NCERT Full Form in Hindi




NCERT Full Form in Hindi - एन. सी. ई. आर. टी. की पूरी जानकारी हिंदी में

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NCERT Full Form in Hindi

NCERT की फुल फॉर्म “National Council of Educational Research and Training” होती है, NCERT को हिंदी में “राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद” कहते है. NCERT Indian government द्वारा बनाई गई एक स्वायत्तसाशि संस्थान है. आपको पता ही होगा NCERT के बनने से पहले हमारे देश में सात विभिन्न national education संस्थान कार्यरत थी. 1 सितम्बर 1961 को इन सभी 7 तो शिक्षा institutions को एक साथ मिलाकर एक ही संस्था का निर्माण किया गया और उस संस्था का नाम NCERT रखा गया. दोस्तों ये संस्था कक्षा 1 से कक्षा 12 के Students के लिए विभिन्न languages में सभी विषयों के लिए किताबें प्रकाशित करता है।

What is NCERT in Hindi

NCERT Intermediate Schools की education से जुड़े सभी मामलों पर काम करके केंद्र की सरकार और राज्य की सरकार को उचित सलाह देने का काम करता है. दोस्तों NCERT का सबसे महत्वपूर्ण काम अच्छी education में प्रशिक्षण को सहयोग देना है. NCERT Intermediate Schools में education पद्धति में लाए गए बदलाव और development को लागू करने का काम करता है. NCERT हर तरह से हमरे देश की education से जुड़े लगभग हर एक कार्य में उपस्थिति रहता है. NCERT हमारे देश के education system में किसी न किसी रूप में अपना सहयोग करता रहता है।

What is NCERT in Hindi

NCERT का फुल फॉर्म National Council of Educational Research and Training होता है, और इसका हिन्दी में मतलब ”राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद्” होता है। NCERT भारत सरकार द्वारा बनाई गई एक Autonomous institute है, जिसका नाम NCERT रखा गया, NCERT एक सरकारी संगठन है, जो कक्षा 1 से कक्षा 8 के Students के लिए विभिन्न भाषाओं में सभी विषयों के लिए किताबें प्रकाशित करता है. NCERT की स्थापना 01 सितम्बर 1961 को की गयी थी, यह भारत सरकार की स्वायत्त संगठन है, जो School’s शिक्षा से जुड़े मामलों पर Central Govt एवं State’s Govt को सलाह देने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है।

NCERT के मुख्य कार्य उच्च शिक्षा में प्रशिक्षण को सहयोग देना, स्कूलों में शिक्षा पद्धति में लाए गए बदलाव और विकास को लागू करना, राज्य सरकारों और अन्य शैक्षणिक संगठनों को स्कूली शिक्षा संबंधी सलाह आदि देना आदि. इसी तरह भारत में शिक्षा से जुड़े लगभग हरेक कार्य में NCERT की उपस्थिति किसी न किसी रूप में रहती है. NCERT एक government organisation है जिसको 1 सितंबर 1961 को सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत एक साहित्यिक, वैज्ञानिक, और धर्मार्थ Organization के रूप में स्थापित किया गया था, NCERT 1 standard से ले कर 12 के students के लिए सभी लैंग्वेजेज में Books प्रकाशित करतीं हैं. आप different language में NCERT की books online pdf formet में भी download कर सकते हैं. इसी के साथ NCERT exam के sample question papers भी प्रकाशित करता है. India मे education से जुड़े हर काम से NCERT किसी ना किसी तरह से जुड़ा रहता है और उस में अपना सहयोग देता है।

NCERT की स्थापना कब हुई

NCERT की स्थापना कब और किसने की आइये जानते है. जैसा की आप जानते है NCERT का मतलब National Council Of Educational Research and Training होता है, और इसकी स्थापना भारत सरकार के education ministry ने 27 जुलाई 1961 को की थी। NCERT ने 1 सितंबर 1961 को औपचारिक रूप से अपना अभियान शुरू किया. और फिर बाद में इस संस्था का नाम NCERT रखा गया है. NCERT का मकसद हमारे देश में education को बढ़ावा देना और उसका विकास करना है। NCERT की स्थापना सात मौजूदा national government संस्थानों को मिलाकर की गई थी जो निम्नलिखित हैं −

  • मूल शिक्षा संस्थान national इंस्टीट्यूट

  • National इंस्टीट्यूट ऑफ ऑडिओ-विज़ुअल एजुकेशन

  • National फंडामेंटल एजुकेशन सेंटर

  • माध्यमिक शिक्षा के विस्तार कार्यक्रम निदेशालय

  • सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन

  • Central ब्यूरो ऑफ शैक्षिक और व्यावसायिक मार्गदर्शन

  • सेंट्रल ब्यूरो ऑफ टेक्स्टबुक रिसर्च

National

NCERT के प्रमुख उद्देश्य क्या है आइये जानते है, NCERT का सबसे पहला उद्देश्य शिक्षा से जुडे़ सभी मामलों में सुधार करना तथा शैक्षिक अनुसंधान को बढ़ावा देने और अभिनव विचारों और शिक्षको की शिक्षा में सुधार करना है. NCERT का प्रमुख उद्देश्य शिक्षा से सम्बन्धि सामग्री की पूर्ती करना. दोस्तों NCERT के प्रमुख उद्देश्य की लिस्ट इस प्रकार है −

  • व्यावसायिक शिक्षा

  • राष्ट्रीय पाठ्य रूपरेखा को लागू करने के लिए

  • बचपन की शिक्षा

  • लड़कियों की बाल शिक्षा

  • प्रतियोगी मूल्य शिक्षा

  • प्राथमिक शिक्षा सार्वभौमिकरण (UEE)

  • Students के विचारों में सुधार करना

  • शिक्षकों की शिक्षा में सुधार

NCERT एक सरकारी संगठन है, जो कक्षा 1 से कक्षा 12 के छात्र के लिए विभिन्न भाषाओं में सभी विषयों के लिए किताबें प्रकाशित करता है. आपकी जानकारी लिए बता दे की इसका मुख्यालय श्री अरबिंदो मार्ग, नई दिल्ली में है, NCERT की स्थापना 1961 में भारत सरकार द्वारा की गई थी. जैसा की हमने ऊपर भी आपको बताया था, इसका मुख्य उद्देश्य स्कूल शिक्षा से संबंधित शैक्षिक मामलों पर राज्य और केंद्र सरकार की सहायता करना और उन्हें सलाह देना है. NCERT भारत सरकार द्वारा बनाई गई एक स्वायत्तसाशि संस्थान है. इसका Primary Function शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्रालय को Especially स्कूली शिक्षा के संबंध में सलाह देने और नीति-निर्धारण में Help करने का है. दरअसल इससे पहले देश में सात विभिन्न राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान कार्यरत थे। 1 सितम्बर 1961 को इन सभी सात शिक्षा संस्थानों को मिलाकर एक ही संस्था बनाई गई। जिसका नाम NCERT रखा गया।

NCERT का पूर्ण रूप या पूरा नाम राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद है. राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) भारत सरकार का एक स्वायत्त संगठन है, जो 1 सितंबर 1961 को सोसाइटीज़ रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860 के तहत एक साहित्यिक, वैज्ञानिक और धर्मार्थ समाज के रूप में स्थापित किया गया था. यह एक सरकारी संगठन है जो इसे प्रकाशित करता है. कक्षा 1 से कक्षा 8 के छात्र के लिए विभिन्न भाषाओं में सभी विषयों के लिए पुस्तकें, इसका मुख्यालय भारत के नई दिल्ली में श्री अरबिंदो मार्ग पर है. 1961 में, NCERT की स्थापना भारत सरकार द्वारा की गई थी, इसका मुख्य उद्देश्य स्कूली शिक्षा से संबंधित शैक्षिक मामलों पर राज्य और केंद्र सरकार की सहायता और सलाह करना था।

इसका गठन को उस समय के सात मौजूदा संस्थानों को मिलाकर बनाया गया था, जो हैं: केंद्रीय शिक्षा संस्थान (1947), केंद्रीय पाठ्यपुस्तक अनुसंधान ब्यूरो (1954), केंद्रीय शैक्षिक ब्यूरो और व्यावसायिक मार्गदर्शन (1954), माध्यमिक शिक्षा निदेशालय (1958) के लिए विस्तार कार्यक्रम निदेशालय , नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बेसिक एजुकेशन (1956), नेशनल फंडामेंटल एजुकेशन सेंटर (1956) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑडियो-विजुअल एजुकेशन (1956)। NCERT कुछ सुविधाएं प्रदान करने के लिए समर्पित है. इसकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं की सूचियाँ हैं: प्रारंभिक बचपन की शिक्षा, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा को लागू करना, सार्वभौमिक शिक्षा का प्रारंभिक शिक्षा (UEE), व्यावसायिक शिक्षा, बालिका शिक्षा, प्रतियोगी मूल्य शिक्षा, शिक्षकों की शिक्षा में सुधार, छात्रों के विचार में सुधार आदि।

NCERT पाठ्य पुस्तकें

जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, NCERT कक्षा 1 से 12. के लिए पाठ्यक्रम को डिजाइन करने और पाठ्यपुस्तकों को प्रकाशित करने के लिए जिम्मेदार है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE), राष्ट्रीय स्तर का बोर्ड NCERT की पाठ्यपुस्तकों को NCERT स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए NCERT की पाठ्य पुस्तकों की सिफारिश करता है. शीर्ष छात्र और शिक्षक मूल बातें साफ़ करने के लिए सबसे अच्छे संसाधनों में से एक के रूप में NCERT पाठ्यपुस्तकों की सलाह देते हैं. यहां तक कि अन्य बोर्ड के तहत पढ़ने वाले छात्र भी विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी के लिए NCERT की पुस्तकों का उल्लेख करते हैं।

JEE Main और NEET जैसे राष्ट्रीय स्तर के इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाएं कक्षा 11 और 12 के NCERT पाठ्यक्रम पर आधारित होती हैं, NCERT की पाठ्यपुस्तकों के साथ पूरी तरह से होना एनटीएसई और ओलंपियाड के उम्मीदवारों के साथ-साथ यूपीएससी सीएसई और तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए जरूरी है. अन्य सरकारी परीक्षाएं, इसलिए, छात्रों को NCERT पाठ्यपुस्तकों को अच्छी तरह से पूरा करना चाहिए. Embibe पर, आप कक्षा 6 से 12 तक मुफ्त में NCERT समाधानों का लाभ उठा सकते हैं।

एनसीईआरटी की स्थापना के पीछे का मकसद ?

यहाँ यह उल्लेख करना उचित होगा कि NCERT की स्थापना सामान्य शिक्षा प्रणाली के डिजाइन और समर्थन के लिए की गई थी, यह राष्ट्र की विविध संस्कृति को प्रोत्साहित और सक्षम भी करेगा. शिक्षा आयोग ने 1968 में शिक्षा पर पहला राष्ट्रीय नीति वक्तव्य जारी करने की सिफारिश की थी. नीति के अनुसार, स्कूली शिक्षा के एक समान पैटर्न को अपनाने का पूरे देश में समर्थन किया गया था. इसमें दस साल के सामान्य शिक्षा कार्यक्रम में दो साल के बाद स्कूली शिक्षा शामिल थी।

NCERT के कार्य

NCERT एक कार्यकारी समिति है, जो Human Resource Development Minister के रूप में अपने पदेन अध्यक्ष के रूप में कार्य करती है. केंद्रीय राज्य मंत्री इसका पदेन उपाध्यक्ष होता है जो वित्त, स्थापना मामलों और programs से निपटने वाली कार्यकारी समिति की सहायता करता है. यहाँ पर हम आपको NCERT के कुछ कार्य बता रहे हैं −

  • शिक्षकों के लिए पूर्व-सेवा और शिक्षा कार्यक्रम आयोजित करना।

  • शिक्षा के क्षेत्रीय कॉलेजों के प्रशासन की निगरानी करना।

  • बेहतर शैक्षिक तकनीकों और प्रथाओं के ज्ञान का प्रसार करना |

  • शिक्षा के सभी क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देना, संगठित करना और बढ़ावा देना।

  • स्कूल शिक्षा में सुधार के लिए शिक्षा की सभी शाखाओं में सहायता, प्रचार और समन्वय करना |

  • छात्रों और संबंधित शिक्षक की Hand Book के लिए अध्ययन सामग्री तैयार करना और प्रकाशित करना।