IAF Full Form in Hindi




IAF Full Form in Hindi - आईएऍफ़ की पूरी जानकारी हिंदी में

IAF Full Form in Hindi, IAF की full form क्या है, IAF का फुल फॉर्म क्या होता है, IAF के क्या कार्य होते है, IAF Full Form, आईएऍफ़ की फुल फॉर्म इन हिंदी, IAF क्या होता है, IAF का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, IAF में कौन- कौन सी Ranks होती है, दोस्तों क्या आपको पता है IAF की full form क्या है, IAF का क्या मतलब होता है, IAF Hota Kya Hai, अगर आपका answer नहीं है तो आपको उदास होने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि आज हम इस post में आपको IAF की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में देने जा रहे है तो फ्रेंड्स IAF Full Form in Hindi में और IAF की पूरी history जानने के लिए इस post को लास्ट तक पढ़े।

IAF Full Form in Hindi

IAF की फुल फॉर्म “Indian Air Force” होती है, और इसका हिन्दी में मतलब "भारतीय वायु सेना" होता है, भारतीय वायु सेना की जॉब को सबसे अच्छी और रेस्पेक्ट वाली जॉब माना जाता है. आज हमरे देश में बहुत से Student बारवी पास करने के बाद ही अपना करियर इंडियन एयर force में बनाना चाहते है. दोस्तों आज के समय में बहुत से ऐसे Student है जो बिना जानकारी के ही इंडियन एयर force का एग्जाम देने के लिए बैठ जाते है, और अंत में उन्हें कामयाबी नहीं मिलती और कुछ लोग एयर force में भर्ती तो होना चाहते है लेकिन उन्हें इसके बारे में कोई आईडिया नही होता है की इंडियन एयर force में भर्ती होने के लिए क्या करना होगा और इंडियन एयर force होता क्या है और भारतीय वायु सेना कैसे जॉइन करे और इसके एग्जाम को क्लियर कैसे करे तो दोस्तों आज हम इस आर्टिकल की मदद से आपकी सहायता करेंगे इस आर्टिकल में इंडियन एयर force की बारे में पूरी नफार्मेशन हिंदी में दी गई है।

भारतीय वायु सेना को हमारे भारत के आकाश की सुरक्षा के लिए आधिकारिक तौर पर 8 अक्टूबर, 1932 को स्थापित किया गया था। हमारे भारत का राष्ट्रपति वायु सेना का सर्वोच्च कमांडर होता है. भारतीय वायु सेना की rank structure रॉयल वायु सेना की संरचना पर आधारित है। "आकाश के साथ आकाश को स्पर्श करें" भारतीय वायु सेना का आदर्श वाक्य है, आइए हम भारतीय वायु सेना की rank structure को देखें और यह भी पता लगाएं कि force में कमीशन कैसे प्राप्त करें।

भारतीय वायु सेना क्या है

इंडियन एयर force को आप और हम भारतीय वायु सेना के नाम से भी जानते है. और इसे शोर्ट फॉर्म में IAF भी कहते है. भारतीय वायु सेना का काम वायु युद्ध करना है , भारतीय वायु सेना आकाश में भारत की सुरक्षा करने का काम करती है. दोस्तों अगर कोई देश भारत में किसी भी तरह का वायु अटैक करता है तो ऐसी कंडीशन में भारतीय वायु सेना उस अटैक से हमें सुरक्षा प्रदान करता है. भारत को दुश्मन देशों से सुरक्षित रखने के लिए स्टूडेंट्स को इंडियन एयर force के लिए तैयार किया जा रहा है ताकि युद्ध  होने पर वे दुश्मनों से लड़ सके।

Eligibility Criteria for Indian Air Force

भारत के वायु सेना में भारती होने के लिए कैंडिडेट के पास दो आप्शन होते है, जो कैंडिडेट एयर force के Pilot बनना चाहते है और अगर आप भी एक Commercial Pilot बनना चाहते है तो तो इसके लिए अलग प्रोसेस है. दोस्तों इंडियन Air force थोडा अलग होता है इसके लिए कुछ Eligibility criteria इस प्रकार है −

  • भारतीय वायु सेना जॉइन करने के लिए कैंडिडेट का फिजिकली फिट होना अनिवार्य है।

  • भारतीय वायु सेना जॉइन करने के लिए कैंडिडेट का 12वी में कम से कम 50 % मार्क्स पास होना आवशयक है ।

  • भारतीय वायु सेना जॉइन करने के लिए कैंडिडेट की उम्र 16.5 से 19 साल के होनी चाहिए तभी कैंडिडेट एनडीए में एयर force का एग्जाम दे सकता है।

  • भारतीय वायु सेना जॉइन करने के लिए कैंडिडेट के पास 12th क्लास में चाहिए पीसीएम (PCM) सब्जेक्ट के साथ पास होना अनिवार्य है।

What is IAF in Hindi

इंडियन एयर फाॅर्स जिसे हम भारतीय वायु सेना के नाम से भी जानते है इसे शोर्ट में आईएऍफ़ (IAF) भी कहते है, भारतीय वायु सेना का मुख्य काम देश की रक्षा करना है, इसका पूरा नाम INDIAN AIR FORCE है, ये भारत की भारतीय सशस्त्र सेना का ही एक पार्ट है जिनका काम वायु युद्ध , वायु में भारत की सुरक्षा करना इत्यादि काम Indian Air Force का होता है, अगर इंडिया में किसी भी तरह का हवा में अटैक किया जाता है तो ऐसे में हमें Indian Air Force Security प्रदान करता है, ताकि कोई भी मुल्क देश हमारे देश में अटैक न कर दे इसी वजह से भारत में स्टूडेंट्स को इंडियन एयर फाॅर्स के लिए तैयार किया जाता है, ताकि युद्ध होने पर वे दुश्मनों से लड़ सके. भारतीय वायु सेना आज के समय में हमारी जान की सुरक्षा करने के लिए हमेशा तैयार रहती है, भारत के वायु सेना में भारती होने के लिए इंडियन एयर फाॅर्स ज्वाइन करने के दो आप्शन होते है Candidate के पास , जो भी एयर फाॅर्स के पायलट बनना चाहते है (अगर आप एक कमर्शियल पायलट बनना चाहते है तो तो इसके लिए अलग प्रोसेस है पायलट कैसे बने पूरी जानकारी )इंडियन एयर फाॅर्स थोडा अलग होता है इसके लिए कुछ एलिगिबिलिटी क्राइटेरिया है।

भारतीय वायु सेना का लक्ष्य भारतीय वायुसेना है. यह भारतीय सशस्त्र बल की एक हवाई शाखा है. यह कार्मिकों और हवाई जहाजों की संपत्तियों का पूरक है और दुनिया की वायु सेनाओं में चौथे स्थान पर है. यह प्राथमिक मिशन है कि भारतीय हवाई क्षेत्र को सुरक्षित किया जाए और सशस्त्र संघर्ष के दौरान हवाई युद्ध किया जाए, यह आधिकारिक तौर पर ब्रिटिश साम्राज्य की सहायक वायु सेना के रूप में 8 अक्टूबर 1932 को स्थापित किया गया था, जिसने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारत के विमानन को ’रॉयल’ के साथ सम्मानित किया था।

HISTORY OF IAF

भारतीय वायु सेना को आधिकारिक तौर पर 8 अक्टूबर 1932 को स्थापित किया गया था. इसकी पहली एसी उड़ान 01 अप्रैल 1933 को अस्तित्व में आई, इसमें छह आरएएफ-प्रशिक्षित अधिकारी और 19 हवई सिपाही (शाब्दिक, वायु सैनिक) की ताकत थी. विमान इन्वेंट्री में चार वेस्टलैंड वैपिटी आईआईए सेना के सह-संचालन द्विप्लों को शामिल किया गया है, जो डीआरएच रोड पर नियोजित नंबर 1 (आर्मी को-ऑपरेशन) स्क्वाड्रन के "फ्लाइट न्यूक्लियस" के रूप में है।

विद्रोही भिटानी आदिवासियों के खिलाफ भारतीय सेना के अभियानों का समर्थन करने के लिए, उत्तर वज़ीरिस्तान में, मीरनशाह से पहली बार "ए" उड़ान के लिए साढ़े चार साल बाद कार्रवाई हुई थी। इस बीच, अप्रैल 1936 में, विंटेज वैपिटी पर एक "बी" फ्लाइट भी बनाई गई थी. लेकिन, जून 1938 तक ऐसा नहीं था कि "सी" फ्लाइट को पूरी ताकत से नंबर 1 स्क्वाड्रन लाने के लिए उठाया गया था, और द्वितीय विश्व युद्ध शुरू होने पर यह एकमात्र IAF गठन रहा, हालांकि कर्मियों की ताकत अब 16 अधिकारियों तक बढ़ गई थी और 662 पुरुष।

1939 में चैटफील्ड कमेटी द्वारा भारत की रक्षा से संबंधित समस्याओं को फिर से प्रस्तुत किया गया. इसने आरएएफ (रॉयल एयर फोर्स) स्क्वाड्रन के री-इक्विपमेंट का प्रस्ताव लंडिया में रखा, लेकिन रक्षा में सहायता के लिए स्वैच्छिक आधार पर पांच उड़ानें बढ़ाने की योजना को छोड़कर भारतीय वायुसेना की तत्कालीन धीमी वृद्धि को तेज करने के लिए कोई सुझाव नहीं दिया। प्रमुख बंदरगाहों की, इस प्रकार एक IAF वालंटियर रिजर्व अधिकृत था, हालांकि प्रस्तावित तटीय रक्षा उड़ानों (CDFs) को लैस करना विमान की उपलब्धता से कुछ हद तक बाधित था। फिर भी, ऐसी पांच उड़ानें मद्रास में नंबर 1, बॉम्बे में नंबर 2, कलकत्ता में नंबर 3, कराची में नंबर 4 और कोचीन में नंबर 5 पर स्थापित की गईं, नंबर 6 बाद में विजागपट्टनम में बनाया गया था. नियमित आईएएफ और आरएएफ कर्मियों के एक नाभिक के आसपास निर्मित, इन उड़ानों को पूर्व-आरएएफ वैपिटिस और हॉकर हार्ट में इसके रूपांतरण के बाद नंबर 1 स्क्वाड्रन आईएएफ द्वारा त्यागने वाले दोनों के साथ जारी किया गया था। इस घटना में, एक वर्ष के भीतर, स्क्वाड्रन को स्पेगिटी की कमी के कारण वापिस वापिस ले जाना पड़ा, वृद्ध वेस्टलैंड बाइप्लेन को ऑडैक्स की उड़ान द्वारा पूरक किया गया।

मार्च 1941 के अंत में, Nos। 1 और 3 CDF ने अपने वैपिटिस को छोड़ दिया, जिसे अगले महीने पेशावर में नंबर 2 स्क्वाड्रन से लैस करने की आवश्यकता थी, और इसके बजाय आर्मस्ट्रांग व्हाटवर्थ एटलांटा ट्रांसपोर्ट के साथ जारी किए गए, जो सुंदरबन डेल्टा में गश्त करते थे। कलकत्ता के दक्षिण में क्षेत्र, नंबर 2 सीडीएफ को इस बीच काफिले और तटीय गश्त के लिए डी, एच। 89 ड्रैगन रैपिड्स की अपेक्षित सहायता मिली थी, जबकि नंबर 5 सीडीएफ ने एक एकल डी.एच. 86 को मजबूती से लिया, जो कि केप कैमोरिन और मालाबार तट के पश्चिम में गश्त करता था।

भारतीय वायु सेना जॉइन कैसे करे भर्ती होने पूरी जानकारी हिंदी में

भारतीय वायु सेना जॉइन कैसे करे आइये जानते है, अगर आप भारत में भारतीय वायु सेना में भर्ती होना चाहते है तो इसके लिए सबसे पहले आपको 12वी क्लास पास करनी होगी वो भी साइंस सब्जेक्ट में पीसीएम (PCM) फिजिक्स (Physics), केमिस्ट्री (chemistry) , मैथ्स सब्जेक्ट (Maths subject) के साथ और कम से कम 50% मार्क्स होने चाहिए यानि आपको अच्छे नंबर से पास होना तो इसके लिए अगर आप 10th पास करने के बाद सीधा साइंस सब्जेक्ट चुनना होगा अगर आप इंडियन एयर फाॅर्स में भर्ती होना चाहते है तो, एनडीए (NDA) एग्जाम के लिए अप्लाई कर सकते है, भारतीय वायु सेना में 12वी के बाद भर्ती होने के लिए एनडीए (NDA) का फॉर्म भरना होगा एनडीए का पूरा नाम नेशनल डिफेन्स एकेडमी होता है।