UGC Full Form in Hindi




UGC Full Form in Hindi - यूजीसी की पूरी जानकारी हिंदी में

UGC Full Form in Hindi, UGC की full form क्या है, UGC क्या काम करता है, UGC का फुल फॉर्म क्या होता है, UGC Full Form, यूजीसी की फुल फॉर्म इन हिंदी, UGC approved university कैसे पता कर सकते है, दोस्तों क्या आपको पता है UGC की full form क्या है, UGC का क्या मतलब होता है, UGC Ka Poora Naam Kya Hai, UGC Hota Kya Hai, अगर आपका answer नहीं है तो आपको उदास होने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि आज हम इस post में आपको UGC की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में देने जा रहे है तो फ्रेंड्स UGC Full Form in Hindi में और UGC की पूरी history जानने के लिए इस post को लास्ट तक पढ़े।

UGC Full Form in Hindi

UGC की फुल फॉर्म “University Grants Commission” होती है, UGC Scientist और व्यावसायिक अनुसंधान का एक परिषद है. UGC के द्वारा NET का आयोजन किया जाता है. दोस्तों UGC पूरे भारत में हर साल एक वर्ष में दो बार इस exam का आयोजन करती है. जैसा की आप जानते ही होंगे यह परीक्षा सन 1989 में पहली बार आयोजित की गई थी और तब से लेकर आज तक इस परीक्षा को एक वर्ष में दो बार आयोजित किया जाता है. Science विषयों के लिए परीक्षा UGC CSIR NET द्वारा आयोजित की जाती है।

UGC की स्थापना सन 1945 में हुई और इसका मुख्यालय New Delhi में है. Usg के अध्यक्ष डी.पी.सिंह हैं. UGC को बनाने का मुख्य उद्देश्य यही था कि हमारे देश में जितनी भी Universities हैं उन सभी में समान स्तर की शिक्षा दी जाए और Universities के सभी students को अच्छी तरह से शिक्षित किया जाये. UGC university की education को promote करता है.

What is UGC in Hindi

UGC और AICTE दो ऐसी top organizations है जो भारत की उच्च अध्ययन को बेहतर बनाने के लिए काम करती हैं. इसलिए ये दोनों organizations भारत के education system में बहुत ही important role रखती हैं. UGC केन्द्रीय सरकार का एक उपक्रम है, जिसका हेडक्वार्टर New दिल्ली में है, यह संस्थान सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों PG Colleges को अनुदान प्रदान करता है. UGC ही विश्वविद्यालयों को मान्यता भी देता है, UGC की स्थापना सन 1945 में हुई, Usg के Chairman Dp Singh हैं, UGC का मुख्य उद्देश्य यही है कि देश भर में जितनी भी विश्वविद्यालय हैं उनमें समान स्तर की education दी जाए और उनके सभी छात्रों को सामान्यता प्राप्त हो. UGC विश्वविद्यालय की शिक्षा को promote करता है. UGC के under बहुत सी विश्वविद्यालय आती है उन में से कुछ इस प्रकार हैं.

  • Jawahar Lal Nehru University

  • University of Lucknow

  • University of Madras

  • University of Hyderabad

  • University of Calicut

  • University of Delhi

  • University of Calcutta

  • University of Pune

UGC के चेयरमैन का नाम D.P. Singh है. जैसा की हमने ऊपर भी बताया है UGC का Head Office नयी दिल्ली में है, और UGC का Headquarters पुणे, बंगलुरु, कोलकाता, हैदराबाद, भोपाल, और गुवाहाटी जैसे शहरो में स्थित है. UGC वर्तमान समय में लगभग भारत वर्ष के सभी बड़े बड़े सहर में आपने ऑफिस कर रहा है, वर्तमान में इसके कार्यालय कोलकाता, नई दिल्ली और बैंगलोर सहित सभी प्रमुख शहरों में स्थित हो सकते हैं. यह देश में एकमात्र Grants देने वाला संस्थान है. UGC university को जरूरत पड़ने पर धन प्रदान करता है और यह भारत में विश्वविद्यालयों के समन्वय और रख-रखाव के लिए भी व्यवस्था करता है. UGC के दुवारा यह सुनिश्चित किया जाता है कि उच्च शिक्षा में एक प्रणाली इसका अनुसरण करती है. यहाँ पर आपकी जानकारी के लिए बता दे की यूजीसी के दुवारा ही यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि इन सभी शीर्ष विश्वविद्यालयों में शिक्षा एक ही मानक हो जिससे की इन कॉलेजों से पास होने वाले छात्रों को समान माना जा सके. यहाँ पर एक ही मानक से तात्पर्य हैं की सभी कॉलेज का एग्जाम pattern और सलेब्स सभी एक समान हो. हालंकि ये कार्य होना थोडा मुश्किल होता हैं लेकिन इस कार्य को UGC ने पूरा कर दिखाया हैं. UGC बहुत समय पहले से अपनी सफलता पूर्वक भूमिका निभाते आ रहा हैं. UGC ही राष्ट्रीय योग्यता परीक्षा का भी आयोजन करता है जिसे उत्तीर्ण करने के आधार पर Universities एवं महाविद्यालयों में Teachers की नियुक्ति होती है.

UGC मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय भारत में शिक्षा के सबसे भरोसेमंद विश्वविद्यालय की सूची में आते हैं. इन विश्वविद्यालयों से डिग्री लेने के बाद, जिसका अर्थ है कि सभी डिग्री प्रामाणिकता है और भारत में सभी संगठनों द्वारा स्वीकार की जाती है, और छात्र नौकरी के उद्देश्य के लिए भारत और विदेशी में कोई भी आवेदन कर सकते हैं और अन्य कई आवश्यक क्षेत्र यानी कहीं भी ये स्वीकार्य हैं।

UGC भारत में अपने परिसरों की स्थापना के लिए विदेशी विश्वविद्यालयों को आमंत्रित करने और भारतीय छात्रों के लिए अपने कार्यक्रम आयोजित करने के लिए हमेशा तैयार रहता है. लेकिन वे विश्वविद्यालय यूजीसी के नियमों का पालन करते हैं क्योंकि विश्वविद्यालयों को शीर्ष 500 वैश्विक विश्वविद्यालयों की सूची में होना चाहिए, यदि विश्वविद्यालय इन नियमों का पालन कर रहे हैं तो वे भारत में विश्वविद्यालय का संचालन कर सकते हैं।

प्राचीन काल से आधुनिक दुनिया में, हमारे देश, भारत में उच्च शिक्षा प्रणाली हमेशा उल्लेखनीय रही है। स्वतंत्रता के बाद की अवधि में इस प्रणाली को उच्च स्तर पर देखा गया, प्राचीन भारत के स्वामित्व वाले विश्व के सबसे पुराने विश्वविद्यालय जैसे तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला आदि। भारत न केवल निवासियों के लिए बल्कि अन्य गणराज्यों के लोगों के लिए भी सीखने का केंद्र था, हो सकता है, हम में से बहुत से लोग इस तथ्य से अवगत न हों कि भारत आज इतने चमत्कारी ढंग से विकसित हुआ है कि हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी शिक्षा प्रणाली में सीखने का आनंद ले सकते हैं। तृतीयक शिक्षा के मुख्य शासी निकाय, यूजीसी द्वारा इस प्रणाली को नियंत्रित किया जा रहा है. आप में से कई लोग यूजीसी को स्वीकार कर सकते हैं, लेकिन हम में से कुछ अभी भी अनजान हैं या संगठन के बारे में थोड़ा ज्ञान रखते हैं। उनकी मदद करने के लिए, लेखन के इस टुकड़े में, हम यूजीसी, इसके पूर्ण रूप, शुरुआत और काम के बारे में सभी को सूचित करेंगे।

UGC का काम यह ensures करना है हमारे देश की सभी top universities में same standard की education दी जाए. UGC के अंतर्गत आने वाली सभी universities में छात्रों को बराबर की शिक्षा दी जाती है. और UGC के अंतर्गत आने वाली सभी universities में teachers की equally knowledge का ख्याल रखा जाता है. इसी equality के लिए UGC colleges में appoint होने वाले शिक्षकों के लिए NET exam conduct करती है. इस तरह की universities में NET qualified teacher ही as professor teaching करते हैं. दोस्तों UGC के और क्या-क्या काम है उन सभी काम के बारे में हमने कुछ points नीचें दिए हैं −

  • हमारे देश की सभी universities में अनुसंधा, शिक्षा देना और examination में एक standard को maintain रखना का काम UGC के द्वारा ही किया जाता है।

  • UGC Indian goverment को ये advises देने का काम करती ही है देश की शिक्षा व्यवस्था को improve करने के लिए किया steps लिए जाने चाहिए।

  • देश की सभी universities को approve करने का काम भी UGC करती है।

  • UGC आपने अंतर्गत आने वाली सभी universities और colleges को funds भी provides भी कराती है।

UGC History in Hindi

आज हमारे पास यूजीसी का चित्रण भारतीय स्वतंत्रता से पहले और बाद में उठाए गए कई गहन कदमों का परिणाम है, आइए, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्थापना यात्रा का हिस्सा बनें।

  • शिक्षा प्रणाली का पहला प्रयास वर्ष 1944 में सार्जेंट रिपोर्ट के साथ किया गया था. यह भारत में युद्ध के बाद के शैक्षिक विकास पर केंद्रीय सलाहकार बोर्ड ऑफ एजुकेशन की रिपोर्ट थी।

  • सिफारिश के माध्यम से, 1945 में विश्वविद्यालय अनुदान समिति का गठन किया गया, जिसने अलीगढ़, बनारस और दिल्ली के तीन केंद्रीय विश्वविद्यालयों की देखरेख की जिम्मेदारी ली।

  • वर्ष 1947 में, समिति को उस युग के सभी विश्वविद्यालयों को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी मिली।

  • वर्ष 1948 में, विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग की स्थापना की गई, जिसके अध्यक्ष डॉ। सर्वपल्ली राधाकृष्णन थे। आयोग ने सुझाव दिया कि मौजूदा विश्वविद्यालय अनुदान समिति को ब्रिटेन की तरह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग भारत में बदल दिया जाना चाहिए।

  • वर्ष 28 दिसंबर 1953 को, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (पूर्व शिक्षा मंत्री) ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का उद्घाटन किया।

  • और नवंबर 1956 में, यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) को औपचारिक रूप से संसद के India विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अधिनियम, 1956 ’के माध्यम से भारत सरकार के एक सांविधिक निकाय के रूप में स्थापित किया गया था. हमारे देश में विश्वविद्यालय शिक्षा के मानकों के समन्वय, निर्धारण और रखरखाव की देखरेख करना था।

  • इसके बाद 1994 और 1995 में, UGC ने भारत में क्षेत्र-वार शिक्षा प्रणाली को नियंत्रित करने के लिए पुणे, हैदराबाद, कोलकाता, भोपाल, गुवाहाटी और बैंगलोर में छह केंद्र शुरू किए। वर्तमान में, प्रधान कार्यालय नई दिल्ली में बहादुर शाह ज़फर मार्ग पर स्थित है।