DGP Full Form in Hindi




DGP Full Form in Hindi - DGP की पूरी जानकारी?

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DGP Full Form in Hindi

DGP की फुल फॉर्म “Director general of police” होती है, DGP को हिंदी में “पुलिस महानिदेशक” कहते है. DGP किसी भी राज्य या Union Territory के Police Force का सर्वोच्च अधिकारी होता जिसके पास सबसे ज्यादा authority होती है. यह पूरे राज्य के पुलिस का head होता है जिसके वजह से इसे State Police Chief भी कहा जाता है. चलिए अब आगे बढ़ते है और आपको इसके बारे में थोडा और विस्तार से जानकारी उपलब्ध करवाते है।

भारत में, Director General of Police एक तीन सितारा रैंक का पुलिस अधिकारी होता है. यह एक बहुत बड़ी पोस्ट है, यहाँ पर हम आपकी जानकारी के लिए बता दे की NATO के OF-8 कोड के मुताबिक तीन-स्टार रैंक का एक अधिकारी कई सशस्त्र सेवाओं में एक वरिष्ठ कमांडर होता है. एक Indian Police Service (IPS) candidate ही आगे चल कर DGP बन सकता है, दोस्तों जब प्रसाशन को एक IPS ऑफिसर का काम बहुत ही तारीफ के काबिल लगता है, तो उसको प्रमोट करके प्रसाशन के दुवारा DGP बनाया जाता है, आप यह भी कह सकते हैं की सभी पुलिस महानिदेशक IPS होते हैं, पुरे राज्य के अंदर केवल एक ही DGP होता है.

दोस्तों लगभग हर राज्य के अंदर कानून व्यवस्था को सभालने के लिए ऐसे बहुत से अतिरिक्त अधिकारी को आपॉइंट किया जाता हैं. जो DGP का पद रखते हैं, ऐसे अधिकारियों की सामान्य नियुक्तियां राज्य और भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले अन्य विभागों में Director के पद पर की जाती है. DGP किसी state के police department का सबसे बड़ा अधिकारी होता है। एक DGP के हाथ में पूरे State की Police Department का कण्ट्रोल होता है, जैसे की CBI Director, DG CRPF, Director of CID, Director of Vigilance and Anti-Corruption Bureau, Director General of Prisons, अग्नि सेना और नागरिक सुरक्षा के महानिदेशक, इत्यादि. DGP का Rank प्रतीक चिन्ह, राष्ट्रीय प्रतीक के साथ में crossed तलवार और डंडा होता है जैसे की ऊपर की इमेज में दिखया गया है. इस प्रतीक चिन्ह/ Insignia को देख कर आप पता लगा सकते हैं की इस पुलिस अफसर की क्या Rank है, DGP Rank वाले अधिकारी अपने कॉलर पर Gorget Patch पहनते हैं, जिसकी पृष्ठभूमि नीले गहरे रंग की होती है, और उस पर पत्ती जैसी संरचना होती है।

What is DGP in Hindi

DGP का पूर्ण रूप पुलिस महानिदेशक होता है. एक DGP भारत में किसी विशेष राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के पुलिस विभाग का प्रमुख होता है. वह या वह एक तीन सितारा रैंक के पुलिस अधिकारी हैं. कुछ राज्यों में, DGP को राज्य पुलिस प्रमुख के रूप में भी संबोधित किया जाता है. इस पद का चयन मंत्रिमंडल द्वारा किया जाता है. राज्य प्रमुख के अलावा, अन्य पुलिस अधिकारी भी हो सकते हैं जैसे अन्य उच्च प्रोफ़ाइल विभाग जैसे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, सतर्कता निदेशक, राज्य कारागार प्रमुख, आपराधिक जांच विभाग (CID), आदि, वे अन्य प्रतिष्ठित विभागों जैसे कि केंद्रीय प्रमुख भी हैं. ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI), सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (SVPNPA), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), आदि।

DGP के अंतर्गत बहुत सारे पुलिस विभाग के अधिकारी कार्य करते है जो कि dgp के निर्देश पर हमेशा कार्य करने को तैयार रहते है, हमारे भारत वर्ष में, पुलिस महानिदेशक (DGP) एक थ्री-स्टार (three-star) रैंक है और भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सर्वोच्च रैंकिंग वाला पुलिस अधिकारी है, यह पद बहुत बड़ा और पावर फुल होता है, सभी DGP भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं. DGP आमतौर पर हर भारतीय राज्य में राज्य पुलिस बल का प्रमुख होता है, उस स्थिति में अधिकारी को राज्य पुलिस प्रमुख कहा जाता है, जो एक Cabinet selection post है. यह भारतीय वन सेवा (IFS) के लिए वन बलों के प्रमुख के पद के बराबर है. पुलिस महानिदेशक या पुलिस आयुक्त का पद चिन्ह (दिल्ली में) क्रॉस तलवार और डंडों के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक है।

DGP बनने के लिये क्या योग्यता होनी चाहये ?

DGP बनने के लिये आपके पास क्या योग्यता होनी चाहये आइये जानते है, UPSC द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज के एग्जाम में बैठने के लिये सबसे पहले तो आपको किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त करनी है. जब आप स्नातक की डिग्री ले लेते है तो फिर आप इस परीक्षा में बैठ सकते है, और एग्जाम दे सकते है, दोस्तों एक और बात जो आपका मालूम होनी चाहिए की इस परीक्षा में बैठने के लिए General class के Candidates की आयु 21 से 30 वर्ष होनी चाहये लेकिन OBC वर्ग के लिये इस आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट दी गयी है, और SC/ST वर्ग के लोगो के लिये ये आयु सीमा बढ़ाकर 5 वर्ष कर दी गयी है।

DGP कैसे बने?

DGP कैसे बने? आइये जानते है, सबसे पहले हम आपको बता दे की एक Director General of police या पुलिस महानिदेशक पुलिस बल में अंतिम और शीर्ष पद होता है. जैसा की हम जानते है, विभिन्न कारकों के आधार पर लगभग सभी राज्य में केवल 1 या सबसे अधिक 4 ऐसे पोस्ट होते है. दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे की आप सीधे इस पद पर नहीं पहुँच सकते है. इसके लिए पदोन्नति द्वारा केवल एक IPS अधिकारी ही इस पद तक पहुँच सकता है. IPS अधिकारी बनने के लिए, UPSC परीक्षा को पूरा करना होगा जो कि देश में सबसे कठिन है. ऐसे अधिकारी को पहले ASP, SP, DIG, Spl IG, Addl DG और DG का पद प्राप्त होता है।

इसके लिए अधिकारियों को योग्यता के अनुसार सूचीबद्ध किया जाता है, जिन अधिकारियों ने इस पद पर पहुंचने के लिए NPA में परीक्षा दी थी, यह योग्यता सूची सेवा के अंत तक सभी पदोन्नति के लिए आधार बनाती है, यहाँ पर यह बात जानना आपके लिए जरूरी है की मुश्किल तथ्य यह है कि हालांकि Officer एक ही बैच के हैं लेकिन वे अलग-अलग उम्र के हैं. एक ने UPSC को न्यूनतम उम्र में, दूसरे ने उम्र के आखिरी पड़ाव में और अन्य ने बीच में pass किया हो सकता है. जो Officer merit list में सबसे कम उम्र का है, उसके पास DGP बनने का सबसे अच्छा मौका है। क्योंकि अन्य, भले ही वे छोटे Officer से वरिष्ठ हों, छोटे Officer से पहले Retirement की आयु प्राप्त कर सकते है, दोस्तों इसे अगर हम और सरल शब्दों में कहे तो आप सीधे DGP के लिए आवेदन नही कर सकते इसके लिए आपको पहले IPS बनना होता है, और उसके बाद IPS का Promotion होने पर उसको DGP का पद दिया जाता है. इसके लिए UPSC द्वारा आयोजित Civil Service Exam में आपको सम्मानित होना होगा‌ व उसमे सफलता पाने के बाद आप इस पद पर नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।

DGP की सैलरी

एक DGP एक IPS अधिकारी होता है, इसलिए उनकी सैलरी भी उसी स्केल में आती है, जिसमे एक IPS अधिकारी की होती है, हमारे कहने का मतलब यह है की एक DGP की सैलरी लगभग एक IPS अधिकारी के बराबर होती है. एक अंदाज़े से बताया जाये तो DGP की सैलरी लगभग 50,000 से 1.5 लाख के बीच मे होती है, और इसके अलावा भी उन्हें बहुत सी सुविधाओं का लाभ मिलता रहता है .

DGP के काम?

अगर हम बात करे एक DGP के काम की तो किसी भी State की कानून व्यवस्था को सभालने का काम एक DGP को ही दिया जाता है. State में DGP का पद एक ही होता है, ऐसे में उसके ऊपर पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था बनाये रखने की एक बेहद महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी होती है. यहाँ एक बहुत बड़ा पद है तो इसलिए इस पद के ऊपर बहुत ज्यादा जिम्मेदारी भी बहुत होती है, DGP Officer की ये Responsibility होती है कि वो आपने State में शान्ति व्यवस्था को ठीक तरह से बनाये रखे, एक DGP का काम State के Police Department को Manage करने का भी होता है।

DGP Exam की तैयारी कैसे करे

DGP Exam की तैयारी कैसे करे आइये जानते है, DGP exam की तैयारी किसे करनी है, इसके लिये हमने नीचे कुछ पॉइंट्स दिए है, जिन्हें पढ़ कर आप DGP Exam की तैयारी कर सकते है, दोस्तों इन पॉइंट्स से आपको किस तरह से तैयारी करनी है ये समझने में आसानी होगी -

  • DGP Exam की तैयारी करने के लिए आपको शुरू से ही अपनी जनरल नॉलेज को strong करना होता है .

  • DGP Exam के लिए आपको करंट अफेयर्स पर ज्यादा ध्यान रखना देना होगा इसके लिये आप daily newspaper पढ़ सकते है.

  • जैसा की हम सभी जानते है किसी भी एग्जाम को पास करने के लिए Self study करना बहुत ही ज़रूरी होता है. इसके बिना आप कोई भी एग्जाम clear नही कर सकते है. इसीलिए अपनी self study हमेशा बनाये रखे .

  • DGP Exam की तैयारी करते समय आपको जो भी पॉइंट्स आपको महत्वपूर्ण लगे उसे एक Marker लेकर Mark ज़रूर करदे इससे आपको revesion करने में भी आसानी होगी .

  • DGP Exam की तैयारी करने के लिए पुराने Exam papers को भी ज़रूर देखे और सॉल्व करने की कोशिश करे .

पुलिस department में DGP एक बड़ी post होती है, ये बात तो हम सभी जानते हैं, भारत में, पुलिस बल की प्राथमिक भूमिका कानूनों को लागू करना, अपराधों की जांच करना और देश में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. कुशल और प्रभावी पुलिस बल न केवल सामाजिक स्थिरता के लिए आवश्यक है, बल्कि आर्थिक विकास के लिए भी आवश्यक है. DGP किसी state के police department का सबसे बड़ा अधिकारी होता है, उसके under में पूरे State का Police Department होता है. हर State में सिर्फ़ एक ही DGP होता है, जो कि पूरे State के Police का Head होता है, DGP का कार्य state में प्रशासन व्यवस्था और शांति व्यवस्था बनाये रखना होता है. वो ये काम पूरे State में Police Department की मदद से करता है।