क्या-क्या कार्य है और और UNESCO history और इसकी स्थापना कब हुई थी ये सब जानेगें. UNESCO पेरिस में स्थित संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है।

UNESCO को मूलभूत फ्रीडम के साथ न्याय, universal law, और human rightsके लिए universal सम्मान को बढ़ाने के लिए शैक्षणिक, वैज्ञानिक और Cultural reforms के माध्यम से International सहयोग को बढ़ावा देने के द्वारा शांति और सुरक्षा में योगदान करने के लिए स्थापित किया गया है. UNESCO को league of nations की International समिति पर बौद्धिक सहयोग के उत्तराधिकारी के रूप में भी जाना जाता है।

UNESCO के लगभग 195 Members देश हैं और 7 सहयोगी सदस्य देश और 2 पर्यवेक्षक सदस्य देश हैं. दोस्तों UNESCO के 27 क्लस्टर office और 21 राष्ट्रीय office हैं. आज के समय में दुनिया भर के 332 International NGO के साथ UNESCO के संबंध हैं. UNESCO के director general फिलहाल आयरीना बोकोवा हैं. हमारा India भी 1946 से यूनेस्को का सदस्य देश रहा है।

यूनेस्को पांच कार्यक्रमों के माध्यम से अपने उद्देश्य को प्राप्त करता है, वो पांच कार्यक्रमों क्या है आइये जानते है −

What is UNESCO in Hindi

UNESCO की स्थापना 16 नवंबर, 1945 में हुई थी. सबसे पहले हम आपको बता दे की UNESCO संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन है. यह शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति में International सहयोग के माध्यम से शांति का निर्माण करना चाहता है. UNESCO लगातार शिक्षा, और विज्ञान के छेत्र में आपने योगदान दे रहा है UNESCO के प्रोग्राम, एजेंडा 2030 में Defined सतत विकास लक्ष्यों की उपलब्धि में योगदान करते हैं, जिसे 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया, UNESCO संयुक्त राष्ट्र के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है, जिसका घोषित उद्देश्य शांति और International सहयोग को सुविधाजनक बनाना है। UNESCO संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन है. यह शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति में International सहयोग के माध्यम से शांति का निर्माण करना चाहता है. UNESCO के एजेंडा को 2030 में Defined किया गया, जो सतत विकास लक्ष्यों की उपलब्धि में योगदान करना हैं, जिसे 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया था।

नेस्को का पूरा नाम यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल, साइंटिफिक ऐंड कल्चरल ऑर्गनाइजेशन (United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization-UNESCO) है. इसका स्थायी मुख्यालय फ्रांस के पैरिस में है, यह संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक विशेष एजेंसी है जिसे 16 नवंबर, 1945 को हस्ताक्षरित संविधान में उल्लिखित किया गया था. जैसा की हम जानते है, वर्ष 1946 में लागू हुए संविधान में शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति में International सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कहा गया. एजेंसी का स्थायी मुख्यालय पेरिस, फ्रांस में है. UNESCO का प्रारंभिक प्रभाव स्कूलों, पुस्तकालयों और Museums के पुनर्निर्माण पर था जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यूरोप में नष्ट हो गए थे. दोस्तों उस समय से लेकर आज तक इसकी गतिविधियों में मुख्य रूप से सुविधा है, जिसका उद्देश्य सदस्य राज्यों के राष्ट्रीय प्रयासों के साथ निरक्षरता को खत्म करने और मुफ्त शिक्षा का विस्तार करने में सहायता, समर्थन और पूरक है. UNESCO सम्मेलनों का आयोजन करके और Clearinghouse और Exchange services प्रदान करके विचारों और ज्ञान के मुक्त आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करना चाहता है।

यूनेस्को एक ऐसा संगठन है जो पूरे विश्व में शांति बनाए रखने के लिए बहुत ज़रूरी है, और यह विश्व की बहुत सी आकर्षक चीजों को संरक्षण प्रदान करता है. यहाँ पर हम आपकी जानकारी के लिए बता दे की संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों ने 16 नवंबर साल 1945 को UNESCO की स्थापना की थी. भारत साल 1946 में इस संगठन का सदस्य बना था. संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) संयुक्त राष्ट्र का एक घटक निकाय है. इस संगठन में 193 सदस्य देश शामिल है जिसमें 11 सहयोगी सदस्य देश और दो पर्यवेक्षक सदस्य देश है जो इसका पालन करते है. इसका कार्य शिक्षा, प्रकृति तथा समाज विज्ञान, संस्कृति तथा संचार के माध्यम से International शांति को बढ़ावा देना है, इसका उद्देश्य शिक्षा एवं Culture के International सहयोग से शांति एवं सुरक्षा की स्थापना करना है, ताकि संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में वर्णित न्याय, कानून का राज, human rights एवं मौलिक स्वतंत्रता हेतु वैश्विक सहमति बन पाए। यूनेस्को के 193 सदस्य देश है और 11 सहयोगी सदस्य देश और दो पर्यवेक्षक सदस्य देश है, इसके कुछ सदस्य स्वतंत्र देश भी नहीं है, यूनेस्को में कुल 195 सदस्य देश हैं और इसमें सात सहयोगी सदस्य और दो पर्यवेक्षक देश हैं. आज पूरी दुनिया में यूनेस्को के 21 राष्ट्रीय कार्यालय हैं।

जैसा की हमने ऊपर भी बताया है साल 1942 में जब सारी दुनिया जंग में उलझी हुई थी तो उस समय दुनिया दो हिस्से में बंटी चुकी थी. एक तरफ नाजी जर्मनी और उसके सहयोगी राष्ट्र तो दूसरी तरफ उनके मुकाबले Europe के अन्य देश, यानी एक तरफ धुरी राष्ट्र तो दूसरी ओर मित्र राष्ट्र, मित्र राष्ट्र के देशों के शिक्षा मंत्रियों की United किंगडम यानी इंग्लैंड में मीटिंग होती है. मीटिंग का नाम Conference of allied ministers of education (केम) था. युद्ध को तो अभी खत्म होने में काफी समय था लेकिन ये देश युद्ध की त्रासदी को समझ चुके थे।

युद्ध के बाद वे किसी Organization की स्थापना के बारे में सोचने लगे जो उनकी तबाह हो चुकी शिक्षा व्यवस्था में जान डाल दे और साथ ही दुनिया में अमन-चैन स्थापित करने में भी भूमिका निभाए, इसी विचार को आगे बढ़ाते हुए मीटिंग के दौरान एक ऐसे Organization की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया जो शैक्षिक और Cultural मैदान में काम करेगा, आइडिया वैश्विक स्तर पर सभी को अच्छा लगा तो इस योजना ने आंदोलन का रूप ले लिया और जल्द ही इसके प्रभावी क्रियान्वयन के बारे में सोचा जाने लगा, संयुक्त राज्य अमेरिका समेत और कई सरकारों ने भी इस योजना को हकीकत का रूप देने में अपनी Interested दिखाई, केम के प्रस्ताव पर 1945 में 1 से 16 नवंबर तक इस योजना को हकीकत का रूप देने के लिए यूनाइनेड नेशंस की एक कॉन्फ्रेंस बुलाई गई।

कॉन्फ्रेंस का आयोजन लंदन में हुआ और 44 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, वहां एक ऐसे Organization की स्थापना का फैसला किया गया जो शांति का ब्रैंड ऐंबैसडर हो ताकि दुनिया में किसी अन्य विश्व युद्ध को रोका जा सके, कॉन्फ्रेंस के समाप्त होने पर 37 देशों ने United nations educational, साइंटिफिक ऐंड कल्चरल ऑर्गनाइजेशन (UNESCO) की स्थापना की, 16 नवंबर, 1945 को UNESCO के संविधान पर हस्ताक्षर हुआ लेकिन यह 4 नवंबर, 1946 को लागू हुआ. UNESCO की जनरल कॉन्फ्रेंस के पहले सेशन का आयोजन पैरिस में 19 नवंबर से 10 दिसंबर, 1946 तक हुआ था. उसमें 30 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था. इन 30 देशों को UNESCO के मामलों पर वोट करने का अधिकार भी प्राप्त था।

UNESCO, संयुक्त राष्ट्र संघ का एक हिस्सा है जिसका कार्य शिक्षा, संस्कृति, प्रकृति तथा समाज विज्ञान के माध्यम से दुनिया में शांति को बनाए रखना है. UNESCO की पहली जनरल कॉन्फ्रेंस 19 नवंबर 1946 से 10 दिसंबर 1946 तक चली थी. UNESCO ने कुल 40 International दिवस मनाता है जिनमें 8 मार्च को International महिला दिवस, 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस, 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस और 18 दिसम्बर को International दिवस UNESCO हैं. UNESCO की हर दो साल में एक सामान्य सभा होती है जिसमें UNESCO के सभी सदस्य देश और पर्यवेक्षक देश शामिल होते हैं. किसी भी विषय पर वोटिंग के लिए सभी देशों के पास कम से कम एक वोट होता है।

UNESCO आमतौर पर साझा मूल्यों के सम्मान के आधार पर सभ्यताओं, संस्कृतियों और लोगों के बीच संवाद के लिए स्थितियां बनाने का काम करता है. यह इस बातचीत के माध्यम से है कि दुनिया मानवाधिकारों के संरक्षण, आपसी सम्मान और गरीबी को दूर करने के लिए सतत विकास के वैश्विक दर्शन प्राप्त कर सकती है, जो सभी UNESCO के मिशन और गतिविधियों के केंद्र में हैं।

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के व्यापक लक्ष्य और ठोस उद्देश्य - जैसा कि सहस्राब्दी विकास लक्ष्यों (एमडीजी) सहित अंतर्राष्ट्रीय रूप से सहमत विकास लक्ष्यों में निर्धारित किया गया है - सभी UNESCO की रणनीतियों और गतिविधियों को रेखांकित करता है। इस प्रकार शिक्षा में UNESCO की अद्वितीय दक्षताएँ, विज्ञान, संस्कृति और संचार और सूचनाएँ उन लक्ष्यों की प्राप्ति में योगदान करती हैं।

UNESCO का मिशन शांति के निर्माण में योगदान देना है, शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति, संचार और सूचना के माध्यम से गरीबी उन्मूलन, सतत विकास और परस्पर संवाद. संगठन, विशेष रूप से, दो वैश्विक प्राथमिकताओं पर केंद्रित है, Africa, Gender equality.

यूनेस्को का इतिहास

जब यह सम्मेलन 1945 में शुरू हुआ था (संयुक्त राष्ट्र के आधिकारिक तौर पर अस्तित्व में आने के तुरंत बाद), तो उस समय इसमें लभग 44 देश भाग लेने वाले थे जिनके प्रतिनिधियों ने एक संगठन बनाने का फैसला किया जो शांति की संस्कृति को बढ़ावा देगा, "मानव जाति के बौद्धिक और नैतिक एकजुटता" की स्थापना करेगा; दूसरे विश्व युद्ध को रोकें, 16 नवंबर, 1945 को जब सम्मेलन समाप्त हुआ, तो भाग लेने वाले देशों में से 37 ने यूनेस्को के संविधान के साथ यूनेस्को की स्थापना की।

अनुसमर्थन के बाद, 4 नवंबर 1946 को यूनेस्को का संविधान लागू हुआ, तब यूनेस्को का पहला आधिकारिक महासम्मेलन 19 नवंबर -10 दिसंबर, 1946 को 30 देशों के प्रतिनिधियों के साथ पेरिस में आयोजित किया गया था. तब से, यूनेस्को दुनिया भर में महत्व में बढ़ गया है और भाग लेने वाले सदस्य राज्यों की संख्या 195 हो गई है (संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य हैं लेकिन कुक आइलैंड्स और फिलिस्तीन भी यूनेस्को के सदस्य हैं)।

महानिदेशक यूनेस्को की एक और शाखा है और संगठन का कार्यकारी प्रमुख है, 1946 में यूनेस्को की स्थापना के बाद से 11 डायरेक्टर जनरल्स बन चुके हैं. पहला यूनाइटेड किंगडम का जूलियन हक्सले था जिसने 1946-1948 तक सेवा की, वर्तमान महानिदेशक फ्रांस से ऑड्रे अज़ोले हैं, वह 2017 से सेवा कर रही है. यूनेस्को की अंतिम शाखा सचिवालय है. यह सिविल सेवकों से बना है जो यूनेस्को के पेरिस मुख्यालय और दुनिया भर के फील्ड कार्यालयों में स्थित हैं. सचिवालय यूनेस्को की नीतियों को लागू करने, बाहरी संबंधों को बनाए रखने और दुनिया भर में यूनेस्को की उपस्थिति और कार्यों को मजबूत करने के लिए जिम्मेदार है।

  • Culture

  • Education

  • Social/Human Sciences

  • Natural Sciences

  • Communication/Information

UNESCO द्वारा प्रायोजित परियोजनाएँ

  • Freedom of Press

  • Literacy Programs

  • Teachers Training Programs

  • Human Rights Protection

  • Technical Training Programs

  • Translation of World Literature

  • International Cooperation