ISO Full Form in Hindi




ISO Full Form in Hindi - आई.एस.ओ की पूरी जानकारी हिंदी में

ISO Full Form in Hindi, ISO Full Form, आई.एस.ओ की फुल फॉर्म इन हिंदी, दोस्तों क्या आपको पता है ISO की full form क्या है, What is ISO in Hindi, और ISO का क्या मतलब होता है, ISO का use किसलिए किया जाता है, अगर आपका answer नहीं है तो आपको उदास होने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि आज हम इस post में आपको ISO की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में देने जा रहे है तो फ्रेंड्स ISO Full Form in Hindi में और ISO की पूरी history जानने के लिए इस post को लास्ट तक पढ़े.

ISO Full Form in Hindi

ISO की फुल फॉर्म “International Organization for Standardization” होती है, हिंदी भाषा में इसे “अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन” कहा जाता है. ISO एक Independent, और गैर-सरकारी, विश्वव्यापी संगठन है, दोस्तों इसका काम उत्पादों और सेवाओं के लिए एक standard प्रदान करना है. सभी standards को पूरी दुनिया में यह सुनिश्चित करने के लिए accept किया जाता है, कि उत्पाद और सभी सेवाएं सुरक्षित, विश्वसनीय और अच्छी quality वाली हैं.

ISO द्वारा कंपनी या संस्था की जाच की जाती है जैसे की, प्रोडक्ट क्वालिटी, गुणवत्ता, ग्राहक समाधान, शुद्धता और Management systems इत्यादि. फिर जब प्रमाणित होता है की ये कंपनी या संस्था सही तरीके से चल रही है तब आईएसओ संस्था द्वारा ये गुणवत्ता प्रमाणपत्र दिया जाता है. ISO International standardization organization को दर्शाता है. ISO की स्थापना 23 फरवरी 1947 में हुई थी और इसका मुख्यालय Geneva Switzerland में है, लंडन में 14 अक्टूबर 1946 में ISO की पहली बैठक हुई थी. ISO यह एक तरह का गुणवत्ता मानक प्रमाण पत्र है जो कंपनी, व्यवसाय या उद्योग को दिया जाता है और 155 से भी ज्यादा देश ISO के सदस्य है. ISO प्रमाणीकरण यह अपने व्यापार विश्वसनीयता के साथ व्यापार में सुधार के लिए भी काफी मदद करता है.

आज के समय में voluntary International standards दुनिया भर में ISO का सबसे बड़ा developer है. जैसा की आप जानते है ISO का मुख्यालय Switzerland के Geneva city में है दोस्तों आधिकारिक भाषाएं english, फ्रेंच और russian हैं. All world के 165 सदस्य देशों के रूप में इसकी national standard bodies काम करती है.

What is ISO in Hindi

ISO एक तरह का प्रमाणपत्र हैं जो वस्तु या किसी भी संस्था, व्यापारिक संगठनों की गुणवता की पहचान के लिए दिया जाता हैं. यहाँ पर हम आपकी जानकारी के लिए बता दे की ISO की स्थापन 23 फरवरी 1947 में की गई थी. जिसका प्रमुख कार्य दुनिया भर में व्यापार, स्वामित्व, औद्योगिक और वाणिज्यिक मानकों को बढ़ावा देना है. जैसा की हम सभी जानते है जब कोई कंपनी या उद्योग किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट बनाती या उत्पादन करती है उसके Management systems की जाँच करना बहुत जरूरी हो जाता है, तो दोस्तों किसी भी प्रोडक्ट या उत्पादन की जाँच करने का काम अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन दुवारा किया जाता है. जैसे की, Product quality, सेवा और प्रणालियों की गुणवत्ता, सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित करना और शुद्धता आदि, और जाँच पूरी होने के बाद उस कंपनी को अपने उत्पाद और प्रोडक्ट बेचने में बहुत आसानी हो जायेगी. ISO का मुख्य उद्देश्य यह होता है की सम्बन्धित Activities के विकास के लिए प्रोत्साहन देना, उनकी बौद्धिक, वैज्ञानिक और Economic activities में मदद करना.

ISO का मुख्य कार्य या काम किसी भी कंपनी या फिर कोई संस्था जो भी प्रोडक्ट बेचती है, उनकी क्वालिटी, सेवा की गुणवत्ता, ग्राहकों का समाधान, मैनेजमेंट सिस्टम, सुरक्षा और शुद्धता की जाँच करती है, ऐसा इसलिए किया जाता है जिससे की प्रोडक्ट की गुणवत्ता का पता लगाया जा सके, दोस्तों आमतौर पर जाँच करने के बाद जब यह पता चलता है की वह कंपनी या व्यवसाय सही तरीके से चल रहा है. अगर कंपनी का व्यवसाय ठीक तरह से चल रहा है या काम कर रहा है तो उसके बाद ISO द्वारा उस कंपनी को ISO Certificate दिया जाता है, ताकि वह अपने प्रोडक्ट को बाजार में आसानी से बेच सके और इस प्रमाणपत्र से ये भी पक्का हो जाता है की, कंपनी की तरफ से जो भी प्रोडक्ट बनाया गया है उससे किसी भी ग्राहकों को नुकसान नही पहुंचेगा. पहले Company या संस्था को ISO द्वारा 9001:2008 यह Certificate दिया जाता था लेकिन अब ISO 9001:2015 यह सर्टिफ़िकेट प्रदान किया जाता है. एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त Quality Standards Certificate है.

ISO क्या है? ISO की जानकारी, फायदे, उपयोग,

ISO का headquarters जेनेवा, स्विट्जरलैंड में है, 1946 में लंदन में सर्वप्रथम 25 देशो के 65 प्रतिनिधियों एक Meeting में हिस्सा लिया और इसी Meeting में iso के भविष्य की नींव रखी गई. इसके बाद 23 फरवरी 1947 में ISO की स्थापना की गई थी. 1949 में इसे जेनेवा के एक निजी घर में चालू किया गया. जिसमे शुरवात में 5 कर्मचारी थे. और यह कुछ गिने चुने देशो के लिए ही था. बाद में यह अंतरराष्ट्रीय रूप से काम करने लगा. अभी ISO का headquarters जेनेवा, स्विट्जरलैंड में है. सबसे पहला ISO standard ISO/R 1:1951 था. जो बाद में समय के साथ update होता गया. 1987 में, ISO ने अपना पहला Quality management standard प्रकाशित किया. आईएसओ 9000 परिवार में मानक सबसे प्रसिद्ध और सबसे अधिक बिकने वाले मानकों में से कुछ बन गए हैं.

इसका पूरा नाम है International Organization for Standardization एवं हिंदी में इसका Meaning International standardization organization होता है. इसके Explorers ने यह निर्णय लिया कि इसका शॉर्ट फॉर्म या संक्षिप्त रूप ISO ही होगा. यह शब्द ग्रीक isos से आया है जिसका meaning बराबर है. इनका कहना है कि कोई भी राष्ट्र हो, कोई भी भाषा हो हम हमेशा आई.एस.ओ. हैं. इतना ही नहीं ISO का name एवं logo बिना अनुमति के उपयोग करना पूर्ण रूप से अपराध है. यह शुरू हुआ कुछ चीजों के लिए जैसे वजन और मापन, इन 50+ सालों में यह मानकों के परिवार के रूप में विकसित हुआ है जो सब कुछ कवर करते हैं जैसे कि शूज या जूते, वाईफाई नेटवर्क जो हमें अदृश्य रूप से एक दूसरे से जुड़ते हैं. अंतर्राष्ट्रीय मानक का meaning होता है कि कंजूमर को यह विश्वास हो कि उनके प्रोडक्ट से है Reliable और उच्च गुणवत्ता के हैं यह रोड सेफ्टी, खिलौनों के सेफ्टी एवं सुरक्षित चिकित्सा पैकेजिंग उन में से कुछ हैं जो दुनिया को एक सुरक्षित स्थान बनाने में मदद करते हैं. International standard हवा पर, पानी एवं मिट्टी की क्वालिटी, गैसों एवं विकिरण के उत्सर्जन एवं उत्पादों के Environmental पहलुओं पर,इस प्लानेट एवं लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए है.

अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन क्या होता है ?

ISO का मुख्य कार्य यह है, की, Company या फिर कोई संस्था जो भी Product बेचती है उनकी क्वालिटी, सेवा की गुणवत्ता, ग्राहकों का समाधान, मैनेजमेंट सिस्टम, सुरक्षा और शुद्धता की जाँच करती है और जाँच करने के बाद जब यह पता चलता है की वह Company या व्यवसाय सही तरीके से चल रहा है. उसके बाद ISO द्वारा उस Company को ISO Certificate दिया जाता है ताकि वह अपने Product को बाजार में आसानी से बेच सके और इस प्रमाणपत्र से ये भी पक्का हो जाता है की, Company की तरफ से जो भी Product बनाया गया है उससे किसी भी ग्राहकों को नुकसान नही पहुंचेगा. पहले Company या संस्था को ISO द्वारा 9001:2008 यह Certificate दिया जाता था लेकिन अब ISO 9001:2015 यह सर्टिफ़िकेट प्रदान किया जाता है. जैसा की इसके नाम से ही पता चलता है की यह एक International organization है, जिसका उद्देश्य उत्पादों की गुणवत्ता की जांच करके उन्हें संबंधित Certificate प्रदान करना है ताकि Consumers को सही उत्पाद और Services का लाभ मिल सके. ISO द्वारा प्रदान किया गया सर्टिफिकेट यह सुनिश्चित करता है की वस्तुओ और Services में quality का पूरा ध्यान रखा गया है. साथ ही साथ यह ध्यान रखता है की पर्यावरण पर इन वस्तुओ और Services का प्रतिकूल प्रभाव न पडे. यदि किसी कम्पनी को ISO certificate मिलता है तो यह उस Company के उत्पादों और Services की Reliability को बढ़ाता है.

ISO के फायदे ?

  • ISO यह व्यवसाय या Industry में आने वाले Obstructions को कम करने में मदद करती है.

  • ISO से एक बहुत अच्छा फायदा यह होता है की, इसमे बहुत साफ़-सुथरा व्यवहार होता है और इससे नये Customer attraction होते है और उनका विश्वास बढ़ने में मदद होती है.

  • व्यापार के बीच competition के साथ अपना स्थान market में बनाए रखने के लिए और उत्पादन और सेवाओं की उच्च Quality प्रदान करने के लिए ISO महत्वपूर्ण है.

  • ISO यह Industry या व्यवसाय में शुद्धता और बढ़ोत्तरी मिलने में बहुत महत्वपूर्ण है.

  • ISO से market में सेवा और products के प्रति विश्वसनीयता बढ़ने में मदद होती है.

  • ISO सर्टिफ़िकेट से कम लागत में उत्पादकता बढ़ने के साथ पैसे और समय दोनों को बचाने में मदद मिल जाती है.

  • मानक परिभाषित मानकों की लगातार Quality सुनिश्चित करता है, जिससे आपके products और सेवाओं से जुड़े ग्राहकों की अपेक्षाएँ कम हो जाती है और ग्राहक समाधानी होता है.

  • ISO यह प्रमाणित करता है की, ये संस्था या प्रबंधन प्रणाली निर्माण प्रक्रिया, सेवा दस्तावेज़ प्रक्रिया में सभी शामिल हैं.

आमतौर पर ISO खुद इस बात की पुष्टि करता है की Company किसी प्रकार से लोगो का नुक्सान तो नहीं कर रही. दोस्तों अगर एक बार इस बात की पुष्टि हो जाती है की Company लोगो का किसी प्रकार से नुक्सान नहीं कर रही तब Company को ISO प्रमाणपत्र दिया जाता है. यहाँ पर हम आपकी जानकारी के लिए बताना चाहते है की 19500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मानक ISO प्रदान करती है, जिसमे हर तरह के Industry शामिल है जैसे की Technology, food security, agriculture and health care, कुछ जरुरी ISO अंतरराष्ट्रीय मानक इस प्रकार है −

  • ISO 9000 − इसका उपयोग गुणवत्ता प्रबंधन के मानकीकरण के लिए किया जाता है.

  • ISO 10012 − इसका उपयोग प्रबंधन प्रणाली को मापने के लिए किया जाता है.

  • ISO 14000 − इसका उपयोग पर्यावरण प्रबंधन के मानकीकरण के लिए किया जाता है.

  • ISO 19011 − यह प्रबंधन प्रणाली का ऑडिट करने के लिए एक दिशानिर्देश प्रदान करता है.

  • ISO 2768-1 − इसका उपयोग सामान्य सहिष्णुता के लिए मानक प्रदान करने के लिए किया जाता है.

  • ISO 31000 − यह जोखिम प्रबंधन के लिए एक मानक है.

  • ISO 50001 − यह ऊर्जा प्रबंधन के लिए एक मानक है.

  • ISO 4217 − इसका उपयोग मुद्रा कोड के मानकीकरण के लिए किया जाता है.

ISO एक स्वतंत्र, गैर-सरकारी, गैर-लाभकारी, विश्वव्यापी संगठन है जो अंतर्राष्ट्रीय मानकों को विकसित और प्रकाशित करता है. यह उत्पादों और सेवाओं के लिए एक मानक प्रदान करता है. ये मानक दुनिया भर में स्वीकार किए जाते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि उत्पाद और सेवाएं सुरक्षित, विश्वसनीय और अच्छी गुणवत्ता की हों. ISO स्वैच्छिक अंतर्राष्ट्रीय मानकों का दुनिया का सबसे बड़ा डेवलपर है. इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा में है और आधिकारिक भाषाएं अंग्रेजी, फ्रेंच और रूसी हैं. दुनिया भर में 165 सदस्य देश इसके राष्ट्रीय मानक निकाय हैं.

ISO क्या करता है

ISO सुरक्षा, गुणवत्ता और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए उत्पादों, सेवाओं और प्रणालियों के लिए विश्व स्तरीय विनिर्देश प्रदान करता है. ISO द्वारा प्रकाशित 19500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय मानक हैं, जो हर उद्योग, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा, कृषि और स्वास्थ्य सेवा को कवर करते हैं.

ISO 9001 क्या है ?

ISO 9001 क्या है आइये अब हम जानते है, ISO 9001 यह भी Certificate किसी भी Product की गुणवत्ता को जांचने के लिए दिया जाता है. इस Certificate से यह पता चलता है कि वह प्रोडक्ट कितना अच्छा और उपभोक्ता के लिए कितना सही है तो जिस भी Product पर यह Certificate मिलता है वह प्रॉडक्ट एक उपभोक्ता के लिए बिल्कुल सही होता है. यहाँ पर यह बात भी आपके लिए जानना जरूरी है की आपने कई जगह लिखा हुआ देखा होगा कि ISO 9001:2008 या ISO 9001:2015 तो यह दोनों ही Certificate एक काम के लिए किए जाते हैं लेकिन ISO 9001:2008 वाला मानक पुराना हो चुका है और अभी जो नया आया है, वह है ISO 9001:2015 तो अब अगर किसी भी Product को आय एस ओ का Certificate दिया जाएगा तो उस पर आपको ISO 9001:2015 लिखा हुआ मिलेगा. जोकि नए मापदंडों के अनुसार होगा.

ISO प्रमाणन प्राप्त करने के लिए, आपको यह साबित करना होगा कि आपका व्यवसाय मानक की आवश्यकताओं को पूरा करता है. हालांकि यह थोड़ा मुश्किल काम लगता है, बहुत सारी आवश्यकताएं सामान्य अच्छे व्यवसाय अभ्यास हैं और हम आपको हर कदम पर मदद करेंगे. एक बार प्रमाणित होने के बाद, हम आपको अपने प्रमाणीकरण को लगातार बनाए रखने में मदद करेंगे. जब भी आपको इसकी आवश्यकता हो आप हमसे सलाह के लिए संपर्क कर सकते हैं, और हमारी फीस में एक साल के बाद दर्द रहित पुन: प्रमाणीकरण के लिए अपने सिस्टम को ट्रैक पर रखने में मदद करने के लिए ऑन-गोइंग कंसल्टेंसी शामिल है.

ISO के फायदे ?

  • ISO प्रमाणित करता है, कि ये कंपनी या management system निर्माण प्रक्रिया, सेवा दस्तावेज़ प्रक्रिया में सभी शामिल हैं.

  • व्यापार के बीच बढ़ती competition के साथ, यह क्रम बाजार में बनाए रखने के लिए उत्पादन और सेवाओं के लिए उच्च गुणवत्ता प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण है.

  • साफ-सुथरा व्यवहार होने के कारण ग्राहक का विश्वास बढ़ता है और नए ग्राहक आकर्षित होते है.

  • इससे money और time दोनों को बाचत होती है, जिससे कम लागत में उत्पादकता बढ़ जाती है. 

  • यह एक international स्तर पर मान्यता प्राप्त Quality Standards Certificate है. 

  • इससे service और products की बाजार में विश्वसनीयता बढती है. 

  • इससे आप अपने business, और उद्योग में आने वाले अवरोधों को कम करता है.

  • कार्यस्थल में सुधार और कर्मचारीओ में उत्साह बढ़ता जाता है.

  • साफ-सुथरा व्यवहार होने के कारण customer का विश्वास बढ़ता है और नए customer आकर्षित होते है.

ISO एक शासी निकाय नहीं है, और न ही इसमें कानूनों या नियमों को लागू करने की शक्ति है. लेकिन दुनिया भर में व्यवसाय सुव्यवस्थित, कुशल और सुरक्षित प्रक्रिया प्रदान करने के लिए अपने दिशानिर्देशों का पालन करते हैं. फिर से सीट बेल्ट के बारे में सोचें: अगर हर वाहन के लिए मानक अलग था तो आपको कैसा लगेगा? यह महत्वपूर्ण है कि मानकों का पालन किया जाए. जब आप ISO दिशानिर्देशों के बारे में सुनते हैं, तो अक्सर एक संख्या होती है जो इसके साथ जाती है. उदाहरण के लिए, ISO 9001, ISO 27000, ISO 31000, आदि ये प्रमाणपत्र हैं: एक कंपनी उदाहरण के लिए ISO 9001 प्रमाणित हो सकती है, जिसका अर्थ है कि यह दिशानिर्देश द्वारा उल्लिखित चरणों और संरचनाओं का अनुसरण करती है.

भारत में ISO प्रमाणन के लिए प्रक्रिया ?

एक एप्लिकेशन/अनुबंध बनाएं ?

आवेदक और रजिस्ट्रार को एक अनुबंध पर सहमत होना चाहिए. यह अनुबंध आमतौर पर दोनों पक्षों के अधिकारों और दायित्वों को परिभाषित करता है, और इसमें दायित्व मुद्दों, गोपनीयता और अभिगम अधिकारों को शामिल करता है.

गुणवत्ता दस्तावेज की समीक्षा ?

ISO ऑडिटर आपके सभी गुणवत्ता मैनुअल और संगठन में अपनाई जाने वाली विभिन्न नीतियों और प्रक्रियाओं से संबंधित दस्तावेजों को देखेगा, मौजूदा कार्यों की समीक्षा से ISO ऑडिटर को ISO मानकों में निर्धारित आवश्यकताओं के खिलाफ संभावित अंतराल की पहचान करने में मदद मिलेगी.

एक कार्य योजना बनाएं ?

ISO ऑडिटर आपके संगठन में मौजूदा अंतराल के बारे में बताने के बाद, आपको इन अंतरालों को खत्म करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करनी चाहिए. अपने संगठन में वांछित परिवर्तन लाने के लिए किए जाने वाले आवश्यक कार्यों की सूची तैयार करें. नई प्रक्रियाओं को अपनाने के दौरान आपको अपने कर्मचारियों को कुशलता से काम करने के लिए प्रशिक्षण देने की आवश्यकता हो सकती है. सभी कर्मचारियों को कार्य कुशलता और गुणवत्ता मानकों के संदर्भ में ISO मानकों से अवगत कराएं.

प्रारंभिक प्रमाणन लेखा परीक्षा ?

प्रारंभिक प्रमाणन ऑडिट को दो श्रेणियों- स्टेज 1 और स्टेज 2 में विभाजित किया गया है.

Stage 1:

ISO ऑडिटर आपके द्वारा संगठन में किए गए परिवर्तनों का ऑडिट करेगा, वे तब आपके सिस्टम और प्रक्रियाओं में वांछित गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली के संभावित गैर-अनुरूपताओं की पहचान करने का प्रयास करेंगे, वे इन गैर-अनुरूपताओं को मामूली और प्रमुख गैर-अनुरूपताओं में विभाजित करेंगे. आवेदक को इन सभी गैर-अनुरूपताओं का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करना चाहिए और इसे संगठन द्वारा उपयोग की जाने वाली तकनीकों और प्रक्रियाओं में संशोधन के माध्यम से वांछित गुणवत्ता मानकों के अनुसार गठबंधन करना चाहिए.

Stage 2:

संगठन में सभी आवश्यक परिवर्तन किए जाने के बाद, ISO ऑडिटर अंतिम ऑडिटिंग करता है. ऑडिटर यह जांच करेगा कि सभी गैर-अनुरूपताएं ISO quality मानकों के अनुसार समाप्त हो गई हैं या नहीं. यदि ISO ऑडिटर संतुष्ट है, तो वे अंतिम ISO ऑडिट रिपोर्ट तैयार करेंगे और इसे रजिस्ट्रार को भेज देंगे.

आईएसओ प्रमाणन को पूरा करना ?

सभी गैर-अनुरूपताओं को संबोधित करने के बाद और सभी निष्कर्षों को ISO ऑडिट रिपोर्ट में डाल दिया जाता है, रजिस्ट्रार आपको ISO प्रमाणन प्रदान करेगा.

निगरानी लेखा परीक्षा ?

निगरानी ऑडिट मूल रूप से यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि संगठन द्वारा ISO quality मानकों को बनाए रखा जा रहा है. यह समय-समय पर आयोजित किया जाता है.

आईएसओ स्वीकृत या प्रमाणन क्या है?

ISO प्रमाणन का मतलब है, कि एक निर्माता प्रक्रिया, प्रलेखन प्रक्रिया, प्रबंधन प्रक्रिया और किसी उत्पाद या सेवा का दूसरा पहलू अच्छे मानक और विश्वसनीय है. यह संगठन 19500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय मानकों को एकल-प्रकाशित करता है. और इस संख्या में, आप प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, कृषि आदि से विभिन्न प्रकार के उद्योग पा सकते हैं.

आईएसओ कैसे शुरू हुआ?

जैसा कि ऊपर कहा गया है, इस संगठन ने 1947 में 25 देशों के प्रतिनिधियों के एक समूह की मदद से वापस शुरू किया. और तब से, वर्षों से ISO पूर्ण रूप अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन ने एक अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पाद या सेवाओं के हर छोटे पहलू के लिए मानकों को प्रकाशित करने के लिए समितियों का निर्माण किया. ISO 9001 आज का सबसे प्रसिद्ध मानक है. यह संगठन शीर्ष-सबसे मानकों को प्रदान करने के लिए लगातार लक्ष्य बना रहा है.

आईएसओ संगठन निकाय वित्त पोषित कैसे है?

ISO संक्षिप्त नाम सदस्यता सदस्यों के माध्यम से वित्त प्राप्त कर रहा है, जो विशेषज्ञ तकनीकी कार्य प्रदान करते हैं. इसे लगाने के लिए, प्रत्येक सदस्य द्वारा सदस्यता का भुगतान किया जाता है और इस तरह वे इस तरह के एक विशाल क्षेत्र को संचालित कर सकते हैं. ISO 9001 के क्या लाभ हैं? ISO 9001 प्रमाण पत्र प्राप्त करके, आप इन लाभों को प्राप्त कर सकते है -

  • बेहतर आंतरिक प्रबंधन का लाभ उठाएं,

  • कम अपव्यय होता है,

  • छोटे या बड़े दोनों तरह के संगठन के लिए उपयुक्तता प्राप्त करें,

  • उत्पादकता, दक्षता और लाभ बढ़ाना,

  • विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त करें,

  • अन्य ISO मानकों के साथ अनुकूलता लाभ,

मानकीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन के लिए वैध ISO के साथ, आप जल्दी से अपने ग्राहकों का विश्वास प्राप्त कर सकते हैं. और बढ़ती विश्वसनीयता के साथ आपके व्यवसाय के लिए लाभ बढ़ रहा है. न केवल एक व्यवसाय धारक के लिए बल्कि एक ISO 9001 प्रमाण पत्र भी ग्राहकों को लाभ प्रदान करता है. जैसे कि,

  • कम गलतियाँ,

  • आसान संचार और रिपोर्टिंग,

  • सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले उत्पादों या सेवाओं का लाभ उठाना,

  • विश्वसनीय वितरण और शेड्यूलिंग

ISO पूर्ण रूप मानकीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन है. इसे एक स्वतंत्र, गैर-सरकारी, गैर-लाभकारी, राष्ट्रीय मानकों निकायों के Worldwide महासंघ के रूप में माना जाता है जो अंतर्राष्ट्रीय मानकों को विकसित और प्रकाशित कर सकते हैं. ISO पूर्ण फॉर्म को एक संक्षिप्त रूप दिया गया था क्योंकि "मानकीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन" के पास विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग समरूप होंगे इसलिए founders ने इसे छोटा करने का निर्णय लिया. ISO ऑनलाइन विभिन्न उत्पादों और सेवाओं के लिए एक मानक प्रदान करता है जो दुनिया भर में स्वीकार किए जाते हैं और यह आश्वासन देते हैं कि ये उत्पाद और सेवाएं सुरक्षित, विश्वसनीय और अच्छी गुणवत्ता की हैं. ISO स्वैच्छिक अंतर्राष्ट्रीय मानकों का दुनिया का सबसे बड़ा developer है. जिनेवा में, इसका मुख्यालय और अंग्रेजी, फ्रेंच और रूसी है. इसके अलावा, इसके राष्ट्रीय मानक निकायों के रूप में दुनिया भर में 165 सदस्य देश हैं.

आईएसओ क्या करता है?

ISO का उद्देश्य सुरक्षा, गुणवत्ता और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए उत्पादों, सेवाओं और प्रणालियों को निर्दिष्ट करना है. ISO 19500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मानकों को प्रकाशित करता है. हर उद्योग, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा, कृषि, और स्वास्थ्य सेवा ISO द्वारा कवर की जाती है, कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं बचा है.

मानकीकरण के लिए ISO या अंतर्राष्ट्रीय संगठन सीधे किसी भी समूह को "प्रमाणित" नहीं करते हैं. यह तीसरे पक्ष के प्रमाणीकरण के रूप में काम करता है जिसका अर्थ है सीधे निरीक्षण करने के बजाय, कुछ प्रमाणन संगठन हैं जो ऑडिटिंग के इस कार्य को करते हैं और फिर किसी संगठन की गुणवत्ता प्रबंधन प्रणालियों को प्रमाणित करते हैं. वे संगठन जो किसी उत्पाद का ऑडिट या निरीक्षण करते हैं, उन्हें एक अलग मानक ISO/IEC TS 17021 के तहत प्रमाणित किया जाना चाहिए. इन प्रमाणन प्रक्रिया में एक रजिस्ट्रार भी शामिल होता है, जो यह निगरानी रखता है कि ऑपरेशन वर्तमान ISO 9001: 2015 मानक के तहत हो रहा है. एक बार जब रजिस्ट्रार गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली को अनुमोदित या प्रमाणित कर लेता है, जिसका मूल्यांकन और मूल्यांकन ISO 9001: 2015 के प्रावधानों के तहत किया जाता है, तो संगठन को ISO का प्रमाणन चिह्न प्राप्त होता है.

किसी भी उत्पाद पर ISO द्वारा अनुमोदन आमतौर पर केवल तीन साल की अवधि के लिए मान्य होता है. वैध अवधि समाप्त होने के बाद, कंपनी को मानक के वर्तमान स्वरूप को पूरा करने के लिए पुनरावृत्ति करना चाहिए. उस समय की अवधि के दौरान रजिस्ट्रार द्वारा इस प्रक्रिया की निगरानी की जानी है.

ISO प्रमाण पत्र क्या है?

यह एक संगठन में आपकी गुणवत्ता, सुरक्षा और उत्पादों, सेवाओं और प्रणालियों की दक्षता के अनुमोदन के लिए 3 बॉडी पार्टी सील है. यह कंपनियों के लिए अपने मौजूदा सिस्टम को बेहतर बनाने के साथ-साथ अपने व्यवसाय में नए विचारों को लागू करने के लिए बहुत आवश्यक साबित हो सकता है.

ISO 9001: 2015 क्या है?

ISO 9001: 2015 क्यूआर (गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली) के लिए आवश्यकताओं को मानकीकृत करने वाले 9001: 2008 का संशोधित संस्करण है. ISO 9001: 2008 के तहत मानकीकृत प्रत्येक संगठन को ISO 9001: 2015 में परिवर्तन करने के लिए सितंबर 2018 तक था. यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो प्रमाणपत्र अब अमान्य हो गया है.

ISO प्रमाण पत्र की वैधता क्या है?

ISO प्रमाणपत्र जारी करने की तारीख से 3 साल की अवधि के लिए वैध है. हालांकि, नियमित निगरानी आकलन के आधार पर इसे कम किया जा सकता है.

मुझे किस ISO मानक की आवश्यकता है?

जैसा कि कई मानक हैं जो एक व्यवसाय चुन सकता है, यह सलाह दी जाती है कि चुनने से पहले प्रत्येक की प्रयोज्यता की जांच करें. लेकिन, यहां हम कुछ महत्वपूर्ण मानकों की सूची प्रस्तुत करते हैं जो कई उद्योगों पर लागू होते हैं -

ISO 9001 हर उद्योग के लिए बहुत आवश्यक है क्योंकि यह मुख्य मानक है जो कि अन्य प्रसिद्ध मानकों में से अधिकांश पर आधारित है.

ISO 14001 उन उद्योगों के लिए आवश्यक है जो बहुत सारे अपशिष्ट-उत्पादक गतिविधियों या अपशिष्ट और रीसाइक्लिंग गतिविधियों में शामिल हैं.

ISO 45001 का उपयोग विनिर्माण व्यवसाय के मामले में किया जाता है. इस मानक का उपयोग स्वास्थ्य और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए किया जाता है, क्योंकि बहुत सारी भारी मशीनरी शामिल है.

अधिक मानकों का पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका है, हम अनुशंसा करते हैं कि आप अभी हमारे विशेषज्ञों से संपर्क करें.

क्या ISO प्रमाणपत्र को नवीनीकृत करने की आवश्यकता है?

ISO प्रमाण पत्र को नवीनीकृत करने की कोई आवश्यकता नहीं है. हालांकि एक लेखा परीक्षक को सौंपा गया है, जिसके पास समय-समय पर औचक निरीक्षण करने का अधिकार है, यह देखने के लिए कि क्या सभी मानकों को पूरा किया गया है.

ISO प्रमाण पत्र कैसे प्राप्त करें?

आप हमारी वेबसाइट पर जा सकते हैं और हमारी वेबसाइट पर लॉग इन कर सकते हैं या +91 8750008585 पर हमारे विशेषज्ञों से संपर्क कर सकते हैं. इसके बाद, आपको बस एक सरल फॉर्म भरना होगा और हमें आवश्यक दस्तावेज ईमेल करना होगा और बस वापस बैठना और आराम करना होगा. हम आपकी ओर से पूरी प्रक्रिया करेंगे.

ISO प्रमाणन क्या है?

ISO दर्ज उद्योग-विशिष्ट मानकों के अनुसार अपनी आंतरिक प्रक्रियाओं को अनुमोदित करके एक कंपनी या एक संगठन को प्रमाणित करता है. एक कंपनी या संगठन को अपने आंतरिक प्रक्रियाओं के मानकों को मान्य करने वाले तथ्यों और आंकड़ों को प्रस्तुत करना होगा. और यदि यह ISO के मानकों से मेल खाता है, तो विशिष्ट कंपनी या संगठन को एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा.

कितना ISO प्रमाणन लागत?

ISO प्रमाणन लागत तय नहीं है. यह कई पहलुओं पर निर्भर करता है जैसे मानकों की प्रतियां, सलाहकार की फीस और अन्य तथ्य. इसलिए, कीमत इतनी आसानी से नहीं बताई जा सकती है. प्रमाणन की लागत कंपनी या संगठन के प्रकार पर निर्भर करती है और यह किस उद्योग से संबंधित है.

ISO प्रमाणन प्राप्त करने में कितना समय लगता है?

ISO प्रमाणन प्राप्त करना सही तैयारी पर निर्भर करता है. अधिकांश कंपनियों को अपने ISO प्रमाण पत्र प्राप्त करने में लगभग 3 से 6 महीने लगते हैं और कंपनी का आकार और आंतरिक प्रक्रियाओं की जटिलता भी इसमें प्रमुख भूमिका निभाती है.