IPS Full Form in Hindi, IPS Full Form, आई. पी. एस. फुल फॉर्म, क्या आपको पता है IPS की full form क्या है, और IPS का क्या मतलब होता है, क्या आपको पता है IPS के क्या कार्य है, IPS का Syllabus क्या है, अगर आपका answer नहीं है तो आपको उदास होने की कोई जरुरत नहीं है क्यूंकि आज हम इस post में आपको IPS की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में देने जा रहे है तो फ्रेंड्स IPS Full Form in Hindi में और IPS की पूरी history जानने के लिए इस post को लास्ट तक पढ़े.
जैसा की आप सभी जानते ही है, सरकारी नौकरी ऐसी नौकरी होती है जहाँ पर आपको सारी सुख सुविधा मिलती है, इसलिए अक्सर लोग सरकारी नौकरी की ऊँची से ऊँची पोस्ट प्राप्त करना चाहते हैं, और उसके लिए लोग कठिन परिश्रम करने से भी पीछे नहीं हटते है, दोस्तों औऱ IPS की नौकरी भी सरकारी नौकरी में उच्च प्रशासनिक पद होता हैं इसलिए IPS Full Form से लेकर IPS क्या होता हैं यह काफ़ी खोजा जाता है. कुछ लोग Government Job करके देश की सेवा भी करना चाहते हैं इसलिए ऐसे लोगों का सपना IAS, IPS, IFS बनने का होता है क्योंकि यह पोस्ट सरकारी होने के साथ-साथ सरकार की तरफ से दी गयी बहुत बड़ी Responsibility भी होती है. वैसे तो IPS बनना आसान नही है और लाखों लोग हर साल आईपीएस बनने के लिए Civil Services की परीक्षा में शामिल होते हैं लेकिन कुछ ही लोग अपना IPS बनने का सपना साकार कर पाते हैं जिसके लिए बहुत मेहनत, लगन व तपस्या करने की आवश्यकता होती हैं. एक आईपीएस(IPS) बनने के बाद सरकार की तरफ से आपको बहुत सारी Features भी मिलती हैं औऱ माँ-बाप का नाम रौशन होता है एक आईपीएस पूरे पुलिस डिपार्टमेंट का हेड होता है और उसके पास Police department की पूरी पॉवर होती है.
IPS की फुल फॉर्म “Indian Police Service” होती है, IPS को हिंदी भाषा में “भारतीय पुलिस सेवा” कहते है. यह भारत सरकार की 3 अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है. अन्य दो सेवाएं IAS (भारतीय प्रशासन सेवा) और IFS (भारतीय विदेश सेवा) हैं. आइये अब इसके बारे में अन्य सामान्य जानकारी प्राप्त करते हैं.
जैसा की आप जानते है, IPS का गठन कानून प्रणाली के लिए दिशा निहित Instructions, कानून व्यवस्था, और किसी भी तरह के crime को नियंत्रित करने के लिए किया गया था. वर्तमान समय में, प्रशासनिक posts की नियुक्ति के लिए upsc कई अलग-अलग तरह की civil service exam करती रहती है, जैसे IPS, IRS, IAS, IFS, आदि दोस्तों इस तरह के exam को clear करने के बाद ही आप police अधिकारी बन सकते है, आज के समय में भी कुछ candidates तो IPS examination की बात करने से भी डरते है, उन लोगों का मानना है की हम इस तरह की Exam को कभी भी Crack नही कर पाएंगे, हालाकि ये परीक्षा UPSC द्वारा हर साल आयोजित करवाई जाती है और लाखो candidates इसमें भाग लेते है, लेकिन बहुत काम candidates इसमें सफल हो पाते है.
IPS एक प्रचलित संक्षिप्त शब्द है. यह संक्षिप्त शब्द Indian Police के मुखिया के लिए प्रयोग किया जाता है. IPS का कर्तव्य देश में कानून व्यवस्था को संचालित करना है पूरे देश की पुलिस व्यवस्था का जिम्मा IPS को ही सौंपा जाता है. इसके अतिरिक्त इस पद पर नियुक्त व्यक्ति भारत की रॉ जैसी खुफिया agency की भी सहायता करता है तथा देश की कानून व्यवस्था सदृढ़ करने के साथ साथ आपराधिक Activities के खिलाफ सीधी कार्यवाही करने की क्षमता रखता है. भारत का संविधान देश के हर नागरिक को यह हक़ देता है कि वह IPS जैसे शक्तिशाली व सम्मानित पद पर नियुक्त हो सके बस इसके लिए उस व्यक्ति को Civil examination उत्तीर्ण कर स्वयं को सर्वश्रेष्ठ साबित करना होता है. IPS जैसे गौरव पूर्ण पद के लिए ली जाने वाली UPSC की Civil परीक्षा भारत में बहुत लोकप्रिय है. सालाना करोड़ों की सँख्या में अभियार्थी इस परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं. तथा इन करोड़ों अभियार्थियों में से जो सबसे उत्तम होते हैं वे सम्मानीय पुलिस पदों के लिए चुने जाते हैं.
IPS का पूर्ण रूप या पूरा नाम भारतीय पुलिस सेवा है, IPS, बस पुलिस सेवा के रूप में जाना जाता है. भारत सरकार की तीन अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है. भारतीय पुलिस सेवा का गठन भारत की स्वतंत्रता के एक साल बाद यानी वर्ष 1948 में हुआ. एक शीर्ष रेटेड और भारत में सबसे प्रतिष्ठित Services में से एक होने के नाते, इसने भारतीय (इंपीरियल) पुलिस को भी बदल दिया है. IPS अधिकारियों की भर्ती संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा के माध्यम से की जाती है.
UPSC परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है, और चयनित उम्मीदवार शीर्ष तीन सेवाओं यानी IAS, IFS और IPS से अपनी प्राथमिकताएं चुन सकते हैं. सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए, इस परीक्षा को पास करने के लिए चार प्रयास, OBC उम्मीदवारों के लिए 7 प्रयास और एससी / एसटी उम्मीदवारों के लिए कोई प्रतिबंध नहीं है.
IPS सेवा को विभिन्न departments जैसे अपराध शाखा, आपराधिक जांच विभाग (CID), होमगार्ड और ट्रैफिक ब्यूरो में विभाजित किया गया है. लगभग 100000 से अधिक उम्मीदवारों ने परीक्षा दी जिसमें से 200 से कम अंत में चुने गए हैं. अपने चरम प्रतिस्पर्धी स्वभाव के कारण, इसे भारत में सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है. इस नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए आवश्यक न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की degree है. पुरुषों के लिए आवेदन करने के लिए आवश्यक न्यूनतम ऊंचाई 165 सेमी और महिलाओं के लिए 150 सेमी है. उम्मीदवार एससी / एसटी से संबंधित है और असमिया, कुमाऊँ, नागालैंड आदिवासी, गोरखा, गढ़वाली आदि जैसे जातियों में पुरुषों और महिलाओं के लिए न्यूनतम ऊंचाई क्रमशः 160 और 145 सेमी है.
IPS एक प्रचलित संक्षिप्त शब्द है, इस शब्द के बारे में आपने भी कभी न कभी न सुना तो होगा ही यह संक्षिप्त शब्द भारतीय पुलिस के मुखिया के लिए प्रयोग किया जाता है. आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे की एक IPS का काम देश में कानून व्यवस्था को संचालित करना है. हमारे देश की पुलिस व्यवस्था का जिम्मा IPS को ही सौंपा जाता है.
IPS एक बहुत बड़ी पोस्ट है, इस पद पर नियुक्त व्यक्ति भारत की रॉ जैसी खुफिया एजेंसी की भी सहायता करता है, तथा देश की कानून व्यवस्था सदृढ़ करने के साथ साथ आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ सीधी कार्यवाही करने की क्षमता रखता है. एक IPS बनाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, हमारे देश में हर साल लाखों करोड़ों छात्र इसके लिए तैयारी करते जिनमे से कुछ ही इस पद कर पहुंच पाते है, Indian constitution देश के हर नागरिक को यह हक़ देता है कि वह IPS जैसे शक्तिशाली व सम्मानित पद पर नियुक्त हो सके बस इसके लिए उस व्यक्ति को सिविल परीक्षा उत्तीर्ण कर स्वयं को सर्वश्रेष्ठ साबित करना होता है. IPS जैसे गौरव पूर्ण पद के लिए ली जाने वाली UPSC की Civil examination भारत में बहुत लोकप्रिय है. सालाना करोड़ों की सँख्या में अभियार्थी इस परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं, तथा इन करोड़ों अभियार्थियों में से जो सबसे उत्तम होते हैं वे सम्मानीय Police posts के लिए चुने जाते हैं.
IPS एक top rated और प्रतिष्ठित service है, भारतीय पुलिस सेवा का गठन भारत की स्वतंत्रता के एक साल बाद 1948 में किया गया. इसने भारतीय (इंपीरियल) पुलिस को काफी बदल दिया है. IPS अधिकारियों की भर्ती संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा के माध्यम से की जाती है. इस परीक्षा का आयोजन हर साल किया जाता है और चयनित उम्मीदवार शीर्ष तीन सेवाओं IAS, IFS और IPS से अपनी प्राथमिकताएं चुनते हैं. सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए इस परीक्षा को पास करने के चार प्रयास, ओबीसी उम्मीदवारों के लिए 7 प्रयास और एससी / एसटी उम्मीदवारों के लिए कोई प्रतिबंध नहीं है. IPS service को विभिन्न विभागों जैसे अपराध शाखा, होमगार्ड, ट्रैफिक ब्यूरो और आपराधिक जांच विभाग (CID) में विभाजित किया गया है.
IPS का फुल फॉर्म(भारतीय पुलिस सेवा) होती है, और IPS बनने के लिए आपको UPSC द्वारा आयोजित एक exam देनी रहती हैं. यह एक प्रतियोगी परीक्षा (प्रतियोगी परीक्षा) हैं. हर साल लगभग 8 लाख से अधिक participants की इस exam के लिए आवेदन करते हैं. और उसमे से केवल 600 से 700 छात्र को चुना जाता है और वह IPS बनते हैं.
IPS भारत सरकार की तीन All india service में से एक है. और वे दोनों सेवा का नाम IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) और IFS (भारतीय वन सेवा) है. IPS का नाम पहले IP (इंपीरियल पुलिस) था, यानि 1905 सन में उसका नाम इम्पीरियल पुलिस रखा गया था. हमारा भारत 1947 सन में british की राज से आजादी होने के एक साल बाद 1948 सन में उसका नाम बदलके के IPS रखा गया है. आजके समय लगभग सभी Students पढ़ाई करने के बाद सरकारी किसी अच्छी नौकरी करना चाहते हैं ताकि अपने जीवन को आराम से जी सके. इसलिए हर स्टूडेंट अपने खुद के रूचि के अनुसार नौकरी के लिए अपलाई करते रहते हैं. कोई डॉ. बनना चाहता है, कोई engineer बनना चाहता है और कोई वकील बनना चाहता है, इसके अलावा और कई सारी सरकारी नौकरी है जो Students अपना रूचि के अनुसार करना चाहते हैं. लेकिन ज्यादातर Students आजका समय पुलिस की नौकरी करने पसंद करते हैं इसलिए वे IPS जैसे नौकरी के लिए अपलाई करते रहते हैं.
IPS का पूर्ण रूप भारतीय पुलिस सेवा है. IPS, बस पुलिस सेवा के रूप में जाना जाता है, भारत सरकार की तीन अखिल भारतीय Services में से एक है. भारतीय पुलिस सेवा का गठन 1948 में किया गया था, जो भारत की स्वतंत्रता के एक साल बाद हुई थी. एक शीर्ष रेटेड और भारत में सबसे प्रतिष्ठित Services में से एक होने के नाते, इसने भारतीय (इंपीरियल) पुलिस को भी बदल दिया है. IPS अधिकारियों की भर्ती संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा के माध्यम से की जाती है.
यह परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है और चयनित उम्मीदवार शीर्ष तीन Services यानी IAS, IFS और IPS से अपनी प्राथमिकताएं चुन सकते हैं. सामान्य श्रेणी के candidates के लिए, इस परीक्षा को पास करने के लिए चार प्रयास, ओबीसी उम्मीदवारों के लिए 7 प्रयास और एससी / एसटी उम्मीदवारों के लिए कोई प्रतिबंध नहीं है. IPS सेवा को विभिन्न विभागों जैसे अपराध शाखा, आपराधिक जांच विभाग (CID), होमगार्ड और ट्रैफिक ब्यूरो में विभाजित किया गया है. लगभग 100000 से अधिक candidates ने परीक्षा दी जिसमें से 200 से कम का चयन किया गया.
अपने Highly competitive nature के कारण, इसे भारत में सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है. इस नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए आवश्यक न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता किसी मान्यता प्राप्त university से स्नातक की डिग्री है. पुरुषों के लिए आवेदन करने के लिए न्यूनतम ऊंचाई 165 सेमी और महिलाओं के लिए 150 सेमी होनी चाहिए. उम्मीदवार एससी / एसटी से संबंधित है और असमिया, कुमाऊँ, नागालैंड आदिवासी, गोरखा, गढ़वाली आदि जैसे नस्लों में क्रमशः पुरुषों और महिलाओं के लिए न्यूनतम ऊंचाई 160 और 145 सेमी तक आराम करने योग्य है.
IPS का पद भारत की आवक सुरक्षा प्रणाली में एक अत्यंत सम्मानित पद है. भारतीय पुलिस सेवा भारतीय लोकतंत्र का सबसे बुनियादी आधार है. गृह मंत्रालय आईपीएस के लिए कैडर नियंत्रण प्राधिकरण के रूप में कार्य करता है. देश में कानून और व्यवस्था स्थापित करने के लिए IPS अधिकारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. IPS सेवा केवल अपने आप में एक पद है जो राज्य पुलिस और सभी भारतीय केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मचारियों को सशक्त बनाती है. लेकिन एक बड़े पद के साथ बड़ी जिम्मेदारियां आती हैं, हर जिले में एक आईपीएस अधिकारी पुलिस अधीक्षक (एसपी) और पुलिस उपायुक्त (डीएसपी) होता है. इसके अलावा, यह क्षेत्र की पुलिस प्रणाली में किसी भी प्रकार की खामियों को ठीक करने के लिए एक IPS अधिकारी के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का भी हिस्सा है. IPS अधिकारी का पद अपने आप में एक उपलब्धि है. IPS का प्राथमिक कर्तव्य यह सुनिश्चित करना है कि उनके अधिकार क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा हो और जिले के सभी अधिकारी कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम करते रहें.
भारतीय पुलिस सेवा (IPS) भारत सरकार की तीन अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है. IPS का गठन वर्ष 1948 में किया गया था. IPS के लिए कैडर नियंत्रण प्राधिकरण गृह मंत्रालय है.
भारतीय पुलिस सेवा परीक्षा सिविल सेवा परीक्षा (CSE) का एक हिस्सा है जो प्रत्येक वर्ष संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाती है.
एक IPS (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी द्वारा अपनी जिम्मेदारियों का वहन किया जाता है -
एक IPS (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी जनता की सुरक्षा के लिए अपनी जिम्मेदारियों का वहन करता है.
IPS अधिकारी राज्य और केंद्र के लिए भी कार्य करता है. उनका प्राथमिक कर्तव्य जनता के बीच शांति बनाए रखना है.
IPS कानून और व्यवस्था को अधिक महत्व देता है, जो जिला स्तर पर, IPS और IAS अधिकारियों की एक सामूहिक जिम्मेदारी है; अपराध का पता लगाना और उसे रोकना; और यातायात नियंत्रण, दवा की रोकथाम, दुर्घटना की रोकथाम, और प्रबंधन आदि.
उनकी मुख्य भूमिका रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R & AW), इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB), सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI), क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) आदि, इंडियन फेडरल इंफोर्समेंट एजेंसीज, जैसे भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसियों का नेतृत्व और कमान करना है. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नागरिक और सशस्त्र पुलिस बल.
इन कार्यों को कुशलतापूर्वक, जिम्मेदारी से और व्यवस्थित रूप से पूरा करने के लिए, IPS सेवा को विभिन्न कार्यात्मक विभागों जैसे कि अपराध शाखा, आपराधिक जांच विभाग (CID), होमगार्ड, ट्रैफिक ब्यूरो में विभाजित किया गया है.
भारतीय पुलिस सेवा (IPS) का चयन UPSC द्वारा सिविल सेवा परीक्षा (CSE) के माध्यम से 20 से अधिक सेवाओं के साथ किया जाएगा. आवेदन प्रक्रिया और चयन प्रक्रिया सभी सेवाओं के लिए सामान्य है. लगभग, आठ लाख से अधिक उम्मीदवार हर साल IPS परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं. IPS के लिए चयन प्रक्रिया में प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और एक साक्षात्कार / व्यक्तित्व परीक्षण शामिल है. हर साल चयन प्रक्रिया जून के महीने में शुरू होगी और अप्रैल में समाप्त होगी. सीएसई के लिए अंतिम मेरिट सूची मई में जारी की जाएगी.
Exam | Civil Services Examination |
---|---|
Exam level | National |
Organising body | Union Public Service Commission (UPSC) |
Exam type | Pen and paper-based (offline) |
Number of services | 24 |
Number of attempts | 6 attempts |
Number of Vacancies | Approximately 800 |
अगर बता की जाये IPS अधिकारी का कार्य की तो हम आपको बता दे की समाज में कानून arrangement बनाए रखना होता है कानून arrangement बनाए रखने के साथ-साथ दुर्घटनाओं से बचाव तथा निपटना, अपराधियों को पकड़ना, यातायात Services को सुचारु रूप से चलाना भी IPS अधिकारी का ही कार्य होता है, और विभिन्न पदों पर अलग-अलग कार्य होते हैं| IPS अधिकारी को CBI, RAW तथा IB जैसे अर्धसैनिक बलों में भी work करने का अवसर मिलता है, जिसमें Intelligence तरीके से अवैध चीजों का पता लगाते हैं और उसे नष्ट करते हैं| हम कह सकते हैं कि IPS एक नौकरी नहीं ज़िम्मेदारी है.
आजादी से पहले, IAS और IPS दोनों ही सेवाओं पर यूरोपीय लोगों का वर्चस्व था क्योंकि केवल कुछ ही भारतीय सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक करने में सक्षम थे. स्वतंत्रता के बाद, सेवाओं को केवल भारतीय नागरिकों के लिए खुला रखा गया था और पात्रता मानदंड भारतीयों के पक्ष में पतला कर दिया गया था. भारतीय प्रशासनिक सेवा Colonial काल में प्रचलित इम्पीरियल सिविल सर्विसेज (ICS) की निरंतरता है. उसी तरह, IPS Imperial Police की निरंतरता है. सिविल सेवा कृषि भूमि से राजस्व के संग्रह से संबंधित है और इसलिए इसका नाम "कलेक्टर" है. यह ब्रिटिश कंपनी के तहत सबसे शुरुआती पदों में से एक था और इसने प्रतिष्ठित नागरिक सेवाओं की शुरुआत की. दूसरी ओर, पहली बार भारतीय परिषद अधिनियम 1861 में पुलिस नौकरशाही की आवश्यकता का उल्लेख किया गया था.
IAS और IPS दोनों का चयन हर साल UPSC सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से किया जाता है. IAS एस्पिरेंट्स UPSC के कार्मिक और कार्मिक विभाग के विस्तृत आवेदन पत्र (DAF) में अपनी पसंद की सेवा पसंद को भरते हैं और प्रशिक्षण चयनित उम्मीदवारों को उनकी रैंक और वरीयता के अनुसार सेवा प्रदान करते हैं. अधिकांश उम्मीदवार IAS को अपनी पहली पसंद और IPS को दूसरी पसंद के रूप में भरते हैं. IAS की लोकप्रियता को इस उदाहरण से समझा जा सकता है कि UPSC सिविल सेवा परीक्षा को IAS परीक्षा के नाम से जाना जाता है. IAS ने सिविल सेवा परीक्षा में और वास्तविक जीवन में भी अन्य सभी सार्वजनिक सेवाओं की देखरेख की.
सभी नए चुने गए IAS और IPS अधिकारी तीन महीने के कॉमन फाउंडेशन कोर्स के लिए लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में शामिल होते हैं. फाउंडेशन कोर्स के बाद, IAS अधिकारी LBSNAA में रहते हैं और अन्य सभी अधिकारी अपने विशेष प्रशिक्षण संस्थानों में जाते हैं. IPS अधिकारी प्रशिक्षु अपने बाकी प्रशिक्षणों के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (SVPNPA) हैदराबाद जाते हैं. IAS प्रोबेशनर्स का दो साल का प्रशिक्षण कार्यक्रम है, लेकिन IPS अधिकारी ढाई साल के प्रशिक्षण से गुजरते हैं. IAS प्रशिक्षण के टॉपर को राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक प्राप्त होता है और प्रधानमंत्री के बैटन को IAS प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के टॉपर को दिया जाता है. IAS प्रशिक्षण संसाधनों और जनशक्ति के प्रबंधन, समन्वय और प्रशासन के बारे में अधिक चिंता का विषय है. IPS प्रशिक्षण में शारीरिक प्रशिक्षण और कानून प्रवर्तन गतिविधियों के लिए आवश्यक विभिन्न कानून शामिल हैं. IPS प्रशिक्षण अधिक कठिन है और इसके लिए अधिक शारीरिक गतिविधियों की आवश्यकता होती है. इसमें घुड़सवारी, परेड, आयुध प्रशिक्षण और कानून प्रवर्तन के लिए आवश्यक अन्य महत्वपूर्ण चीजें शामिल हैं.
कुछ वर्षों की सेवा के बाद, कुछ चयनित IAS अधिकारियों को जिला मजिस्ट्रेट (DM) की पोस्टिंग मिल जाती है. निर्णय लेने के अधिकार के साथ जिला स्तर पर डीएम समन्वयक होता है. वे सभी जिला स्तरीय समितियों और विभागीय बैठक के पीठासीन अधिकारी हैं. जिले की पुलिस व्यवस्था के लिए DM भी जिम्मेदार है. शहर में कर्फ्यू, धारा 144 आदि से संबंधित निर्णय डीएम द्वारा लिए जाते हैं.
शासन की एक मजिस्ट्रियल प्रणाली में, भीड़ या अन्य ऐसी स्थितियों को नियंत्रित करने के लिए डीएम को आग खोलने का आदेश देने की शक्ति है. इतना ही नहीं, लेकिन कुछ पुलिस अधिकारियों के तबादले के लिए भी डीएम की मंजूरी जरूरी है. IPS जिले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) के रूप में तैनात हैं. उसे शहर की कानून-व्यवस्था से ज्यादा चिंता है. यहां तक कि कुछ वारंट के लिए उसे आईएएस अधिकारियों की स्वीकृति की आवश्यकता होती है.
IAS और IPS दोनों सेवाओं की नौकरी की रूपरेखा बहुत व्यापक है और दोनों ही शक्तिशाली पदों पर तैनात हैं, लेकिन IAS एक DM के रूप में बहुत अधिक शक्तिशाली हैं. एक IPS के पास केवल अपने विभाग की जिम्मेदारी होती है, लेकिन एक IAS (DM) के पास जिले के सभी विभागों की जिम्मेदारी होती है. डीएम के रूप में एक IAS अधिकारी पुलिस विभाग और अन्य विभागों का प्रमुख होता है. एक प्रोटोकॉल के अनुसार, IPS अधिकारी को IAS को सलाम करने की आवश्यकता है यदि वह उससे वरिष्ठ है. यह भी एक प्रोटोकॉल है कि IPS बैठने के बाद ही अपनी वर्दी की टोपी उतार देगा. कुछ राज्यों ने अपने कुछ शहरों में आयुक्त प्रणाली को लागू किया है. इस प्रणाली में, पुलिस अधिकारियों के पास अधिक शक्तियाँ होती हैं, लेकिन फिर भी एक IAS से कम होती है.
डीएम के रूप में एक आईएएस अधिकारी के कर्तव्य का दायरा जिले के सभी विभागों में है. एसएसपी रहते हुए एक आईपीएस केवल अपने पुलिस विभाग और यातायात विभाग में काम कर सकता है. डीएम के पास कर्तव्य की बहुत बड़ी गुंजाइश है और इसमें जिले के सभी विभाग शामिल हैं. यहां तक कि आपदा प्रबंधन के समय में जब सेना को बुलाया जाता है, डीएम वह व्यक्ति होता है जो जिला स्तर पर समन्वय करता है. वह सेना के प्रमुख के बराबर है. IPS जिले का दूसरा महत्वपूर्ण कार्य है क्योंकि उसे शहर की कानून-व्यवस्था का ध्यान रखना चाहिए. वह विभागीय गतिविधियों से अधिक चिंतित हैं और डीएम ने उन्हें यह आदेश दिया है.
वर्दी आईएएस और आईपीएस को अलग करती है. IAS अधिकारियों के लिए कोई विशेष वर्दी नहीं है, उन्हें केवल आधिकारिक कार्यक्रमों में औपचारिक कपड़े पहनना है, लेकिन IPS को अपनी निर्धारित वर्दी पहननी होगी. IPS की वर्दी रैंक के साथ बदलती है. IPS अधिकारी अशोक प्रतीक को अपने कंधों पर रखते हैं. सार्वजनिक स्थानों पर, जनता आईपीएस अधिकारियों को उनकी वर्दी के कारण नहीं बल्कि आईएएस के रूप में पहचानती है.
IAS भारत सरकार का कैबिनेट सचिव बन सकता है. यह भारत की नौकरशाही संरचना में सर्वोच्च स्थान है जिस पर केवल एक IAS अधिकारी को ही तैनात किया जा सकता है. राज्य नौकरशाही संरचना में शीर्ष पद राज्य सरकार के मुख्य सचिव हैं. एक IAS अधिकारी ही इस पद को धारण कर सकता है. यहां तक कि केंद्रीय गृह सचिव का पद भी आईएएस अधिकारी के पास होता है. IPS राज्य का पुलिस महानिदेशक बन सकता है. संघ सरकार में एक IPS अधिकारी CBI, IB और RAW का निदेशक बन सकता है. इसके साथ ही IPS को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर भी तैनात किया जा सकता है.
सीमा की जिम्मेदारियों के आधार पर कर्तव्यों को पूरा करने के लिए, सार्वजनिक शांति और व्यवस्था के रखरखाव, अपराध की रोकथाम, जांच, और खोज, खुफिया रिपोर्टों का संग्रह, वीआईपी सुरक्षा, आतंकवाद-निरोध, सीमा पर पेट्रोलिंग, रेलवे पुलिसिंग, की दिशा में काम करना तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी, आर्थिक अपराधों, भ्रष्टाचार को रोकना, आपदा प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना, सामाजिक-आर्थिक कानून का प्रवर्तन, जैव-विविधता और पर्यावरणीय कानूनों का बचाव आदि.
R & AW, IB, CID, CBI जैसी भारतीय खुफिया एजेंसियों के साथ सूचना का आदान-प्रदान.
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CRPF) का नेतृत्व करना और नियमित रूप से उनके संपर्क में रहना.
भारतीय राजस्व सेवाओं (आईआरएस), भारतीय सशस्त्र बलों के साथ मुख्य रूप से भारतीय सेना के साथ बातचीत और समन्वय करें.
देश के लोगों को पूरी निष्ठा, ईमानदारी और पूरे दिल से समर्पण के साथ सेवा दें
IPS अधिकारी बनने के लिए क्या eligibility होनी चाहिए आये जानते है, दोस्तों अगर आप IPS के लिए Apply करना चाहते है तो आपके निचे देये गये eligibility के parameters का होना बहुत ही जरूरी है −
IPS अधिकारी बनने के लिए आपका भारतीय नागरिक होना आवश्यक है.
IPS अधिकारी बनने के लिए आपकी height (पुरुष- 5.4 ft (165 CM), महिला- 4.9 ft (150 CM)) होना बहुत ही आवश्यक है.
आपके पास किसी भी मान्यता प्राप्त university या institute से स्नातक डिग्री होना बहुत ही आवश्यक है.
दोस्तों आपकी आयु कम से कम 21 वर्ष और अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए यह OBC, ST, SC और अन्यों के लिए अलग अलग हो सकती है.
राष्ट्रीयता
यदि आप IPS की परीक्षा के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो आप की Citizenship भारतीय होना चाहिए, और यदि पड़ोसी देश नेपाल या भूटान के candidate भी आवेदन करना चाहते हैं तो वह आवेदन कर सकते हैं.
आयु सीमा
General class के लिए आयु Limit 30 वर्ष होती है, और general class के अभ्यर्थी सिर्फ 4 बार ही IPS के परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है.
अन्य पिछड़ा वर्ग
अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए IPS के परीक्षा में शामिल होने का आयु Limit 33 वर्ष है, और OBC अभ्यार्थी IPS के परीक्षा में कुल 7 बार भाग ले सकता है.
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति
अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लिए IPS प्रवेश परीक्षा में शामिल होने की आयु Limit 35 वर्ष है और अनुसूचित जाति अथवा अनुसूचित जनजाति के अभ्यार्थी चाहे जितनी बार-उतनी बार IPS की परीक्षा में शामिल हो सकता है.
शारीरिक योग्यताएं
यदि आप IPS की परीक्षा में शामिल होते हैं, औरWritten exam को पास कर लेते हैं, तो आपकी शारीरिक योग्यता के आधार पर आप का का चयन किया जाता है| IPS के लिए पुरुषों की लंबाई 165 Centimeter से ज्यादा तथा वहीं पर SC/ST पुरुषों की लंबाई 160 Centimeter होता है तथा महिलाओं की लंबाई 150 Centimeter होनी चाहिए, sc-st महिलाओं की लंबाई 160 Centimeter है.
छाती
यदि आप IPS की परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, तो पुरुष अभ्यार्थी की छाती कम से कम 84 सेंटीमीटर और महिला उम्मीदवार की छाती 79 सेंटीमीटर होनी चाहिए.
नेत्र दृष्टि
IPS में शामिल होने के लिए आपके नेत्रों का स्वस्थ होना जरूरी है जैसा कि हम जानते हैं स्वस्थ आंखों का विजन 6/6 या 6/9 होता है.
IPS officer को भी पीएफ, ग्रैच्युटी, हेल्थकेयर services, आजीवन पेंशन, निवास, सर्विस क्वार्टर, transportation, घरेलू कर्मचारियों, अध्ययन की छुट्टियां और कई अन्य retirement सुविधाएं दी जाती हैं. इसमें आईजी, डीआईजी, एडीजी, एसपी के आधार पर सैलरी मिलती है.
इस नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना चाहिए. हर साल एक परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग द्वारा निर्धारित की जाती है. यह अपने अत्यधिक प्रतिस्पर्धी स्वभाव के कारण भारत में सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है.
भारतीय खुफिया एजेंसी RAW (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग), IB (इंटेलिजेंस ब्यूरो), CBI (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टिगेशन), CID (आपराधिक जांच विभाग) आदि का नेतृत्व और कमान संभालते हैं.
सार्वजनिक शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए, अपराध की रोकथाम, जांच, पता लगाना, वीआईपी सुरक्षा, आतंकवाद का मुकाबला, नशीले पदार्थों की तस्करी, आर्थिक अपराध, आपदा प्रबंधन आदि.
CAPF का नेतृत्व और कमान, जिसमें CPO (केंद्रीय पुलिस संगठन), और केंद्रीय अर्धसैनिक बल (CPF) जैसे BSF (सीमा सुरक्षा बल), CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल), NSG (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) शामिल हैं , CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) आदि.
नीति निर्माण में राज्य और केंद्र के मंत्रालय और विभाग से बातचीत और सेवा करने का काम एक IPS ऑफिसर को दिया जाता है.
प्रारंभिक पेपर 1 पाठ्यक्रम -
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएं.
भारतीय और विश्व भूगोल भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल.
पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे
भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन.
सामाजिक क्षेत्र की पहल, आदि.
आर्थिक और सामाजिक विकास सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी,
नीति, अधिकार मुद्दे, आदि.
भारतीय राजनीति और शासन संविधान, राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, सार्वजनिक
प्रारंभिक पेपर 2 पाठ्यक्रम -
समझ
सामान्य मानसिक क्षमता.
निर्णय लेना और समस्या का समाधान.
संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल.
तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता.
संख्या और उनके संबंध, परिमाण के आदेश.
डेटा व्याख्या (चार्ट, ग्राफ, टेबल, डेटा पर्याप्तता आदि.