CDS Full Form in Hindi, What is CDS in Hindi, CDS Full Form, CDS Kya Hai, CDS का Full Form क्या हैं, CDS का फुल फॉर्म क्या है, Full Form of CDS in Hindi, What is CDS, CDS किसे कहते है, CDS का फुल फॉर्म इन हिंदी, CDS का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, CDS की शुरुआत कैसे हुई, दोस्तों क्या आपको पता है, CDS की फुल फॉर्म क्या है, अगर आपका उत्तर नहीं है, तो आपको उदास होने की कोई जरुरत नहीं है, क्योंकि आज हम इस पोस्ट में आपको CDS की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में देने जा रहे है. तो फ्रेंड्स CDS फुल फॉर्म इन हिंदी में और इसका पूरा इतिहास जानने के लिए आप इस पोस्ट को लास्ट तक पढ़े।
CDS की फुल फॉर्म “Chief of Defence Staff” होती है, CDS की फुल फॉर्म का हिंदी में अर्थ “चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ” है. सीडीएस भारतीय सशस्त्र बलों के पेशेवर त्रि-सेवा प्रमुख और भारत सरकार के सबसे वरिष्ठ वर्दीधारी सैन्य सलाहकार हैं, जनरल बिपिन रावत दिसंबर 2022 तक पहले सीडीएस के रूप में काम करेंगे।चलिए अब आगे बढ़ते है और आपको इसके बारे में थोडा और विस्तार से जानकारी उपलब्ध करवाते है।
सीडीएस में तीन सेवा प्रमुखों होती है आमतौर इसे चार-स्टार जनरल्स भी कहा जाता हैं, सैन्य मामलों के विभाग की कमान संभालने के अलावा, वह स्थायी अध्यक्ष, चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का भी प्रभार संभालेंगे, जबकि सीडीएस सभी त्रि-सेवाओं के मामलों पर रक्षा मंत्री के प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में कार्य करेगा, यहाँ हम आपकी जानकारी के लिए बता दे की तीनों सेवा प्रमुख अपने संबंधित सेवाओं से संबंधित मामलों पर मंत्री को सलाह देना जारी रखेंगे, सैन्य मामलों का विभाग Tri-services के लिए खरीद, प्रशिक्षण और Staffing में संयुक्तता को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेगा, CDS का पद नव निर्मित है इसलिए वर्दी को भी नए सिरे से डिजाइन किया गया है. वर्दी ऑलिव ग्रीन (जैतूनी हरे) रंग की है. लेकिन कंधे पर बैज बेल्ट का बकल, पीक कैप और बटन तीनों ही Armies का प्रतिनिधित्व करेगा. क्योंकि कंधे का बैज सेना में बहुत अहम माना जाता है इसलिए CDS की वर्दी में लगे शोल्डर बैज में कोई भी तलवार का चिन्ह या फिर स्टार नहीं होगा. CDS का शोल्डर बैज मैरून रंग का होगा जिसमें अशोक का चिन्ह बना होगा. साथ ही इसमें कोई डोरी भी नहीं होगी. कॉलर में भी 4 सितारे नहीं होंगे जो सेना प्रमुखों को मिलते हैं।
CDS पद को तीनों सेनाओं थलसेना, वायुसेना और जलसेना के प्रमुखों से सबसे ऊपर माना जाता है, और वह तीनों ही सेनाओं का प्रमुख पद है. खैर, CDS के दफ्तर के बाहर नाम पट्टिका पर पद का दर्ज करने वाले रक्षा विभाग के अनुवादकों ने किस अर्थ से CDS को 'प्रमुख सेना अध्यक्ष' लिखा है, यह तो स्पष्ट नहीं हो सका है. लेकिन यहाँ पर आपको यह जरूरी मालूम होना चाहिए की इसे भारतीय सेनाओं को एक बेहद जरूरी पद जरूर मिल गया है, जो तीनों सेनाओं के बीच समन्वय स्थापित कर सके.
CDS का एक और पूर्ण रूप चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ है. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ भारतीय सशस्त्र बलों के प्रमुख, पेशेवर सेवा प्रमुख की स्थिति है. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ भारत सरकार का सबसे वरिष्ठ वर्दीधारी सैन्य सलाहकार है. जनरल बिपिन रावत को दिसंबर 2022 तक पहला सीडीएस नियुक्त किया गया है. भारत में यह पहली बार नहीं है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) का पद सृजित हो रहा है. वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध के बाद भी भारत में एक Chief of defense staff के पद को बनाने की पहल K Subrahmanyam Committee की सिफारिस के आधार पर की गयी थी. लेकिन राजनीतिक असहमति और Apprehensions के कारण यह आगे नहीं बढ़ सकी थी. यद्यपि भारत में एक लंबे समय से बात की जाने वाली पद की Official घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 अगस्त 2019 को लाल किले, नई दिल्ली में अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान Public की गई थी, 24 दिसंबर 2019 को, कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने औपचारिक रूप से पद के निर्माण की घोषणा की, एक चार सितारा जनरल, एक त्रिकोणीय सेवा प्रमुख, जो रक्षा बलों का नेतृत्व करने के साथ-साथ अन्य भूमिकाएं भी निभाएगा जैसे कि प्रमुख रक्षा मंत्रालय के तहत सैन्य मामलों का विभाग।
CDS का फुल फॉर्म Combined Defence Services है. CDS पास करने के बाद इंडियन मिलिट्री, एयर फोर्स और नेवी में नौकरी प्राप्त की जा सकती है. इस परीक्षा में हजारों छात्र हर साल बैठते हैं, यह परीक्षा साल में दो बार होती है. यहाँ पर हम आपकी जानकारी के लिए बता दे की सीडीएस परीक्षा को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा वर्ष में दो बार आयोजित अखिल भारतीय स्तर की परीक्षा है. यह परीक्षा भारत के सशस्त्र बलों से संबंधित नौकरियों को आवंटित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा डिज़ाइन की गई है।
संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा भारतीय सैन्य अकादमी (IMA), ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA), भारतीय नौसेना अकादमी (INA) और भारतीय वायु सेना अकादमी (IAF) में भर्ती के लिए आयोजित की जाती है. इस परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता भारत के किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक है. सीडीएस परीक्षा के लिए अधिसूचना आमतौर पर अक्टूबर और जून के महीनों में जारी की जाती है, और उसी के लिए परीक्षाएं क्रमशः फरवरी और नवंबर महीने में आयोजित की जाती हैं, लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण उम्मीदवारों को सेवा चयन बोर्ड (SSB) द्वारा साक्षात्कार के लिए चयनित किया जाता है, जो भारतीय सशस्त्र बलों में करियर के लिए उम्मीदवार की उपयुक्तता का मूल्यांकन करता है. एसएसबी साक्षात्कार लगभग एक सप्ताह तक चलता है, इस प्रक्रिया के दौरान एक उम्मीदवार यह पता लगाने के लिए विभिन्न भौतिक, मनोवैज्ञानिक और समूह परीक्षणों से गुजरता है कि वह एक अधिकारी सामग्री है या नहीं, SSB साक्षात्कार के अलावा, वायु सेना अकादमी (IAF) के उम्मीदवारों जिन्होंने उड़ान शाखा के लिए आवेदन किया है, पायलट एप्टीट्यूड बैटरी टेस्ट (PABT) के लिए परीक्षण किए गए हैं। इन परीक्षणों के बाद, उम्मीदवारों को अपने संबंधित अकादमियों में भर्ती होने से पहले चिकित्सा परीक्षा से गुजरना पड़ता है और प्रशिक्षण के सफल समापन के बाद, उन्हें सशस्त्र बलों में शामिल किया जाता है।
CDS परीक्षा को UPSC के दुवारा आयोजित किया जाता है. इस परीक्षा में हर साल 4 लाख से अधिक Candidate भाग लेते हैं, लेकिन कुछ का ही चयन हो पाता है, जो स्टूडेंट लिखित परीक्षा और इंटरव्यू में सफल हो जाते हैं उन्हें Indian Military Academy (भारतीय सैन्य अकादमी), एयर फोर्स अकादमी हैदराबाद, नेवल अकादमी गोवा और Officer ट्रेनिंग अकैडमी चेन्नई में ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है, सफलतापूर्वक ट्रेनिंग करने के बाद ही Candidates का Officer या सेना के लिए चयन होता है, उसके बाद उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाता है और जॉइनिंग मिलती है।
सीडीएस परीक्षा की तैयारी कैस की जाये आइये जानते है, दोस्तों इसके तहत विभिन्न Posts के लिए Exams होती हैं। इन Posts से संबंधित शैक्षिक योग्यताएं भी अलग-अलग हैं। मसलन, यहाँ हमरे कहने का मतलब यह है की Indian Military Academy & Officers Tanning Academy में आवेदन करने के लिए Candidates को किसी मान्यता प्राप्त विवि या संस्थान से कम से कम स्नातक होना जरूरी है. जबकि Nawal Academy के लिए Physics, Chemistry और गणित विषय के साथ BSC या Engineering की Degree होनी चाहिए। इसी तरह Air-Force Academy के लिए विश्वविद्यालय की Degree सहित 12वीं तक Physics & Maths Subjects होना चाहिए या फिर आप Engineering में स्नातक हों. और एक बात और जिसके बारे में आपको मालूम होना चाहिए की इसमें पिछले साल की Exam में बैठने वाले Candidates भी सम्मिलित हो सकते हैं।
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) भारतीय सैन्य अकादमी, भारतीय नौसेना अकादमी, वायु सेना अकादमी, और अधिकारियों के प्रशिक्षण अकादमी के तहत विभिन्न रिक्तियों की भर्ती के लिए संयुक्त रक्षा सेवा (CDS) परीक्षा आयोजित करने जा रहा है. संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए पात्रता विवरण निम्नलिखित हैं।
Eligibility Details
एक उम्मीदवार भी होना चाहिए
भारत का नागरिक, या
नेपाल का एक विषय, या
भूटान का विषय, या
भारत में स्थायी रूप से बसने के इरादे से १ जनवरी १ ९ ६२ से पहले भारत आए तिब्बती शरणार्थी, या
भारतीय मूल का एक व्यक्ति जो पाकिस्तान, बर्मा, श्रीलंका या पूर्वी अफ्रीकी देशों केन्या, युगांडा, संयुक्त गणराज्य तंजानिया, जांबिया, मलावी, ज़ैरे और इथियोपिया या वियतनाम से स्थायी रूप से बसने के इरादे से वियतनाम गया है।
बशर्ते कि श्रेणियों (बी), (सी), (डी) और (ई) से संबंधित एक उम्मीदवार ऐसा व्यक्ति होगा जिसके पक्ष में भारत सरकार द्वारा पात्रता का प्रमाण पत्र जारी किया गया हो।
CDS Exam Pattern Details
लिखित परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न और समय अवधि 02 घंटे होते हैं और प्रत्येक विषय के लिए अधिकतम अंक 100 होते हैं।
भारतीय सैन्य अकादमी, नौसेना अकादमी, वायु सेना अकादमी के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान और प्राथमिक गणित विषयों के लिए लिखित परीक्षा शामिल है और उम्मीदवारों के लिए जो अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी के लिए लिखित परीक्षा में अंग्रेजी और सामान्य ज्ञान शामिल हैं।
लिखित परीक्षा में सफल घोषित किए गए उम्मीदवारों को संबंधित सेवा मुख्यालय द्वारा उनकी पसंद के आधार पर सेवा चयन बोर्ड में खुफिया और व्यक्तित्व परीक्षण के लिए विस्तृत किया जाएगा।
CDS परीक्षा में सफलता के लिए क्या करे ?
उत्तर देने के लिए शार्टकट रास्ता चुनना होगा हालाकि पेपर का समय बहुत है.
CDS Exam के लिए वर्तमान धटनाओं पर विशेष ध्यान रखे.
समय के हिसाब से विषयों को चुने जिसे की आप को पढाई करने में आसानी हो.
NCERT की पुस्तक पढ़नी ही होगी| चाहें कोई कितना भी इंटेलिजेंट और बड़ी अकादमी में परीक्षण क्यों ना ले रहा हो.
परीक्षा में सकारात्मक सोच के साथ जाए इधर उधर की ना सोचे.