DVT Full Form in Hindi




DVT Full Form in Hindi - DVT की पूरी जानकारी?

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DVT Full Form in Hindi

DVT की फुल फॉर्म “Deep Vein Thrombosis” होती है, DVT को हिंदी में “गहरी नस घनास्रता” कहते है. DVT खून के थक्का जमने से जुड़ी एक स्थिति होती है। जब शरीर की किसी एक या कई गहरी नसों में ब्लड क्लोट (Thrombus) बन जाता है तो उसे DVT या Deep vein thrombosis के नाम से जाना जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दे की यह स्थिति आमतौर पर टांगों में विकसित होती है. आइये अब इसके बारे में अन्य सामान्य जानकारी प्राप्त करते हैं।

आमतौर पर पैरों में दो तरह की नसें होती हैं, इनमें त्वचा के पास यानी ऊपरी सतह वाली नसें(Veins) व गहराई वाली नसें (Deep vines) हैं, डीप वेंस दूषित रक्त को फेफड़ों और हृदय तक पहुंचाती हैं ताकि वहां से साफ रक्त अन्य हिस्सों तक जा सके, और शरीर को ऊर्जा मिल, इस बीमारी में Deep Vein Thrombosis यानी DVT में पैरों की डीप वेंस में ब्लड क्लॉटिंग (खून के थक्के) हो जाती है, जिससे दूषित रक्त वापस हृदय व फेफड़ों तक नहीं पहुंचता और पैरों में ही रुक जाता है परिणामस्वरूप इससे सूजन व दर्द होने लगता है. जिसके कारण आपको चलने में बहुत तकलीफ का सामना करना पड़ता है।

डीप वेन थ्रोम्बोसिस नाम बीमारी अगर किसी व्यक्ति को हो जाती है, तो इसके कारण उस व्यक्ति को जिसे यह बीमारी हुई है काफी प्रॉब्लम का समाना करना पद सकता है, इसके जोखिम कारकों में गतिहीनता (कम चलना फिरना), हार्मोन थेरेपी और Pregnancy test आदि शामिल है, आपकी ज्जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि Deep Vein Thrombosis के कारण टांगों में दर्द और सूजन हो सकती है और कई बार इसके कारण किसी भी प्रकार का लक्षण विकसित नहीं होता, इस स्थिति में होने वाले कुछ सामान्य Symptoms में नस के आस-पास की जगह गर्म होना, छूने पर दर्द होना, सूजन या दर्द होना आदि शामिल होते हैं, दोस्तों Deep Vein Thrombosis का की जांच करने के लिए doctor आपसे Symptoms से जुड़े कुछ सवाल पूछेंगे और इन सवाल कि मदद से ही doctor आपकी बीमारी में पकड़ पते है, doctor सवाल के साथ सूजन व दर्द आदि जैसे DVT के Symptoms की जांच करने के लिए आपका शारीरिक परीक्षण करेंगे, जीवनशैली में कुछ बदलाव करके DVT होने के जोखिम को कम किया जा सकता है. जीवनशैली के बदलावों में Blood pressure को नियंत्रित रखना, धूम्रपान छोड़ना और यदि आपका वजन अधिक है तो वजन घटाना आदि शामिल होता है. दोस्तों याद रहे यह बीमारी आमतौर पर पैर के निचले हिस्से और जांघों में होती है लेकिन शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकती है।

What is DVT in Hindi

DVT का मतलब डीप वेन थ्रॉम्बोसिस होता है, जैसा कि हमने ऊपर भी बताया है, यह एक रक्त के थक्के को संदर्भित करता है. जो आपके शरीर के अंदर स्थित एक नस में बनता है, आमतौर पर निचले पैर या जांघ में, हालांकि, यह शरीर के अन्य भागों में हो सकता है. ऐसे थक्के आमतौर पर तब बनते हैं जब कोई नस क्षतिग्रस्त हो जाती है या रक्त धीरे-धीरे बहता है या नस में बहना बंद हो जाता है. यह आमतौर पर 50 या उससे अधिक उम्र के लोगों को प्रभावित करता है. DVT एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है, इसलिए आपको इस चिकित्सा स्थिति के लक्षणों का अनुभव होने पर तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

यदि आपको संदेह है कि आपके अंदर DVT विकसित हो चूका है, तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए या आपातकालीन कक्ष में जाना चाहिए, यह उल्लेख करना सुनिश्चित करें कि आपने हाल ही में एक लंबी यात्रा पूरी की है, क्योंकि यह जानकारी सही निदान करने में सहायता कर सकती है. यदि संकेत दिया जाए तो DVT की उपस्थिति की जांच करने और संभावित पल्मोनरी एम्बोलस का मूल्यांकन करने के लिए विभिन्न प्रक्रियाओं का उपयोग किया जाएगा, यदि एक DVT या पीई पाया जाता है, तो आपको आमतौर पर रक्त के पतले पर शुरू किया जाएगा ताकि थक्के को बड़ा होने से रोकने में मदद मिल सके, जबकि यह धीरे-धीरे हल करता है।

डीवीटी के लक्षण

डीप वेन थ्रोम्बोसिस के क्या लक्षण होते हैं, आइये विस्तार से जानते है, कुछ मामलों में DVT से किसी प्रकार के लक्षण Developed नहीं होते, यदि लक्षण Developed होते हैं तो उनमें निम्न हो सकते हैं −

  • DVT होने पर आपके पैर, पैर के टखने में सूजन आमतौर पर एक तरफ होती है.

  • प्रभावित क्षेत्र में तीव्र दर्द.

  • जिस जगह पर थक्के जम रहे हैं वहां पर त्वचा गर्म होना के कुछ लक्षण सामने आते है.

  • त्वचा लाल होना विशेष रूप से घुटनों के नीचे टांग की पिछली तरफ.

  • DVT पॉजिटिव होने आपके पैर के प्रभावित क्षेत्र में ऐंठन दर्द का होना शामिल है .

  • किसी एक टांग (आमतौर पर पिंडली) में दर्द, सूजन और टेंडरनेस (छूने पर दर्द होना).

  • DVT पॉजिटिव होने आपके प्रभावित क्षेत्र पर लाली भी आ सकती है.

डीप वेन थ्रोम्बोसिस के कारण

डीप वेन थ्रोम्बोसिस एक गंभीर एवं जटिल बीमारी है और यह बीमारी निम्न कारणों से होती है −

  • डीप वेन थ्रोम्बोसिस का होने में किसी व्यक्ति का बहुत अधिक देर तक बैठे रहना भी हो सकता है।

  • प्रेगनेंसी भी हो सकती है डीप वेन थ्रोम्बोसिस का एक बहुत बड़ा कारण हो सकती है।

  • डीप वेन थ्रोम्बोसिस का कारण हो सकता है मोटापा जी हां दोस्तों जिन व्यक्तियों का बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 30 या इससे अधिक है उनमें डीप वेन थ्रोम्बोसिस होने की संभावना बढ़ जाती है।

  • गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी होती है Deep vein thrombosis का कारण यह तो बहुत से डॉक्टर का मानना है आंत की बीमारी, कैंसर और हृदय रोगों (heart disease) के कारण भी यह बीमारी हो सकती है।

  • डीप वेन थ्रोम्बोसिस का कारण हो सकता है Genetic blood disorder आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यदि परिवार के लोगों में रक्त विकार की समस्या जैसे कि सामान्य ब्लड की अपेक्षा शरीर में खून का अधिक गाढ़ा या मोटा होना या अधिक थक्का जमना आदि कारणों से भी Deep vein thrombosis की समस्या हो सकती है।

  • DVT एक बहुत ही घात बीमारी है, नसों में चोट लगने के कारण DVT के चांस काफी हद तक बड़ जाते है, हड्डियां टूटना, सर्जरी या हड्डियों से जुड़ी किसी अन्य समस्याओं के कारण डीवीटी होने का खतरा रहता है।

डीवीटी (डीप वेन थ्रोम्बोसिस) से बचाव

डीप वेन थ्रोम्बोसिस क्या है और इसके डीवीटी के लक्षण क्या है यह जानने के बाद आइये अब हम डीप वेन थ्रोम्बोसिस की रोकथाम कैसे कर सकते इस पर बात करते है, दोस्तों इस पोस्ट में हमने नीचे कुछ तरीकों की बारे में बताया गया है जिनको अपना कर डीवीपी की समस्या की रोकथाम की जा सकती है −

डी-डिमर − यह एक रक्त परीक्षण है जो रक्त के थक्के के टुकड़ों का पता लगाने के लिए किया जाता है जो रक्त के थक्के के टूटने के बाद रक्तप्रवाह में यात्रा करते हैं. बड़ी संख्या में टुकड़े नस में रक्त के थक्के की उपस्थिति का संकेत देते हैं. इस टेस्ट में पॉजीटिव एवं निगेटिव इंडिकेटर बना होता है। यदि टेस्ट निगेटिव है तो इसका अर्थ यह है कि रक्त का थक्का नहीं बन रहा है और यदि टेस्ट पॉजीटिव है तो इसका मतलब यह है कि व्यक्ति को डीप वेन थ्रोम्बोसिस है।

जीवन शैली में बदलाव करें − जीवन शैली में बदलाव करने के बाद आपको अपना वजन घटाना चाहिए और धूम्रपान छोड़ दें, फाइबर में उच्च तथा कम वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।

व्यायाम − डीवीटी (डीप वेन थ्रोम्बोसिस) से बचाव करने के लिए आपको नियमित रूप से Excercise करने से भी खून के थक्के जमने के जोखिम को कम किया जा सकता है. व्यायाम करना विशेष रूप से उन लोगों के लिए बहुत जरूरी है जो दिन में अधिकतर समय बैठकर बिताते हैं या अधिक यात्राएं करते हैं।

स्थिर बैठने की आदत से बचें − डीप वेन थ्रोम्बोसिस से बचाव के लिए सबसे पहले आपको स्थिर बैठने की आदत से बचना होगा, और यदि आपकी सर्जरी हुई है या किसी अन्य वजह से आपको बेड रेस्ट करना भी पड़ रहा है, तो हम आपको यही सलाह देना चाहेंगे कि जितना जल्दी हो सके खुद को गतिविधी में लाने का प्रयास करें, अगर आप कुछ देर बैठते हैं तो टांगों को क्रॉस करके ना बैठें क्योंकि यह खून के बहाव में रुकावट पैदा कर सकती है. और यदि आप कार से कोई लंबा सफर तय कर रहे हैं तो हर घंटे रुकें और थोड़ा चल लें, इससे आपको काफी फायदा होता है।

डीवीटी होने वाली जटिलताओं?

  • Pulmonary Embolism − यह तब होता है, जब रक्त का थक्का टूट जाता है और इसके टुकड़े रक्तप्रवाह में यात्रा करने लगते हैं और टुकड़ों में से एक रक्त वाहिका को अवरुद्ध कर देता है जो रक्त को फेफड़ों तक ले जाता है।

  • Post-thrombotic Syndrome − यह DVT के बाद पुरानी शिरापरक अपर्याप्तता है. यह तब होता है जब डीवीटी शिरा के वाल्व को नुकसान पहुंचाता है और ऊपर की ओर बढ़ने के बजाय रक्त आपके निचले पैर में जमा होने लगता है. यह कुछ मामलों में लंबे समय तक दर्द, सूजन और अल्सर का कारण बनता है।

  • Limb Ischemia − यह डीवीटी के गंभीर मामलों में होता है, इस जटिलता में, रक्त के थक्के के कारण, नस में दबाव बहुत अधिक हो जाता है जो धमनियों में रक्त को अवरुद्ध करता है और इस प्रकार प्रभावित क्षेत्र में ऑक्सीजन की आपूर्ति को प्रतिबंधित करता है. यह आमतौर पर दर्दनाक होता है और त्वचा के अल्सर और गैंग्रीन का कारण हो सकता है।

डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) तब होता है जब आपके शरीर में आमतौर पर आपके पैरों में एक या अधिक से अधिक रक्त का थक्का (थ्रोम्बस) बनता है. डीप वेन थ्रॉम्बोसिस से पैर में दर्द या सूजन हो सकती है, लेकिन यह बिना किसी लक्षण के भी हो सकता है।

यदि आपके पास कुछ चिकित्सीय स्थिति है जो आपके रक्त के थक्कों को प्रभावित करती है, तो गहरी शिरा घनास्त्रता विकसित हो सकती है. यह तब भी हो सकता है जब आप लंबे समय तक नहीं चलते हैं, जैसे कि सर्जरी या दुर्घटना के बाद, या जब आप बिस्तर पर सीमित हों।

गहरी शिरा घनास्त्रता बहुत गंभीर हो सकती है क्योंकि आपकी नसों में रक्त के थक्के ढीले हो सकते हैं, आपके रक्त प्रवाह के माध्यम से यात्रा कर सकते हैं और आपके फेफड़ों में घूम सकते हैं, रक्त प्रवाह (फुफ्फुसीय अन्त: शल्यता) को रोक सकते हैं।

डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (DVT) एक गंभीर स्थिति है जो तब होती है जब आपके शरीर के अंदर स्थित शिरा में रक्त का थक्का बन जाता है. रक्त का थक्का रक्त का एक थक्का होता है जो ठोस अवस्था में बदल जाता है. डीप वेन ब्लड क्लॉट्स आमतौर पर आपकी जांघ या निचले पैर में बनते हैं, लेकिन ये आपके शरीर के अन्य क्षेत्रों में भी विकसित हो सकते हैं. इस स्थिति से जुड़े अन्य नामों में थ्रोम्बोम्बोलिज़्म, पोस्ट-थ्रोम्बोटिक सिंड्रोम और पोस्टफ़्लेबिटिक सिंड्रोम शामिल हो सकते हैं।