INDIA Full Form in Hindi, What is INDIA in Hindi, INDIA Full Form, INDIA Kya Hai, INDIA का Full Form क्या हैं, INDIA का फुल फॉर्म क्या है, Full Form of INDIA in Hindi, INDIA किसे कहते है, INDIA का फुल फॉर्म इन हिंदी, INDIA का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, India का फुल फॉर्म क्या है, और भरत का नाम India कैसे पड़ा, दोस्तों क्या आपको पता है, INDIA की फुल फॉर्म क्या है और INDIA होता क्या है, अगर आपका Answer नहीं है, तो आपको उदास होने की कोई जरुरत नहीं है, क्योंकि आज हम इस पोस्ट में आपको INDIA की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में देने जा रहे है. तो फ्रेंड्स INDIA फुल फॉर्म इन हिंदी में और INDIA की पूरी इतिहास जानने के लिए इस पोस्ट को लास्ट तक पढ़े।
India एक संक्षिप्त शब्द नहीं है, इसलिए इसका कोई पूर्ण रूप नहीं है. India का नाम Indus (सिंधु) शब्द से लिया गया है, जो कि संस्कृत सिंधु से पुराने फ़ारसी शब्द हिंदू से लिया गया था और सिंधु एक नदी का नाम भी है. आपकी जानकारी के लिए बता दे की यूनानियों उस समय सिंधु नदी के दूसरी तरफ देश को इंदोई के रूप में Referenced करते थे, इसे बाद में भारत में बदल दिया गया है. India का कोई पूरा रूप नहीं है, लेकिन आप इस तरह के कुछ दिलचस्प और मजेदार पूर्ण रूप देख सकते हैं जो की निचे दिए गए हैं।
India को एक से अधिक नाम से बुलाया गया है, जैसा की हम सभी जानते है, ‘भारत‘ उनमें से एक है जो महान राजा भरत का प्रतिनिधित्व करता है. हिंदुस्तान एक और नाम है जिसे फारसी शब्द से लिया गया है, और दोस्तों इसका अर्थ है ‘हिंदुओं की भूमि’ हिंदुस्तान शब्द का अक्सर इस्तेमाल भारत के पर्याय के रूप में किया जाता रहा है. हालांकि यह मूल रूप से भारत के उत्तरी हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है. एक गौरवशाली, विविधता पूर्ण इतिहास के साथ, एक इतिहासकार या किसी भी इतिहास उत्साही को इतिहास की खोज की दिशा में भारत से बेहतर स्थान नहीं मिलेगा. एक लेख या चैप्टर में यहां तक कि एक किताब भी भारत के इतिहास को जोड़कर लिखपाना असंभव है. भारत एक बहुत ही विशाल और महान देश है, यह एक ऐसा देश जो सभी लोगों को बिना किसी भेद-भाव के आपने अंदर सामने की समता रखता है
हम सिंधु घाटी सभ्यता के साथ शुरू कर सकते हैं जो पहले से अच्छी तरह से संरचित, संगठित, आश्चर्यजनक आधुनिक मानव बस्तियों में से एक की स्थापना को चिह्नित करता है. इसके के कुछ समय के बाद ही आर्यों इस देश में आइये और उन्होंने भारत देश में अपना पैर बढ़ाया और सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था में बदलाव किया. आर्यों के राज में भारत देश के अंदर कुछ आछे काम हुवे तो कुछ बुरे काम भी हुवे है, आपकी जानकारी के लिए बता दे की देश को पहले से ही छोटे और मध्यम आकार के Empires में खंडित किया जा चूका था. जब तक कि प्रसिद्ध गुप्ता वंश ने उन्हें एक, उभरे हुए साम्राज्य में एकजुट(United) नहीं किया. यह कई प्रगतिशील उपायों को लाया, जिसे भारत अभी भी देय है, गुप्ता राजवंश को अक्सर स्वर्ण युग के रूप में माना जाता है. गुप्त राजवंश का पालन करते हुए, मौर्य राजवंश थे, जिन्होंने अशोक और चंद्रगुप्त मौर्य जैसे कुछ Great kings को जन्म दिया. आखिरकार, मुस्लिम राजवंश थे, जो लगभग दो शताब्दियों तक शासन करते थे जब तक कि कुख्यात British Colonization ने 200 वर्षों तक भारत को अधीन नहीं किया. आज बहुत खुसी की बात है हमारा देश आजाद है, और यहाँ पर हर किसी को अपनी बात रहने की और जीने की आजादी है।
भारत एक परिचित नहीं है, तो, इसका कोई पूर्ण रूप नहीं है. आपकी जानकारी के लिए बता दे की भारत एक दक्षिण एशियाई देश है. यह क्षेत्रफल के हिसाब से सातवाँ सबसे बड़ा देश और जनसंख्या के हिसाब से दूसरा सबसे बड़ा देश है. यह दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला लोकतंत्र है. भारत दक्षिण में हिंद महासागर, दक्षिण पश्चिम में अरब सागर और दक्षिण पूर्व में बंगाल की खाड़ी से घिरा है।
भारत का नाम सिंधु शब्द से लिया गया है, जो खुद संस्कृत के सिंधु शब्द से लिया गया है, सिंधु एक नदी का नाम भी है. यूनानियों ने सिंधु नदी के दूसरी तरफ देश को इंडोई के रूप में संदर्भित किया था, बाद में इसे भारत में बदल दिया गया, भारत का कोई पूर्ण रूप नहीं है, लेकिन कहीं न कहीं आप इस तरह के कुछ दिलचस्प और मजेदार पूर्ण रूप देख सकते हैं −
I: Independent
N: National
D: Democratic
I: Intelligent
A: Area
भारत एक दक्षिण एशियाई देश है और यह क्षेत्रफल के हिसाब से सातवाँ सबसे बड़ा देश है और जनसंख्या के हिसाब से दूसरा सबसे बड़ा देश है. भारत दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला लोकतंत्र है और दक्षिण में हिंद महासागर, दक्षिण पश्चिम में अरब सागर और दक्षिण पूर्व में बंगाल की खाड़ी से घिरा है।
भारत का नाम सिंधु शब्द से लिया गया है (सिंधु एक नदी थी, जिसके प्रमुख हिस्से पाकिस्तान में उन्मुख थे) जो खुद पुराने फारसी शब्द हिंदू, सिंधु से लिया गया है. वर्ड इंडस को दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यता, इंडस वैली सभ्यता के नाम से अपना पहला संदर्भ मिलता है. सिंधु एक नदी का नाम भी है. यूनानियों ने सिंधु नदी के दूसरी तरफ देश को इंडोई के रूप में संदर्भित किया और इसे बाद में भारत के रूप में बदल दिया गया, वर्ष 2017 में, भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की छठी सबसे बड़ी नाममात्र जीडीपी थी और क्रय शक्ति समानता से तीसरी सबसे बड़ी थी. वर्ष 1991 में बाजार आधारित आर्थिक सुधारों के बाद, भारत सबसे तेजी से विकसित होने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया और इसे एक नव औद्योगीकृत देश माना जाता है।
भारत ने अपने पिछले 100000 वर्षों के इतिहास में कभी किसी देश पर आक्रमण नहीं किया।
जब 5000 साल पहले कई संस्कृतियों में केवल खानाबदोश वन निवासी थे, तो भारतीयों ने सिंधु घाटी (सिंधु घाटी सभ्यता) में हड़प्पा संस्कृति की स्थापना की
भारत नाम सिंधु नदी से लिया गया है, जिसके चारों ओर घाटियाँ हैं जो शुरुआती निवासियों का घर थीं। आर्य उपासकों ने सिंधु नदी को सिंधु नदी कहा।
फारसी आक्रमणकारियों ने इसे हिंदू में परिवर्तित कर दिया, 'हिंदुस्तान' नाम सिंधु और हिंदू को जोड़ता है और इस तरह हिंदुओं की भूमि को संदर्भित करता है।
शतरंज का आविष्कार भारत में हुआ था।
बीजगणित, त्रिकोणमिति और कैलकुलस अध्ययन हैं, जिनकी उत्पत्ति भारत में हुई।
भारत में 'प्लेस वैल्यू सिस्टम' और 'डेसीमल सिस्टम' का विकास 100 ई.पू.
विश्व का पहला ग्रेनाइट मंदिर तमिलनाडु के तंजावुर में बृहदेश्वर मंदिर है. मंदिर का शिखर ग्रेनाइट के एकल 80 टन के टुकड़े से बनाया गया है. यह शानदार मंदिर सिर्फ पांच साल में (1004 ईस्वी और 1009 ईस्वी के बीच) राजाराजा चोल के शासनकाल के दौरान बनाया गया था।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, दुनिया का 7 वां सबसे बड़ा देश है, और सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है।
सांप और सीढ़ी का खेल 13 वीं शताब्दी के कवि संत ज्ञानदेव द्वारा बनाया गया था. इसे मूल रूप से 'मोक्षपट' कहा जाता था। खेल में सीढ़ी गुण का प्रतिनिधित्व करती है और सांप ने संकेत दिया. खेल को कौड़ी के गोले और पासे से खेला जाता था, समय के साथ, खेल कई संशोधनों से गुजरा, लेकिन इसका अर्थ एक ही रहा, अर्थात् अच्छे कर्म लोगों को स्वर्ग में ले जाते हैं और फिर से जन्म के चक्र में बुराई करते हैं।
दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदान हिमाचल प्रदेश के चैल में है, 1893 में एक पहाड़ी क्षेत्र को समतल करने के बाद निर्मित, यह क्रिकेट पिच समुद्र तल से 2444 मीटर ऊपर है।
भारत में दुनिया में सबसे अधिक संख्या में डाकघर हैं।
भारत में सबसे बड़ा नियोक्ता भारतीय रेलवे है, जो एक मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार देता है।
दुनिया का पहला विश्वविद्यालय तक्षशिला में 700 ईसा पूर्व में स्थापित किया गया था. दुनिया भर के 10,500 से अधिक छात्रों ने 60 से अधिक विषयों का अध्ययन किया, 4 वीं शताब्दी में निर्मित नालंदा विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में प्राचीन भारत की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक था।
आयुर्वेद मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे आरंभिक चिकित्सा शाला है। चरक, चिकित्सा के पिता ने 2500 साल पहले आयुर्वेद को समेकित किया था।
भारत 17 वीं शताब्दी की शुरुआत में ब्रिटिश शासन के समय तक सबसे अमीर देशों में से एक था. क्रिस्टोफर कोलंबस, भारत के धन से आकर्षित होकर, गलती से अमेरिका की खोज करने पर भारत के लिए एक समुद्री मार्ग की तलाश में आए थे।
बैली ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा पुल है, यह हिमालय के पहाड़ों में द्रास और सुरू नदियों के बीच लद्दाख घाटी में स्थित है. इसका निर्माण भारतीय सेना ने अगस्त 1982 में किया था।
भारत का एक भूगोल है को भारत एक भूगोल है भी कहा जा सकता है और इसी तरह कहा यह भी जा सकता है कि भारत एक इतिहास है. पर भारत को परिभाषित करने की यह बात यहीं खत्म नहीं होती. भारत एक वर्तमान भी है, एक भविष्य भी है. एक वास्तविकता भी है, एक विचार भी है. भारत रघुवीर सहाय का वह ‘हरचरना’ भी है जो फटा सुथन्ना पहने राष्ट्रगीत के भारत भाग्य विधाता के गुन गाता है और भारत निराला का वह ‘भिखारी’ भी है जो लकुटिया टेक कर चलता है और जिसके पेट-पीठ मिलकर एक हो गये हैं.
भारत वह बुढ़िया भी है जो इलाहाबाद के पथ पर पत्थर तोड़ती है और भारत प्रसाद का वह ‘मधुमय देश’ भी है जहां पहुंचकर अनजान क्षितिज को एक सहारा मिलता है और जिसे प्रथम किरणों का उपहार देकर ऊषा ने अभिवंदित किया. आज के भारत की एक सच्चाई यह भी है कि हमने धर्म, जाति, भाषा, क्षेत्रीयता सबको बंटने-बांटने का माध्यम बना दिया है. ऐसे में, जरूरी हो गया है कि हम एक ओर तो उस सांस्कृतिक विरासत को समझने की कोशिश करें, जो हमारी है और दूसरी ओर उस भविष्य को संवारने का संकल्प लें जो तभी हो सकता है जब हम यह समझ लें कि यह काम भी हम सबका साझा है. हम आगे बढ़ते रहेंगे, यह तय है, लेकिन तय यह भी है कि आगे बढ़ने की दिशा हमें स्वयं खोजनी होगी. लक्ष्यों को भी हमें खुद ही निर्धारित करना होगा।
भारतवर्ष का नाम भारत होने के कारण के बारे में पारम्परिक साहित्य में दो मत हैं, लोगों इस नाम को लेकर काफी मतभेद भी देखने को मिलते है बहुत से लोगों का यह मानना है, कि शकुन्तला के पुत्र भरत के नाम पर यह नाम पड़ा, और अगर हम बात करे दूसरे मत के अनुसार तो बहुत से लोगों का यह मानना है की भगवान ऋषभदेव के पुत्र भरत के नाम पर भारत का नाम रखा गया, पुराणों में यह भी बताया गया है कि, भारत नाम होने से पहले इस वर्ष को एक अतिप्राचीन राजा के नाम पर अजनाभवर्ष कहा जाता था और इससे भी पहले हिमालय के नाम पर इसे हिमवर्ष कहा जाता था।
एक और रोचक बात यह है कि पुराणों तथा अन्य धार्मिक ग्रंथों में ‘भारतवर्ष’ शब्द का प्रयोग वर्तमान भारत देश के अर्थ में नहीं किया गया है. अलबरुनी ने अपने ग्रन्थ में भारतीयों की भूगोलविषयक धारणाओं को स्पष्ट करते हुए यह लिखा है कि भारतीय लोग सात द्वीपों जम्बूद्वीप के नौ खण्डों(जिनमें हमारा भारतवर्ष भी एक है) और भारतवर्ष के नौ भागों में विश्वास रखते हैं जिनमें से भारतवर्ष के ‘नागरसंंवृत्त’ नाम के भाग में ही लोग बसे हुए हैं. (इस भाग को पुराणों में ‘सागरसंवृत’ कहा गया है, Mythologist इसे भ्रमवश भारतवर्ष के नवें भाग का विशेषण मानते हैं जबकि अलबरुनी के स्पष्ट कथन को देखते हुए और इस बात पर गौर करते हुए कि पुराणों में भारत के इस नवें भाग को कोई नाम नहीं दिया गया है यह मानना Suitable seem होता है कि ‘सागरसंवृत’ भारत के नवें भाग का नाम है न कि विशेषण।) इसका अर्थ यह है कि जो हमारा View world है. वह भारतवर्ष का एक प्रभाग मात्र है. यह उस देश का प्राचीन नाम नहीं है जिसे आज हम भारत कहते हैं।